00:00पैसे में अब लाइब्रेरी की संख्या बढ़ाते हुए इन्हें लोगों तक पहुचाना और लोगों को यहां तक लाना महत्वपूर काम हो रहा है।
00:18ऐसे में वारानसी में यूनिक प्रयास करते हुए विलेज लाइब्रेरी का कॉंसेट तयार किया गया है जहां साड़े तीन सो से ज़ादा विलेज लाइब्रेरी के डेवलेप्मेंट का काम शुरू हो चुका है।
00:31इसके लिए जिला पुस्तकाले और जिला प्रशाशन के सहयोग से वारानसी के हर ग्रामीन इलाके और पंचायत भवन में इस लाइब्रेरी का संचालन शुरू किया जा रहा है।
00:45इसके संचालन की जिम्मेदारी जिला पुस्तकाले को ही दी गई है और जिला पुस्तकाले अपने यहां मौझूद पुस्तकों के बड़े भंडार में से हजारों की संख्या में किताबों को अलग अलग जहाँ पर डिस्टिब्यूट करते हुए ग्रामीन अंचल में रहने �
01:15माना जा सकता है विलेज लाइब्रेरी का कॉंसेप्ट गाउं में रहने वाले उन बच्चों के लिए भी काफी अच्छा है जो पढ़ना तो चाते हैं लेकिन उन्हें जहां नहीं मिलती है हमारे यहां लगवग पचास जार से अधिक किताबे हैं तो उसमें अभी सीडियो स
01:45तो लगवग 20,000 किताबे हमने वहां भेज दिया हैं विलेज लाइब्रे के डवलोम्मेंट के लिए ताकि गरीब बच्चे और गाउं के बच्चे भी पुस्काले सेवा से लावान भीत हो सकें इसके अलावा जो आपका सेंटल जेल है इसमें भी अपने एक लाइब्रे कार
02:15हमारे पास किताबें राजरightवां foundation से भी आती है वहासा निधी से भी आती है सूचना विवाक से है और शासन के विविन योजनाओं से हमारे पास किताबें आती रहती है लगवग 1000 किताबें हर वरसाती हैं
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