उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कुदरत ने कोहराम मचा दिया है. भारी बारिश की वजह से तमसा नदी उफान पर है। इसकी वजह से प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया है। मंदिर के पुजारी आचार्य बिपिन जोशी ने बताया कि सुबह 5:00 बजे से ही नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया था, जिससे पूरा मंदिर परिसर पानी में डूब गया। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति बहुत लंबे समय से नहीं आई थी। कई जगहों पर नुकसान हुआ है। वही इस घटना के बाद वनइंडिया की टीम मंदिर तक पहुंची और जाना की सैलाब के बाद कैसे महज 2 घंटे में बदली मदिर की सूरत, खुद लोगों से सुनिए
(((Nature has created havoc in Uttarakhand's capital Dehradun. Due to heavy rains, the Tamsa river is in spate. Due to this, the famous Tapkeshwar Mahadev temple has been submerged. The temple priest Acharya Bipin Joshi said that the water level of the river started rising rapidly from 5:00 am, due to which the entire temple complex was submerged in water. He said that such a situation had not come for a very long time. There has been damage at many places. After this incident, the OneIndia team reached the temple and learned how the situation is now after the flood... and listen to the priest how the scene was)))
00:00तमसान नजी ने जो देर राद दून में जो रोध रूप दिखाया उसका असर क्या हुआ आपको दिखाने के कोशिस करते हैं मंदीर परिसर पूरा मलवा घुस गया और उसको अब जो सरदालू लगातार उसको हटाने के कोशिस कर रहे हैं और कोशिस की जा रही है कि जो आप
00:30है वो बंद क्या हुआ है लेकिन कोशिस की जा रहे है कि जो नुकसान हुआ है इस्तिति रही होगी और
00:45लगातार जो है यहाँ पर सरदालू युवा जो है अपने आप से इसको कर रहे हैं कोशिस कर
00:56ताला भी मं 어제 पूरा भी जहुआ तो पूरा पूरा कोद regression पूरा होगा यूवार जो है कुट कद पूर बन खूब
01:26मंदिर के परसीजर में अंदर सारी रेट जों से जमा हो चुकिए 3-4 से फीट अंदर बढ़ चुका है पानी अंदर बाकी और कुछ नहीं है नुकसान जो यहां पर हुआ यह दर हुआ है तो
01:36कियोंते कि जो काम हो रहा है। वहाल लगातार ही काम हो रहा है यह देखिए आप
01:41कितनी कोड़ हैं सुपया थिशवां को सब एसके हैं पहुले यह यह
02:00सब्सक्राइब सब्सक्राइब और यह आप देख रहे हैं अपनी अपनी सेवा तो आप देखें थोड़ी दर आने की कोशिस करते हैं हम यहां पर हम चाहेंगे के काम में भी बादा ना पड़े लेकिन जो है क्योंकि यह दिखाना बहुत जोरी है आप कितने बजा आगे थो औ
02:30च्छे बजे साड़े शेवाजे पहुंगिये दें यहां पर तभी से मंदिर पुरा भराएं मलवे से लिंग बगेरा शिवलिंग भी इनकी हमने सवाई कर दिये अब इस ठीक है यहीं मंदिर उस से हैं जी सेवा दाल से शिवा पर किस उनमादें से अपका नाम और क्या इसत
03:00इस अब इतने हैं यह सब विचारे सब यूवा जो हैं सबने लगके वाभाई साथ शेवादलने सब साफ सपाई के कारेण हम चल रहें अब इक नहीं होने में कितना समय लगेगा अबी तो तो टाइम लगेगा क्योंकि लाइड वुट सब गायब है लाइड बंद है पुरा
03:30थोड़ा कहना जाएंगे आपको सब्सक्राइब बहुत नुक्सान हो गया एक तिनका जोड़के हमने बेवस्ता बना थी मंदर नहीं की असारा धुस्ता हो चुका है यहां का हमारा कपड़ा तर नहीं रहा खाने का सामन नहीं रहा बरतान भांडे बगा टपश उपर गया म
04:00एक तो उधर उस मंदिल में आदमी रहता था वो बैकिया और इस गेट से अंदर चला गया बता इतना पानी नभी का जा रहा है तो अंदर गया अब जा भगार का मूपड रखा रहता है उस पलंक उसने पकड़ा हो वहां अंदर बज गया वहां से बैक्या थी आप भक्तों
04:30तो इस्वड कोई भी एक्ता है, वो इस्वकद गुपा में ना एक्ता है।
04:48प्ले तर्शम मंदिर गाने जले सब्सक्राइबन इंडिया के लिए इनले से सब्सक्राइबढ लखता है।
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