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  • 4 months ago
Prime Minister Narendra Modi issued a firm warning after the U.S. imposed steep 50% tariffs on Indian goods, saying India will never compromise the interests of its farmers, fishermen, and dairy workers. Modi acknowledged that he might face a personal cost but affirmed he’s ready to bear it. His statement underscores India’s commitment to protecting rural livelihoods in the face of mounting trade pressure. 

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00:00नई पहचाम और ताकत मिली हैं। मैं आप सभी को हैंडलूम सेक्टर से जुड़े लोगों को राष्ट्रिय हग करगा दिवस्ति बधाई देता हूं।
00:17साथियों, गप्टर स्वामियासन के साथ मेरा जुड़ाव कई वर्षव पुराना था।
00:28गुजरात की पहले की स्थीतियां बहुत लोगों को पता है।
00:35पहले वहां सूखे और चकरवात की वज़े से क्रिशी पर काफी संकट रहता था।
00:48कचकारेगिस्तान बढ़ता चला जा रहा था।
00:53जब मैं मुख्यमंत्री था तो उसी दवरान हमने स्वाइल हेल काड योजना पर काम शुरूर किया।
01:03मुझे आत है। प्रफसर स्वामिनाथन ने उसमें बहुत ज़्यादा इंटरेस्ट दिखाया।
01:11उन्होंने खुले दुल से हमें सुझाव दिया, हमारा बारतर सिर किया।
01:17उनके योगदान से इस पहल को जवर्दस सभलता भी मिली।
01:24करीब 20 साल हुए जब मैं तमिलनाडु में उनके रिसर्च फाउंडूशन के सेंटर पर गया था।
01:33साल 2017 में मुझे उनकी लिखी किताब The Quest for a World Without Hunger उसको रिलीज करने का मोका मिला था।
01:44साल 2018 में जब बारनसी में इंटरनेशनल राइस दिसर्च इंस्टिटूट के रिजिनल सेंटर के अउगदान हुआ।
01:53तो भी उनका मारदर्शन हमें मिला।
01:58उनसे हुई हर मुलाकात मेरे लिए एक लर्निंग एक्स्पिरियंस होती थी।
02:05उन्होंने एक बार कहा था, Science is not just about discovery, but delivery।
02:14और उन्होंने इसे अपने कारियों से सिद्ध किया।
02:20वो केवज रिसर्च नहीं करते थे।
02:23बरकि खेती के तौर तरीके बदलने के लिए किसानों को प्रेरिट भी करते थे।
02:31आज भी भारत के एक्रिकल्चर सेक्टर में उनकी एप्रोच, उनके विचार हर तरफ नजर आते हैं।
02:43वो सही माइने में माभारती के रत न थे।
02:49मैं इसे अपना सवभागे मानता हूँ कि डॉक्टर स्वामिनाधन को हमारी सरकार में भारत रत्न से सम्मानित करने का सवभागे मिला।
03:08साथ्यों डॉक्टर स्वामिनाधन ने भारत को खाध्यान में आतमंदिर बनाने का अभियान चलाया।
03:21लेकिन उनकी पहचान हरित क्रांती से भी आगे बढ़कर थी।
03:28वो खेती में केमिकल के बढ़ते प्रयोग और मोनोकल्चर फार्मिक के खत्रों से किसानों को लगातार जागरूत करकते रहे।
03:40यानि एक तरफ वो ग्रेन प्रोडक्शन बढ़ने का प्यास कर रहे थी।
03:47और साथ ही उन्हें एन्वार्मेंट की धर्ती मा की भी चिंता थी।
