00:00S.A.I.R. को लेकर पूरे देश में बवाल है, सडक से लेकर सदन तक हंगामा हो रहा है, बिहार बैटल फिल्ड बन चुका है, पहले तेजस्वी आदव और फिर उसके बाद विजै सिना कटखरे में हैं, तेजस्वी आदव के जहां दो इपिक नंबर सामने आये थे, वहीं व
00:30तेजस्वी आदव का मामला दो इपिक नंबर जारी करने का है, और आयोग एक ही इपिक नंबर एक बैक्ति को जारी करता है, एक मद्दाता को, अगर दो जगह है और यह सिस्टम की अगर गलती है, तब तो वह दोसी नहीं ठहराए जाएंगे, यदि तेजस्वी आदव की �
01:00का हुआ पर कैसे होगे हैं?
01:30अगर दिये होंगे और शिस्टम का दोस होगा, तब तेजस्वी आदव दोसी नहीं ठहराए जाएंगे.
01:38अब तो चुनाब आयोग ही बता पाएगा कि मामला क्या है, सिस्टम की गड़वड़ी है या उनकी गड़वड़ी है?
01:44बीजय सिन्हा जी का भी मामला कमूबेस इसी प्रकार का है, दो जगा पर उनके वोटर आईडी कार्ड जारी किये गये हैं, जिस्टू किये गये हैं, और यह कानूनन अपराद है, लेकिन इसको कोर्ट में साबित करना होगा.
02:03सिस्टम की अगर गड़वड़ी होगी, तो दोसी नहीं ठहराए जाएंगे, और यदि मद्दाता की गड़वड़ी होगी, तो वो दोसी ठहराए जाएंगे, आर्पी एक्ट 18-19 में इसका प्रावधान भी है.
02:18तो जोनु जगा अगर उनके मद्दान किया होगा?
02:23सब तो गलत है, और इसके लिए उनकी सजा मुकरर्र होगी, तय होगी.
02:31मैं जैसा कि देख रहा था, उन्होंने कहा है कि मेरे पास परची है, मैंने इसके लिए आवेदन दिया था, तो वो साबित करना होगा कोर्ट में, तो इसके लिए वो दोसी नहीं ठहराए जाएंगे, अगर उन्होंने आविदन किया होगा इसके लिए.
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04:35ुपूर्ण आईडी कार्ड सामने आये हैं दोनों को चुना आयोक की ओर से नोटिस जारी किया गया है नोटिस से अगर आयोक संतुस्त नहीं होती है तो वैसी स्थिती में सजा का भी प्रावधान है एक्ट के मुताविक एक साल की सजा मिल सकती है असोक के साथ रंजीत इटी