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  • 2 weeks ago
How was Shiv Tandava Stotra composed and what are the benefits of reading it

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Transcript
00:01जैसी राम हरर महादेव मित्रो, पूझ सीगुर्देव ँडेर सिवनेंजी महाराज, पूझ सीगुर्देव सिवनेंजी महाराज, पूझ सीगुर्देव स्रीभाई जी, अ 누�ãy
00:28ये जानते हैं कि किस पार से सिवघाण्डवसरोत की रिचना हुई और सिवघाण्डवसरोत पढ़ने के क्या लाब होते हैं
00:38जैसा कि सिद्भ महात्मा बताते हैं सिद्पुरस बताते हैं और इस घट now, कि वर्णन रावाण में मिलता है
00:46यह गटना इस प्रकार है कि एक बार जब रावण भगवान बोले नाथ को कहलास सहीद लंका मिलाने की कोशिस कर रहा था
00:57तब वह इस मंसा से भगवान महादेव के धाम पे गया कहलास पे गया और कहलास को उठाने की कोशिस करी
01:08वह चायता था कि कहलास को भगवान सहीद भगवान बोले नाथ के सहीद उठाकर लंका ले आए ताकि फिर वह वहाँ से कभी न जाए और वह हमेशा उनकी भक्ति करता रहे
01:20तो इस मंसा से जब वह कहलास को उठाने के लिए गया और जब उसने कहलास उठाया तो इससे भगवान बोले नाथ कुर्द हो गए और उन्होंने ख्रोधित होकर अपने पैर के इंगूटे से कहलास को दबा दिया जिससे रावड भी कहलास के नीचे दब गया और तब इस क
01:50प्रनाथ को अवस्ता में उसने सिर्फ लेसरोत की रिश्ना करी है और जब थर कान्टार समपन हुआ गवा वा लगवान बोले नाथ भगवान महादेव प्रसंड हुए उसकी वक्ति देखकर
02:05और तब भगवान बोलेनार्ट ने रावण को वर मांगने को कहा
02:11तब रावण ने कहा कि ये प्रभू यदि आप मुझे पर प्रसंद है
02:15तो मुझे कोई ऐसा सस्थ दिये जिससे मैं अपने किसी भी सत्र को
02:22किसी भी अवस्ता में परास्त कर सुकूँ
02:25तब भगवान बोलेनार्ट ने रावण को चंद रहास खडग प्रदान की जो की उनके ऐस्तरों में एक अचूः कस्त था
02:35और भगवान ने ये अस्त देते हुए चंद रहास खडग चंद रहास नाम की तलवार रावण को देते हुए
02:44यह कहा कि यह जब तक तुम्हारे पास रहेगी तब तक कोई भी सथ तुम्हें परास नहीं कर पाएगा
02:50और इसके साथ साथ भगवान बोलेनाथ ने प्रसंद होकर रावन से कहा
02:56जो भी तुम्हारे ज्वारा रचित इस सिब्द का पूजा के समय पार्ट करेगा
03:03उसे मैं कभी भी ना समापत होने वाली रतहाती गोडे से युख रच्मी प्रदान करूँगा
03:10तो यह थी रावन के दवरा सिब्द का अंड़ो सोर्त की रच्ना की किस परिस्थित में
03:23रावर ने सिर्फ तांडरो सुरोत की रिशना की थी और सिर्फ तांडरो सुरोत पढ़ने का क्या लाव होता है
03:29सिर्फ तांडरो सुरोत पढ़ने का सबसे बड़ा लाव यही है कि जो व्यक्ति प्रद्दिन इसनान के बाद पूजा के समय
03:36इस सिर्फ कांडर सुरोत का पार्ट करता है उसे बगवान महादेव रत हाती गोड़ों से युक्त कभी न समापोने वाली रच्मी तुरान तो यह थी आज की घटना जैसी राफ हरर महादेव
04:06धょुक्स्षक राफ हर अर।
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