03:55दोनों के बीच संतुलन साजने और चुनोतियों का समाधान करने के लिए उन्होंने
04:02एवर ग्रीन रिवालूशन का कंसेप दिया।
04:07उन्होंने बायो विलेज का कंसेप दिया।
04:11जिसके जरिये गाउं के लोगों और किसानों का ससक्तिकरण हो सकता है।
04:19उन्होंने कॉमिनिटी सिड बैंक और आपर्टुनिटी क्रॉप्स जैसे आइडियाज को बढ़ावा दिया।
04:29साथियों दक्टर स्वामिनाशन मानते थे कि क्लाइमेट चेंज और न्यूट्रेशन की चुनोती का हल्थ उन्ही फसलों में छुपा है जीने हमने भुला दिया है।
04:48ड्राउट टॉल्डरेंस और सॉल्ड टॉल्डरेंस पर उनका फोकस था।
04:55उन्होंने मिलेट स्री अन्न पर उस समय काम किया जब मिलेट को कोई पूछता नहीं था।
05:06डॉक्टर स्वामिनाथन ने वर्षों पहले ये सुझाव दिया था कि मैंगरों की जेनेटिक क्वालिटी को धान में ट्रांसफर किया जाना चाहिए।
05:20इससे फसले भी जलवायू के अनुकुल बनेगी।
05:26आज जब हम क्लाइमेट एड़क्शन की बात करते हैं तो महसूस होता है कि वो कितना आगे की सोचते थे।
05:38साथियों आज दुनिया भर में बायो डायर्वसिट्य को लेकर चर्चा होती है।
05:45इसे सुरक्षिद रखने के लिए सरकारे अनेक कदम उठा रही हैं।
05:51लेकित दॉक्टर स्वामिनाथन ने एक कदम आगे बढ़ते हुए बायो हैपिनेस का आइडिया दिया।
06:02आज हम यहाँ इसी आइडिया को सेलिब्रेट कर रहे हैं।
06:07डॉक्टर स्वामिनाथन कहते थे कि बायो डायवर्सिटी की ताकत से हम स्थानिय लोगों के जीवन में बहुत बड़ा बड़लाव ला सकते हैं।
06:20लोकल रिसोर्सिट के इस्तिमाल से लोगों के लिए आजी भी काके नए साधन बना सकते हैं।
06:32अब जैसा उनका व्यक्तित्व था अपने आइडियाज को वो जमीन पर उतारने में माहिर थे हैं।
06:41अपने रिसर्ट फांडेशन के दबारा उन्होंने नई खोजों का लाव किसानों तक भुचाने का निरंतर प्रयास किया।
06:53हमारे छोटे किसान, हमारे मच्वारे भाई भेन, हमारे ट्राइबल कम्यूनिटी, इन सबको उनके प्रयासों से बहुत लाव हुआ है।
07:08साथियों, आज मुझे इस बात की विशेश खुशी है कि प्रफेसर स्वामिनाथन की विरासत को सम्मान देने के लिए
07:19MS. स्वामिनाथन Award for Food, Event and Peace शुरू हुआ है।
07:28ये International Awards विकांसियल देशों के उन व्यक्तियों को दिया जाएगा, जिनोंने Food Security की दिशा में बड़ा काम किया है।
07:44Food and Peace भोजन और शांति का रिष्टा जितना दार्षनिक है उतना ही प्रेक्टिकल भी है।
07:57हमारे हां उपनी शद्व में कहा गया है अन्नम न निंद्यल्यात तद व्रतम, प्राणो वा अन्नम शरिरम अन्नादम, प्राणे शरिरम प्रतिष्ठितम।
08:16अर्थात हमें अन्न की अनाज की अवहेलिना या उपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
08:28प्राण अर्थात जीवन अन्न ही है इसलिए साथियों अगर अन्न का संकट पैदा होता है तो जीवन का संकट पैदा होता है।
08:42और जब हजारों लाखों लोग के जीवन का संकट बढ़ता है तो वैश्विक अशान्ती भी स्वाभाविक है।
