Premanand Maharaj को Rambhadracharya ने दी चुनौती, क्यों कहा ये चमत्कार नहीं | वनइंडिया हिंदी
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मथुरा-वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया. रामभद्राचार्य का कहना है कि प्रेमानंद महाराज न तो विद्वान हैं और न ही वह चमत्कारी हैं. इसके साथ ही उन्होंने प्रेमानंद महाराज को एक बालक के समान बताया और चुनौती दी कि यदि उनमें शक्ति है, तो वे उनके सामने संस्कृत का एक अक्षर बोलकर या श्लोक का अर्थ समझाकर दिखाएं.
(((Jagadguru Rambhadracharya made a controversial statement about Saint Premanand Maharaj of Mathura-Vrindavan. Rambhadracharya says that Premanand Maharaj is neither a scholar nor he is miraculous. Along with this, he described Premanand Maharaj as a child and challenged that if he has power, he should show him a letter of Sanskrit or explain the meaning of Shloka.)))
00:00मथुरा विरंदावन के संद प्रेमानन्द महराज एक्सर अपनी साथगी और भक्ती के कारण सोसल मेडिया में चर्चा में रहते हैं।
00:06पिछले 19 सालों से उनकी दोनों किड्निया खराब होने के बावजूर उनका हर दिन व्रिंदावन की परिक्रमा करना और राधार आने की भक्ती में लीन रहना उनके अनुवाईयों के लिए किसी चमतकार से कम नहीं है।
00:18उनके प्रवचनों ने नजाने कितने लोगों की जिंदगी समार दी है। लेकिन अब उन्हीं प्रेमानन्द महराज को एक संत ने चुनोती दी है।
00:25नमस्कार मैं हूँ प्रवीड और आप देख रहे हैं वन इंडिया हिंदी।
00:28जी हां बात कर रहे हैं जगत गुरू राम भद्राचार जिन्होंने मतुरा वरिंदावन के संद्ध प्रेमानन्द महराज पर एक बड़ा बयान दिया है।
00:36न्यू चैनल एंडि टीवी को दिये गए एक इंटर्व्यू के दौरान उनोंने कहा कि प्रेमानन्द जी महराज चमतकारी नहीं है और उनके लिए वह एक बालक के समान है।
00:45कितना ही नहीं जगतगुरु राम भद्राचार ने खुली चुनोती देते हुए कहा कि अगर प्रेमानन्द जी वास्तों में चमतकारी हैं तो उनके एक शब्द संस्क्रित बोलकर दिखाएं।
00:56हलकि यहां आपको बता दे कि प्रेमानन्द महराज ने कभी खुद को लेकर कोई दावा नहीं किया है। लेकिन लोग ही उन्हें चमतकारी पुरुष मांगते हैं।
01:05जग्रेमानन्द महराज ना तो विद्वान है और ना ही वा चमतकारी है। इसके साथ ही उन्हें प्रेमानन्द महराज को एक बालग के समान बताया।
01:15और चिनोती दी है कि यदि उनमें शक्ती है तो वे उनके सामने संस्क्रिट का एक अक्षर बोलकर इस लोग का अर्थ समझा कर दिखाएं।
01:22हलाकि इंटर्विव के दौरान जगत गुरू राम भद्राचार ने कहा कि
01:26प्रिमानंद को मैं चमतकारी नहीं मानता हूं।
01:30वो ये अक्षर मेरे सामने संस्क्रिट बोलकर दिखा दें या फिर मेरे संस्क्रिट के इस लोगों का अर्थ समझा दें।
01:36वो तो मेरे बालक के समान है। शास्त्र जिनको आए वही चमतकार है।
01:41किड्नी का डियालिसिस होता रहता है। जो वो करना चाहते हैं उन्हें करने दीजिए। सारे सेलबिटी अपनी इमेच चमकाने के लिए उनके पास आते हैं।
01:48व्रिंदावन, अयोध्या सब तो है। मैं प्रिमानंद किसे दोएस नहीं रखता हूं लेकिन मैं उन्हें विद्वान नहीं कह रहा हूं और नाहीं उन्हें चमतकारी कह रहा हूं।
01:57चमतकार उसे कहते हैं जो सास्त्री चर्चा करता हूं। उनकी लोग प्रिता पर रामभद्राचार ने कहा कि अच्छी है लेकिन ये लोगप्रिता कुछ पलों के लिए होती है। लेकिन ये कहना कि वो चमतकारी हैं या मुझे सुईकार नहीं है।
02:10बतादे की प्रेमानंद महराज मत्षुरा विंदावन छेत्र में आस्था का केंद्र बनी हुँ है। संत्रेमानंद महराज की पास बड़े बड़े शिरवर्टी आसिरवाद लेने पहुशते हैं। जिनमें क्रिकेटर विराट कोहली जैसे नाम भी शामिर है। अब पिछले 19
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