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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कल भाषण दिया। खुले बॉर्डर, शरीया कानून, जलवायु संकट को धोखा बताना ट्रंप का 58 मिनट लंबा भाषण संयुक्त राष्ट्र के मूल्यों पर सीधा हमला था। ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये संगठन दुनिया के झगड़े और लोगों के पलायन की दिक्कतें ठीक से संभाल ही नहीं पा रहा है। संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधियों ने साफ़ महसूस किया कि ट्रंप का भाषण केवल विचारधारा पर हमला नहीं था। यह मंच का इस्तेमाल दबाव बनाने और असली मुद्दे यानी गाज़ा में इज़रायल की कार्रवाई से ध्यान हटाने की कोशिश थी...मुस्लिम देशों ने इज़रायल को घेरा, लूला ने वीटो पॉलिटिक्स पर हमला बोला और यूएन महासचिव गुटेरेस ने चेतावनी दी। यानी, संयुक्त राष्ट्र समझ चुका था कि ट्रंप अपने सबसे करीबी सहयोगी इज़रायल को बचाने के लिए दुनिया का ध्यान भटका रहे हैं...नमस्कार मैं हूं आसिफ इकबाल और आप देख रहे हैं वन इंडिया...

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~ED.108~HT.408~

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Transcript
00:00संयुक्त राश्ट्र की जनरल असेंबली
00:02जहां दुनिया के 192 देश अपनी आवाज उठाने आते हैं
00:05लेकिन इस बार मंच पर जो हुआ उसने सब को हिला दिया
00:08राश्ट्रपती डॉनल्ड ट्रम्प का 58 मिनट का भाशर
00:11जिसमें खुले बॉर्डर, शरिया कानून और जलवायू संकट को धोका बताया गया
00:15दरसल सिर्फ एक विचार धारा पर ये हमला नहीं था
00:18ये कि सोची समझी चाल थी
00:20असली मुद्दे यानि की घजा में इसराइल की कारवाई और मानवा दिकार उन लंगनों से ध्यान भटकानी की कोशिश
00:27सवाल उठता है
00:28क्या ट्रम्प इस वैश्विक मंच को हतियार बनाकर इसराइल को बचाना चाहते थे
00:32और क्या संयुक्त राष्ट्र ने इस चाल को पहचान लिया था
00:36नमस्कार मैं हूँ आसे पिकबाल और आप देख रहे हैं
00:39वन इंडिया
00:39राश्पति डॉनल्ल्ड ट्रम्प ने संयुक्त राष्ट्र महा सभा में कल भाशवर दिया
00:50पुले बॉर्डर, शरिया कानून, जलवायू संकट को धोका बताना
00:53ट्रम्प का 58 मिनट का लंबा भाशवर संयुक्त राष्ट के मूलियों पर सीधा हमला था
00:58ट्रम्प ने संयुक्त राष्ट को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये संगठन
01:01दुनिया के जगडे और लोगों के पलायन की दिक्टते ठीक से नहीं सभाल पा रहा है
01:06संयुक्त राष्ट के प्रतिनिदियों ने साफ महसूस किया कि ट्रम्प का भाशड केवल विचार धारा पर हमला नहीं था
01:12ये मंच का इस्तिमाल दबाओ बनाने और असली मुद्ध यानि की घजा में इसराइल की कारवाई से ध्यान हटाने की कोशिश थी
01:18मुस्लिम देशों ने इसराइल को घेरा, लूला ने वीटो पॉलिटिक्स पर हमला बोला और यूएन महासचीव गुटेरेज ने चेतावनी भी दी
01:25यानि सेयुक्त राष्टों समझ चुका था कि ट्रम्प अपने सबसे करीबी सायोगी इसराइल को बचाने के लिए दुनिया का ध्यान भढ़का रहा है
01:33घजा पर इसराइल की कारवाई और मानवादिकार उन लंगनों को लेकर सयुक्त राष्ट में बढ़ती आलोचना का सामना करने के वजाए ट्रम्प ने पूरी बहस का रुख अपनी अमेरिका फर्स्ट एजंडा और विवादत मुद्दों की तरफ मोग दिया
01:44इंडोनेशिया और तर्की के राष्ट पतियों ने सीधे सीधे इसराइल और नेतनियाहू को आड़े हातो लिया
01:49इसका मतलब ये था कि उन्होंने ट्रम्प के मुद्दे बटकाने वाले भाषण को पैचान लिया और असली मसला घजा वापस सामने रख दिया
01:56ट्रम्प के भाषण से भौचक्के और शर्मिंदा दिख रहे सयुफ्त राष्ट के प्रतिनिदियों के सभनले के तुरंत बाद सभा को दो बड़े मुस्लिम देशों की नेताओं ने संबोधित किया
02:04इंडोनेशिया की राष्टपती प्रभोतो, सुब्यान्तो और तुर्की की राष्टपती रहस्तर तैयव अर्दोगान ने
02:09सुब्यान्तो को जोरदार तालिया मिली जब उन्होंने कहा कि ताकत सही नहीं हो सकती, सही ही सही होना चाही
02:15कोई एक देश पूरे मानव परिवार को डरा धमका नहीं सकता, हम अलग-अलग कमजोर हो सकते हैं, लेकिन जल्म और नाश्चाफी की भावना हमें एक मजबूत ताकत में बदल देगी, जो सन्याय को खत्म कर देगी