08:50इसलिए M.S. Swaminathan Award for Food and Peace बहुत ही एहम है।
09:00मैं यह पहला एवर्ड पाने वाले नाइजीरिया के टैलेंटेट साइंटीज प्रोफिसर आडे नले उनको बहुत बहुत बढ़ाई देता हूँ।
09:15आज भारतिय क्रसी जिस उन्चाई पर है वो देखकर डॉक्तर स्वामिनाधन जहां भी होंगे उन्हें गर्व होता होगा।
09:31आज भारत दूज, दाल और जूट के प्रोड़क्शन में नंबर बन है।
09:40आज भारत चावल, गेहूं, कपास, फल और सबजी के उत्तादन में नंबर टू पर है।
09:51आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फीश प्रोडूशर भी है।
09:59पिछले साल भारत ने अब तक का सबसे ज़्यादा फूड ग्रेंड प्रोडूशन किया है।
10:07ओयल से इसमें भी हम रिकॉर्ड बना रहे हैं।
10:12सोयाविन, सरसों, मुंफली, सभी का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ा है।
10:22साथियों, हमारे लिए अपने किसानों का हीत सरवोच्च प्रात्विक्ता है।
10:33भारत अपने किसानों के, पशुपालकों के, और मचवारे भाई बेहनों के हितों के साथ, कभी भी समझोता नहीं करेगा।
10:54और मैं जानता हूँ, व्यक्ति गदरुप से मुझे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
11:04लेकिन मैं इसके लिए तयार हूँ, मेरे देश के किसानों के लिए, मेरे देश के मचवारों के लिए, मेरे देश के पशुपालकों के लिए, आज भारत तयार है।
11:21किसानों की आय भढ़ाना, खेती पर खर्च कम करना, आय के नए स्रोध बनाना, इन लक्षों पर हम लगातार काम कर रहे हैं
11:42साथियों, हमारी सरकार ने किसानों की ताकत को देश की प्रगति का आधार माना है
11:54इसलिए बीटे वर्षों में जो नीतियां बनी, उनमें सिर्फ मदद नहीं थी
12:06किसानों में भरोसा बढ़ाने का प्रहाज भी था
12:11पी-एम किसान सम्मान निजी से मिलने वाली सीधी साहथा ने
12:17छोटे किसानों को आत्मबल दिया है
12:21पी-एम फसल भी मा योजना ने किसानों को जोखिबसे सुरक्षा दी है
12:30सिंचाई से जुड़ी समस्याओं को पी-एम किसी सिंचाई योजना के माध्यम से दूर किया गया है
12:40दस हजार एप्पियोस के निर्मान ने छोटे किसानों की संगठित शक्ति बढ़ाई है
12:50कोपरेटिवस और सेल्फ हेल्प गुरुश को आर्थिक मदद ने ग्रामेर अर्थवबस्ता को नई गति दी है
13:02इनाम की विज़र से किसानों को अपनी उपज बेचने की आसानी हुई है
13:09पी-एम किसान संपधा योजना ने नई फूर्ट प्रसेंसिंग युनिट्स बंदारन के अभ्यान को भी गति दी है
13:20हाली में पी-एम धंधान्य योजना को भी मंजूरी दी गई है
13:26इसके तहट उन हंड्रेट डिस्ट्रिक को चुना गया है जहां खेती पिछडी रही है
13:36यहां सुविधाय पहुँचा कर किसानों को आर्थिक मदद दे कर खेती में नया भरोसा पैदा किया जा रहा है
13:45साथ क्यों 21 सदी का भारत दिक्सित होने के लिए पूरी जी जान से जुटा है
13:55और ये लक्ष हर वर्ग हर प्रफेशन की योगदान से ही हासिल होगा
14:03डॉक्टर स्वामिना असन से प्रेना लेते हुए है
