00:00। यह जनपद शामली के अंदर ग्राम हसनपुर है और यहाँ पर यह हमारा मंदिर है और इस मंदिर में कोई 7-8 वर्षे एक साधु वेश में यहाँ पुजारी थे जो देखभाल करते थे
00:27और वो छदम वेश में थे जब जाँच हुई तो जाँच में लोगों को यहाँ गाम वालों को वक्षेत्रे के लोगों को पाया कि वो हिंदू नहीं वो मुस्लिम थे
00:40तो उसके द्वारा यहां रहने से एप पवित्रता बढ़ गई क्योंकि जो भाई जाएं के मात खाने वाले और गाएं को के कातिल हो और वो हमारे मंदिर में इस तरह थदम वेश में रहे तो मंदिर तो एप पवित्र हो गया और उसने यहां पता नहीं मूर्टी के साथ भी
01:10भुजन में ठोकने मुत्र करने काधिका सड़ियंतर करते हैं तो यहां भी पता नहीं क्या सड़ियंतर हुआ होगा
01:16और मैं यह कह रहा हूं कि यह आंतरिक बाहरी जो इसलामी की ताक्ते हैं वे सनातन धर्म को करने के लिए और वंस भारत राष्ट
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