02:26एर्दवान ने जोर देकर कहा कि इसराइल के प्रधान मंतरी बेंजमन नितनियाहू पूरी तरह निरेंटर से बाहर हैं और जो लोग उनकी बरबरता पर चुप हैं वो भी दोशी हैं
02:34दोनों नेताओं ने गज़ा का मुद्दा उठाया लेकिन ट्रम्प ने इन पर कुछ नहीं कहा
02:38इस से ये सवाल उठता है कि क्या उनका मकसद जान बूच कर इसराइल को अंतर राश्ट्री दवाव से बचाना था
02:43प्रम्प के भाशर से ठीक पहले ब्राजील के राश्टपती लुईज ए इनासियो लूला दासिलवा ने अमेरिका का नाम लिए बिना नए तानाशाहों से पैदा हुए खत्रे पर चिताबनी दी
02:53उन्होंने कहा कि आज वो आदर्श हैं जिन्होंने सैन फ्रांसिस्को में सैयुक्त राश्ट के संस्थापों को प्रेरित किया था
02:59अपने तिहास में पहले कभी इतने खत्रे में नहीं रहे
03:02बहुपक्षवाद एक नए मोड पर खड़ा है इस संगलठन की सत्ता पर सवाल उट रहे हैं
03:07हम देख रहे हैं कि अंतरराश्टी विवस्था बार बार ताकत के खेल के आगे चुक रही है
03:12समप्रभुता पर हमले, मनमानी पाबंदियां और एक तरफा हस्तक्षेव अब आम होते जा रहे हैं
03:17दरसल अमेरिका लंबे समय से संयुक्त राश्ट सुरक्षा परशद में इसराइल को बचाने के लिए वीटो शक्ती का इस्तिमाल करता है
03:23लूला का टाइराइनी ओफ वीटो वाला बयान इसी ओर इशारा करता था
03:28इसलिए टरम्प का ये भाशर ना केवल वैश्विक राजनीती में अमेरिका की पकड़ दिखाने के लिए था
03:32बलकि ये भी इशारा देता है कि अमेरिका किसी भी कीमत पर इसराइल को संयुक्त राष्ट की आलूचना और संभावित प्रतिबंदों से बचाने की कोशिश कर रहा है
03:40यूएन महास अचिव अंतानियों गोटेरेज ने भी चिताया है कि बहुद रुविता बिना प्रभावी संस्थाओं के राजकता को नियुता देती है
03:47यानि वो जानते थे कि ट्रम्प बहु पक्षी विवस्था को कमजोर करने का दबाव बना रहे हैं
03:52यूरोपिय नेताओं जैसे इस्पेन की प्रधान मंतरी सांचेज ने दोहरा मान डंड वाली आलूचना उठाई
03:58सांचेज ने इसराइल को निशाने पर लेते हुए कहा कि खुले समाज की कटर पंथ का सबसे अच्छा जवाब है अभी व्यक्ति की आजादी कोना
04:06तना शाही का दर्वाजा खुलना होता है
04:08यशारा था कि यॉरप समझ गया था कि अमेरिका घजा पर इसराइल की कारवाई को ढखने के लिए बाकी मुद्नों को हवा दे रहा है
04:15साफ तोर पर कहा जाए तो सहीं तो राष्ट और उसके सदस से देश ये समझ गए थे कि टरम्प मंच का इस्तिमाल यूएन पर दबाव डालने और घजा पर इसराइल की जवाब देई से ध्यान देर हटाने के लिए कर रही है
04:26लेकिन टरम्प का भाशाड एक और बड़ा सवाल सामने लाता है
04:30बरोसे मंद अमेरकी कमान की गहर हाजरी में दुनिया कैसे काम करेगी
04:34ये केवल ग्लोबल साउथ के लिए ही सवाल नहीं बलकि यॉरप के लिए भी है जो रूस से जूज रहा है
04:39एशिया के लिए भी है जो चीन की ताकत से जूज रहा है
04:42और खाली देशों के लिए भी है जो इसराइल की सैने ताकत का सामना कर रहे है
04:45पहला जवाब है बीजिंग में हाल ही में दिखा चीन के दोस्त देशों का गड़बंधन
04:50जिसकी कमान शी जिन पिंग और व्लादमिर पुतिन कर रहे हैं
04:53लेकिन दूसरा जवाब है अभी बन रहा एंटी टरंप गड़बंधन जिसका नित्त तेमोक्रेटिक नेताओं के हाथ में है
04:59ये संयुक्त राष्ट से बाहर काम कर रहा है क्योंकि हकीकत ये है कि संयुक्त राष्ट की संस्ताएं जो बड़ी सक्तियों के वीटों से जक्री हुई है
05:06और जिनें अमेरिका ने आर्थिक तोर पर छोड़ दिया है अब किनारे की जा रही है यानि इनका कोई मतलब नहीं रह जाएगा
05:12अमेरिकी राष्ट पती का दावा है कि रोने साथ खत्म ना होने वाले युद्धों को खत्म किया है वो भी संयुक्त राष्ट के मदद के बिना
05:19धसने के लिए काफी है लेकिन ये सच है कि सयूंक्त राष्ट सुरक्षा परिशाद अब संगर्षों को खत्म करने में सक्षम नहीं है जैसा कि लूला ने समझाया वीटो की तानाशाही सयूंक्त राष्ट के वजूत की वज़े से खत्म हो रही है
05:30तो यही आज की बड़ी कहानी ट्रम का भाष्ट राष्ट पर दबाव और दुनिया में नई राजनेतिक दुरुवी करण की तस्मीर
05:36अब हर देश को तै करना है अमेरिकी ताकत का सामना करना है और उसके आगे जुकना है
05:40यह सिर्फ अमेरिका का राष्ट पती कारेकाल नहीं बलकि पूरी दुनिया के लिए एक नई राजनेतिक परिक्षा है
05:45फिलाल की यतना ही देखते रहिए
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