14:08अब देश के वैज्यानिकों के पास एक बार फिर इतिहास रचने का मोका है
14:16पिछली पीडी के वैज्यानिकों ने फूर्ट सिक्यूरिटी सुनिश्चित की
14:23अब नूट्रेशनल सिक्यूरिटी पर फोकस करने की आवश्यक्ता है
14:31हमें बायो फोर्टिफाइड और नूट्रिशन से भरपूर
14:36पसलों को व्यापक सर पर बढ़ाना होगा
14:40ताकि लोगों का स्वास्थ बहतर हो
14:43केमिकल का उप्योग कम हो
14:46नेट्रल फार्मी को बढ़ावा मिले
14:50इसके लिए हमें अधीग तत्परता दिखानी होगी
14:55साथ्यों
14:57क्लाइमेट चेंज से जुड़ी चुनोतियों से
15:00आप भली भाती परिकीत है
15:03हमें क्लाइमेट रेजिलियन क्रॉप्स की ज्यादा से ज्यादा वेराइटी को
15:10विक्सित करना होगा
15:12ड्राउट टॉलरंट
15:15हीट रेजिस्टेंट
15:17और फ्रड एड़ेप्टिव फसलों पर
15:20फोकस करना होगा
15:22फसल चक्र कैसे बदला जाए
15:25किस मिट्टी के लिए क्या उपयूगत है
15:30उस पर अधिक रिसर्च होनी चाहिए
15:33इसके साथ ही
15:35हमें
15:36सस्ते स्वाइल टेस्टिंग टूल्स
15:40और न्यूट्रियन्ट मेनेजमेंट के तरीके वे
15:44उसको भी विक्सित करने की आवश्यक्ता है
15:47साथियों
15:48हमें सोलर पावर्ल माइक्रो इरिगेशन की दिशा में
15:52और ज्यादा काम करने की आवश्यक्ता है
15:55ड्रीप सिस्टिम
15:57और प्रिशिसन इरिगेशन को हमें
16:01ज्यादा व्यापक और असरदार बना रहा होगा
16:04क्या हम
16:05सेटलेट डेटा
16:07ए आई
16:09और मशिन लर्निंग को जोड सकते हैं
16:13क्या हम ऐसा सिस्टिम बना सकते हैं
16:16जो उपज का पुर्वानुमान दे सके
16:18कीचों की निग्रानी कर सके
16:21और वोवाई के लिए गाइड कर सके
16:24क्या हर जिल्ने में
16:27ऐसा रियल टाइम डिसिसन सपोर्ट सिस्टिम
16:30पहुंचाये जा सकता है
16:31आप सभी
16:33एग्री टेक
16:35स्टार्ट अप को भी
16:37निरंतर
16:40गाइड करते रहिए
16:42आज बड़ी संख्या में
16:45इनोवेटिव युवान
16:47खेती की समस्याओं का समाधान
16:50निकालने में जूटे हैं
16:52अगर आप
16:53जो अनुभवी लोग है
16:56आप अगर लोग उन्हें गाइड करेंगे
17:00तो उनके बनाए
17:02प्रोड़क्त
17:03ज्यादा प्रभावियों हसाली होंगे
17:06और
17:07यूजर फ्रेंली होंगे
17:09साथियों
17:11हमारे किसान
17:12और हमारे किसान समधायों के पास
17:16पारम पर इग्यानता ख़जाना है
17:19ट्रेडिशनल इंडियन एग्रिकल्चरल प्रैक्रिसीज
17:25और मोडन साइंस को जोड़ कर
17:28एक होलिस्टिक नॉलेज बेज तैयार किया जा सकता है
17:32क्रॉप डावर्सिपिकेशन भी
17:35आज एक नेशनल प्राइडिटी है
17:38हमें अपने किसानों को बताना होगा
17:42कि इसका क्या महत्वा है
17:44हमें समझाना होगा
17:46कि इससे क्या फाइदे होंगे
17:49साथी ये भी बताना होगा
17:52कि ऐसा ना करने पर क्या नुफसान होंगे
17:56और इसके लिए
17:58आप बहुत बहतर तरीके से काम कर सकते हैं
18:02। । । । । । ।
18:32। । । ।
19:02। । । । । । ।
19:32। । । । । ।
20:02। । । । ।
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