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  • 5 weeks ago
19 लाख की आबादी वाले शहर में आज केवल 36 सिटी बसें हैं, उसमें से भी सिर्फ 25 सड़कों पर दौड़ रही हैं.

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00:28The bus is now standing in the middle of the airport, where you can see some buses that have not gone for years and have become a bus.
00:37The bus is also telling us that during the pandemic, many buses were standing in the middle of the pandemic.
00:42And then today, when we talk about the people of the Niggam, the people of the Maha Pora,
00:47the people of the city bus are saying that they will get 100 buses from the city bus, and they will be electronic buses.
00:54So what will these buses happen?
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00:5736 गर राज के निर्वान के 25 साल बाद भी पर्यापन सीटी बस सिवा उपलब नहीं हो सकी है।
01:0219 लाग के अवादी वाले शहर में आज के वल 36 सीटी बसे हैं।
01:07उसमें भी सिर्फ 25 सीटी बस ही दौर रही है क्योंकि कुछ बसों को रिजर्ब रखना पड़ता है।
01:13जबकि राश्रे औसत के हिसाब से शहर को कम से कम 720 बसों की जरूरत है।
01:19बीते 17 सालों में सिटी बस सेवा को शुरू करने के कई प्रयास किये गए।
01:24लेकिन सबी ढाक के 3-5 साबित हुए।
01:26आलम यह है कि डीपो में खड़ी बसें अब कवार में तबदील हो चुकी है।
01:31कई बसों के पार्स गायव हो चुके हैं।
01:34जहां तक रही बस का सवाल तो सिटी बस है वो शहर के अंदर चरने वाली सेवा है।
01:39और हम उसमें आगे बढ़ना है प्रक्रिया के तहत है वो जल्दी यह सवागार भी राइपुशहर को मिलने वाला है।
01:57सिटी बसों का संचालन नहीं होने से आटो और ए रिक्षा वाले मुसाफिरों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं।
02:03चंद किलोमीटर के सफर के लिए जनता को बड़ी रकम चुकानी पर रही है।
02:08राइपूर के वरिष्ट पत्रकार राम अफ्तार तिवारी का मानना है कि जब तक आटो और इरिक्षा मीटर पर नहीं चलेंगे तब तक सिटी वसें सफल नहीं हो सकती।
02:17यदि शेरिंग मॉडल बंद कर मीटर सिस्टम लागू किया जाए तो लोग कॉलोनियों और मोहलों से मुख्य सडक तक कम खर्श में आटो से आ सकेंगे और वहां से बस पकर पाएंगे।
02:27इससे आम जनता को राहत मिलेगी और पब्लिक ट्रांस्पोर्ट पर भरोसा बढ़ेगा।
02:57अब बसे नहीं हैं इसी करीब 200 के आसपास बसे बिबिनने जगाओं पर खड़ी हैं जो जानकारी की मुताबिक हैं सही आंकड़े का पता नहीं लेकिन जो 200 बसे हैं और उनकी इमत लगवक करोड़ों की होगी इन बसों को न तो विभाग के द्वारा निलाम किया जा रहा है
03:27और निजी बहानों का इस्तमाल करते हैं जिसके लिए उन्हें मोटी रकम चुकानी पड़ती थी अब ऐसे हमें देखना है कि जो नई बसे आने वाली हैं या फिर जो विभाग नई बसे देने वाला है उसका लाब राजधानी की जनता को कितना मिलेगा
03:40करना मित्ले साउगनात प्रवीन कुमार सिंग एटी विभारत रायपूर
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