अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बड़े फैसले ने भारतीय युवाओं और आईटी सेक्टर में हलचल मचा दी है। ट्रंप प्रशासन ने H-1B वीज़ा की फीस को अचानक 215 डॉलर (करीब 19 हज़ार रुपये) से बढ़ाकर 100,000 डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) कर दिया है। इस कदम से भारतीय पेशेवरों और छात्रों के लिए अमेरिका का रास्ता लगभग नामुमकिन हो गया है। भारत में इस फैसले पर सियासी हलकों में भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। विपक्षी दलों ने मोदी सरकार से तुरंत कदम उठाने की मांग की है और कहा है कि ट्रंप की यह पॉलिसी सीधे तौर पर भारतीय युवाओं के भविष्य पर वार है। वहीं सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर अमेरिका से कूटनीतिक स्तर पर बातचीत करेगी और भारतीय आईटी सेक्टर को वैकल्पिक अवसर दिलाने की कोशिश की जाएगी। इस स्टोरी के हिसाब से दो हिंदी शीर्षक, एक अंग्रेजी शीर्षक, यूट्यूब के लिए हैशटैग्स और टैग्स दीजिए
00:00अमरीका की तरफ से ये जो घोशना हुई है इसको एक परिपेक्ष में देखने की जरूरत है
00:0610 मई 2025 को पाकिस्तान के कहने के ऊपर अमरीका अमरीकी राश्ट्रपती और उनके जो विदेश मंतरिये हैं उन्होंने सीज फायर का एलान किया था
00:21उसके उपर उसके बाद जेनरल आसिम मुनीर जो फील्ड मार्शल आसीम मुनीर हैं पाकिस्तान के उनकी बड़ी आओ भगत सफेद भवन में की गई थी वाइट हाउस में की गई थी
00:37उसके बाद 50% भारत के उपर टैरिफ लगाया गया और ये जो ह-1 भी वीजा का कदम उठाया गया है ये एक संयोजित तरीके से भारत के उपर दबाव बनाने की कोशिश है
00:54सरकार को इसको बहुत संवेदन शीलता से और बहुत गंभीरता से लेना चाहिए
01:00नरेंद्र मोदी के दोस्त और अमरीका के राश्चपती लगातार मोदी जी की तारीफ करके भारत से सतुरता पूर्ण बेवार कर रहे हैं
01:11और भारत से सतुरतापूर्ण व्यभार करने वाला नरेंद्र मोदी जी का कैसे दोस्त हो सकता है ये नरेंद्र मोदी जी को जबाब देना होगा
01:19एक ट्वीट नरेंद्र मोदी को वो कर देते हैं तो माई फ्रेंड कहने लगते हैं नमस्ते टरंप करने लगते हैं
01:25हाउडी ट्रम्प करने लगते हैं और अमरीका का लगातार इन दिनों का व्यभार सत्रुता पूर्ण है
01:31H1B वीजा पर फीस बढ़ाई इससे पहले चबहार पोर्ट पर उन्होंने अपनी निगरानी बढ़ा दी
01:38कि चबहार पोर्ट से भारत का व्यापार होता है चबहार पोर्ट भारत के पास में है जहां से वो पाकिस्तान को बगएर टच किये हुए
01:45Middle East में अपना व्यापार करता है
01:47अफगानिस्तान के साथ और रशा के साथ अपना व्यापार करता है
01:50उस पर आपने पृतीबंद लगा दिया
01:52उससे पहले आपने 50% का टेरिफ हमारे व्यापारियों पर लगा दिया
01:58और उसके बाद भारत को नशीले पदार्थों का सप्लायर देश्ट बना दिया
02:04भारत जैसे 140 करोड मुल्क पर इस तरीके की तोहमत लगाना
02:10नरेंद्र मोदी जी की सरकार के गाल पर तमाचे की तरीके से है
02:14तो हमें पूरी पूरी उम्मीद है कि नरेंद्र मोदी जी इसका कड़ा प्रतिवात करेंगे
02:19नरेंद्र मोदी जी अपने दोस्ट डोनल्ड ट्रम्प के सामने अपना आत्मसमरपन नहीं करेंगे
02:26हाँ देश तो कभी आत्मसमरपन नहीं करेगा
02:28यह तहें अमरीका लगातार भारत के साथ सतुर्तापूर्ण वेभार कर रहा है और नरेंदर मोधी लगातार उनके सामने सरेंडर कर रहा है
02:36एक तरफ तो भारा सरकार कहती है कि हम अमरीका से बाइलेटरल टॉक्स कर रहे हैं और जल्दी ही कुछ अच्छी ख़बरे आएंगी दूसरी तरफ डॉनल्ड टरफ की तरफ से ये साइन हो जाता है कि येच वन वीजा वन थाउजन्ड आप सोच भी नहीं सकते हैं कि कोई स्ट
03:06कि भारत की जो डिप्लोमेसी है वो हंडेट परसंट फिलेवर है जबकि हमारे राश्टिय देश कह चुके हैं कि हमारी बाइलेटरल टॉक्स से समस्याओं का हल निकालना चाहिए लेकिन ये भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस तरह की अमरीका पर अंकुष लगा है औ
03:36है सारा restriction ऐलेंडिया की वोपर लागू कर दिया है और ओपर डेलीma स्वीज में ड्रम्प ऑलते हैं कि हिंदुस्तान के साथ इंडिया के साथ हमारा सथ रेलेशन है 20 क
04:04तो यह क्या संकेद है क्या यह तो दुस्मनी का संकेद है तो हर तरफ से अमेरिका भारत को और भारतियों को परिशान करने के लिए हर दिन उसका कारेक्रम है
04:24पर हम कहां से तेल लाएंगे कहां से नहीं लाएंगी ये ये फैसल हम ही करेंगे हम एक प्रयातांति अन्तिर फ्राधीन देस हैं हम किसी के नीचे काम नहीं करते हैं भारत वाले तो ये ट्रporte का दादागीरी है इसको सहन नहीं क्या जा सकता है आप अगर मोदी जी का अच्छे
04:54लोग तो आपती नहीं करते हैं यह तो है दिखिए इंडिया से जो ब्रेंड ड्रीन हो रहा है इसके तो सपोर्ड में में नहीं हूँ भारत में खुद ही उनके लिए हमको परिवेसर परिशर पैयर करना चाहिए ताकि भारत का इतना नोजमान तेलेंट है वह बाहर न जाएं
05:24तो हमें भी हमारा भी भारत की सरकार का भी कुछ करते भी होता है इस प्रकार के बाता बढ़न देश में तयार करे इस प्रकार का सुभिधाय नोजमान को दे उसमें भी तो कमी है न आस तक
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