00:00पांच बर्ष के दुरुवदी माहराज बन में चल दिये भगवान को पाने के लिए
00:05भगवान की तपस्या है थे
00:07अब बन में चल दिये तो नारजी माहराज यूपर स्वर्ग लोग से बैठ कर वैटों के से बैठ कर देख लेती लिए क्या होगा
00:17तो नारजी ने सोचा रहा, पहले में जार के थोड़ी सी परिक्षा लेता हूँ, क्या ये छोटा सा नन्ना सा भगत भगवान को पाने योगे है के भी नहीं, नारजी पदारे परिक्षा लेता के लिए गुरुवजी की रास्त, मार्वभी की लोका
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