00:00अमिशुवशना भार्ती जनत्या पक्षच्या महाला प्राधन्य देनार कि आमला भाजवशना यूती पई जे टी प्रामा निक भणे अली बाई जे करनं आम्दर की ला मिला नलो यूती करतो आमि लोग सब्सक्ति अन्जला छोटा कारे करते हैं ची गर जो जे तो आपन लेक
00:30दोन दोन कोटी तिन तिन कोटी काई ठीकन तो शंबर शंबर बोकड़े एका धना कुन इतकी महाग निवन्दु की मदे कारे करता उद्वस्त होतु आरे ओन प्रामानी पड़े आमची पड़िच्छा है कि जे धोरन चिकली से ठरल जे मलकाबुर से ठरल जे खांगों से ठरल �
Be the first to comment