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Navratri: मां स्कंदमाता की पूजा से कौन से 5 फायदे? | Oneindia Hindi
नवरात्रि का पांचवां दिन मां स्कंदमाता को समर्पित है। जानिए उनकी पूजा विधि, महत्व और कैसे उनकी कृपा से आपके जीवन में ज्ञान, विज्ञान और शांति आ सकती है। नवरात्रि के पावन पर्व का पांचवां दिन मां स्कंदमाता को समर्पित है। भगवान कार्तिकेय की माता होने के कारण इन्हें स्कंदमाता कहा जाता है। मान्यता है कि इनकी पूजा से भक्तों को ज्ञान, विज्ञान और पवित्रता का आशीर्वाद मिलता है। इस विशेष दिन मां को केले का भोग लगाया जाता है, जिसे अत्यंत शुभ माना जाता है। जो भक्त सच्चे मन से मां स्कंदमाता की आराधना करते हैं, उनके जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी कष्ट दूर होते हैं।
About the Story: This video explains the significance of Skandamata Puja on the fifth day of Navratri. It details the worship methods, benefits, and how offering bananas can please the goddess. It also highlights the astrological benefits, particularly for mitigating the negative effects of Mercury (Budh Grah) and enhancing knowledge and purity.

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~HT.410~ED.104~GR.122~

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00:00नमस्कार आप देख रहे हैं जोतिश जंक्शन और मैं हुरिचा पराशर हमारे साथ आज स्टूडियो में मौजूद है आचारे किशन महेश्वरी जी महेश्वरी जी नमस्कार और हम दोनों को आप अक्सर देखते हैं रोजी देखते हैं नौरात्री में हम अलग-अलग दिन
00:30महेश्वरी जी को आज हमने बुलाया है और महेश्वरी जी बताइंगा कि सकंद माता को क्या पसंद है
00:35उनकी पूजा कैसे करनी है और कैसे इन्हें प्रसंद करना है कैसे अपना मन म currently लेना है ना है तो पंडित
00:53भगवान की माता कहलाती हैं, ये देवी बुद्ध ग्रह से संबंदित रोल अदा करती है, अच्छा, मतलब ग्यान बुद्धी वाली है, यान बुद्धी, यानि कि जितने भी हमारे देश में CA हैं, MBA हैं, कवी हैं, लेखा का, राइटर अच्छा पाई हैं, और एंकर हैं, ये
01:23जितने बुद्ध कार हैं, जैसे लता मंगेशकर जी का बुद्ध बहुत सुंदर था, तो किसी भी इस तरह के विभाग में बुद्ध ग्रह का मेन हैं, बुद्ध विजेश बिजनिसमेन हैं, व्यापारी है, वाने जेकर विभाग का मेन है, जितने GST वगरा, GST, इंकम टे
01:53तो कमाल की ये माता जी अपने आप में कमाल करती है, केले का मतलब है कुछ पीली वस्तू, पीली वस्तू और केला मेन विजेश, इसका भोग है, ऐसा सास्त्रों में उलेख है, वही में बतानी का प्रियास करोंगा, आप किसमिस का भोग लगा सकते हैं, मा को किसमिस भुद �
02:23तो आज ये मौका है, पांचवा नवरात्रा आप रखिए, अगर इस डिपार्टमेंट से आप हैं, तो विशेश रखें, बाकि सभी को समाने रूप से अधिकारे कि आप माता का समरन करें, लाब उठाएं, प्रिचा जी, एक मेरा छोटा सा सभी से निवेदन है, बिलकुल
02:53या जिनकी माता ही वर्द आश्रम में हैं, या जो अपनी माता का इलाज नहीं करा पा रहा है, या माता को समय से देखने ही पाल पा रहा है, या मा की सेवा नहीं कर पा रहा है, ऐसे लोगों को नवरात्रा रखने का कोई हदिकार नहीं है, रख करके भी कोई फाइदा नहीं
03:23लोग इस ब्रहम में रहते हैं कि भगवान के मूर्टी के आगे जाके अगर लाखों करोडों खर्च कर रहे हैं तो माता प्रसंद हो जाएंगी जब हमारे माबाप ही नहीं प्रसंद होंगे तो माता क्या प्रसंद होंगी वह तो जगत जन्निय सब देखती बिल्कुल मैं तो �
03:53बिल्कुल हमरे अचारे जी ने अज बहुत अच्छी बात कही है और मेरी बात को अन्यथा गलत ना ले यह गलत लेने वाली कोई बात ही नहीं है यह तो को कॉमन सेंस की बात है जो लोग करते हैं वो दुश काम करते हैं उसका दुश प्रणी परिनाम भी मिलेगा ही एक एक �
04:23काम करें तो बस आप सकंद माता की पूजा किजी और पंडी जी हमेशा कहते हैं कि श्रद्धा पूरवक श्रद्धा विश्वास के साथ श्रद्धा पूजा किजी और सकंद माता आपको आशिरवात देंगी आपको आपका मन चाहा फल देंगी और आप जो चाहते हैं वो आ
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