एएनआई से बातचीत में उमा भारती ने कहा कि "ऑपरेशन सिंदूर का अंतिम लक्ष्य पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को वापस लेना है।" उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो लोग सेना पर सवाल उठाते हैं, वे राजनीति करने लायक नहीं हैं। साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि एक दिन आतंकवाद पाकिस्तान को खुद ही खत्म कर देगा।
काशी और मथुरा पर भी उमा भारती ने अपनी आस्था जाहिर करते हुए कहा कि "मेरा सपना सिर्फ मंदिर देखना है, फैसला कोर्ट पर निर्भर है।"
00:00बहरत का अब्चेक्टिव जो सवाल उठा रहे हैं, भारती सेना के शोरी एपा सवाल उठाते हैं तो बहरत को बदनाम करते हैं
00:08और वो शहादत को वालिदालों को कलंकित करते हैं इसका मतलब है कि उन्हें राष्ट्रिय गौरव शेना का संबान करना आता नहीं यह लोग तो राजनिती की योगी भी नहीं
00:20भारत की जो अपरेशन संदूर उसको आप किस तरह देखते हैं कि आप इन मुद्दों पर भी बात करते रहे हैं उसको आप किस तरह देखते हैं क्या भारत में अब्यक्टिव अचीब कर लिया अपरेशन संदूर और कई लोग सवाल उठा रहे हैं भारत का अब्जेक्टिव
00:50तब है कि उन्हें राष्टिय गौरव और सेना का सम्मान करना आता नहीं यह लोग तो राजनीति की योगी भी नहीं लेगन अब्जेक्टिब तो हमारा जो आंतिम लक्ष है वो तो पीयकों को बापस लेना है तो जब तब वो बापस नहीं आएगा तो यह सब के मन में यह प
01:20अंतिम लक्ष तो राजा का कभी नहीं हो सकता शासक का क्योंकि लक्ष तो बदलते हैं सबय क्यों साथ लेकिन हां इस पूरे विवाद का जो हल है जो पाकिस्तान ने आतंगबाद को स्पॉंसर किया है इसके मुझे तो यह हल दिखाई देता है नेच्वल जेस्टिस जब आ
01:50हमारे देश में हम उसको जड़ा से उखाड़ी ती तो इसलिए मैंने देखा आतंगबाद को सपोर्ट करने वाला देश तो आत्या करने वाला देश होता है पीयो के जरूरी ऐसा है इसमें पारलिमेंट का रिजूशन है और सबकी इच्छा है भारत का भी इससा होना ची अ�
02:20सब्सक्राइब करें तो आप पूछोंगे तो आप पूछते रहोगे क्योंकि तो नाइंटी वन में पार्लिमेंट में जब पूजा इस्थाली विधियक आया तो मैं पार्टी की तरफ से मुझे ही डिवेट उपन करने के लिए कहा गया और हमारी पार्टी ने समर्थन किया
02:50अब वह सुनवाई चाहर रही ना गोनों इस्थानों की लेकिन मेरा दिल थोड़ा ना कोट में गया हुआ है मेरा दूल तो यह है कि मुझे मत्रावर कासी में भी मन्दी देखना है शिव जी का और कुष्ण जी का कोट में मेरी आस्था नहीं गई है कोट में यह लॉजिक �
03:20अब यह है कि मुझे वहां पर मंदिर दीखना है मेरी आस्था थोड़ी कोट में ट्राइल में है अब वहां जी कई बारा में
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