00:00पुर्खों को याद करने का समय आ गया है और वो हमारे पूरवज जिन्नोंने आज हमें इस लायक बनाया कि हम यहां खड़े हैं और हम क्यूं बहुत सारे लोग अपने पुर्खों अपने पूरवजों के बताये रास्ते पर चल कर तरक्की पाए और अब उनको याद करने का �
00:30पहुचे और अगर हम अपने श्राद में गरीबों को जोड़ लें गरीबों के कल्यान की भावना रख लें तो और बहतर होगा हमारे साथ इस समय रोटी कप्ला बैंक के सचिव रिद्धी कि शोरगावड़ा हैं बहुत सारे समाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं रिद्
01:00शुरू करी और लेटे वाले हनमान ये मंदिर परसर में भी नेमेद रूप से चलती है बारा बज़े से एक बे तक और हम लोगों ने एक बज़े से दो बज़े के बीच में मेडिकल कॉलिज पर भी हम लोग विकत तीन वर्षों से कर रहे हैं वहां पर रोटी कप्ला फाउ
01:30कवों को कबूत्रों को गाय को भी अन्यदान की योजना चला रहे हैं जो पितरबक्ष में बहुत कारगार होती है और पितरबक्ष में भूक्वे को भोजन कराना सबसे बड़ी उपलब्दी रहती है
01:42क्या मैन्यू है क्या खिलाएंगे आप लोग हम लोग जायतार दाल चावल है कली चावल है चोला चावल है और पूली सब्जी का रहता है लोग बहुत जुटते हैं और कभी कभी को खीर भी बन जाती है कभी बूंदी भी बन जाती है इस श्रादपक्ष के लिए कुछ वि�
02:12क्या प्यार लेसुन का उपयोग तो नहीं होता है बिल्कुल बिल्कुल प्यार लेसुन का हम लोग उपयोग बिल्कुल नहीं करते हैं और पित्रों को अर्पित होता है इसलिए लोग अपने पूर्वजों की याद में वीडियो भी बनाते हैं और फोटो भी खिचाते हैं �
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