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श्री रामचन्द्र अष्टकम् Shri RamChandra Ashtakam | जय श्री राम | Most Soothing Bhajan | श्री राम आरती

✨ A soulful recitation of Shri RamChandra Ashtakam that fills the heart with peace and devotion. Chanting the name of Shri Ram brings positivity, strength, and divine blessings. Enjoy this soothing bhajan and immerse yourself in the divine vibes of Jai Shri Ram.


Music and Lyrics: Copyright USP Studios Pvt Ltd™
Video: Copyright USP Studios Pvt Ltd™

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00:00ओम अथश्री रामचंद्राष्टकं। रामं श्यामं राजीवनेत्रं रमनियं।
00:15सीताकांतं शान्तनित्यं सुखकंदं। शोभादिव्यं मरकतवर्णं रुपतिशं।
00:31वंदे रामं नवनलिनाभं अवधेशं।
00:40नानाद्रव्ययर्पूजितनित्यं शिवपूज्यं।
00:49नानाशास्त्रयर्वंदितनित्यं सुखकंदं।
00:58नानाभोगयर्शोभितनित्यं समसेव्यं।
01:07वंदे रामं धरनी जायासमसेव्यं।
01:16रामं नित्यं सायकचापं करधारी।
01:26शोभा पुन्जम् रत्नकिरीटं शिरसेव्यं।
01:35रामं राज्ये राजविराजं। रुपश्रेष्ठं।
01:45वंदे रामं श्यामलकायं सुखपुन्जम्।
01:54दंडक विपिनेत्राण विहीन प्रचलंतं।
02:03लक्ष्मन सीता सहचरनीतं विचरंतं।
02:12नाना ब्रंदैर शिजन सहितैर भजनीयं।
02:21वंदे रामं निर्गत कामं सुखधामं।
02:29रावन शत्रुं वानर मेत्र प्रतिपालं।
02:38दनुजविनाशिंजन सुखराशिं सुखधामं।
02:48अनुजशहगमन सीता सहरमनं मारुत।
02:56सुतसेव्यम्नाशक जनव्यसनं प्रणमामी।
03:05शान्तं दान्तं शूक विहीनं सकलत्रं।
03:15मुनिजल पालक भवभयनाशक प्रणमामी।
03:24सुमधुरधरणीतल अवतारधरं प्रभुं।
03:33श्रीरामं दशरततनयं प्रणमामियहं।
03:42रामं दित्यं वांचित भलदं प्रणमामी।
03:49रामं दित्यं लक्ष्मन पूज्यं दृपश्रेष्ठं।
03:57मायातीतं कालातीतं त्रिगुणेशं।
04:06निर्गुणमेकं शान्तं शुद्धं प्रणमामी।
04:14शामलकायं निर्मितमायं प्रणमामी।
04:22जाप्यन नित्यं तवशुभनामं सुखपूर्णम।
04:31वंदे रामं शामलकायं धरणीशं।
04:39वंदे रामं शतदलनेत्रं सततंत्वं।
04:47रामं नमामि मनसावच साच नित्यं।
04:56रामं नमामि शिरसा उरसात थैव।
05:02रामं नमामि पद जानु भुजव। द्रशाच रामं नमामि सततं भुवनेशमेड्यं।
05:17रामं नमामि सततं भुवनेशमीड्यं।
05:24रामं शामं राजीवनेत्रं रमनियं।
05:32सीताकांतं शान्तन नित्यं सुखकंदं।
05:41शोभादिव्यं मरकतवर्णं रुपतिशं।
05:50वन्दे रामं नवनलिनाभं अवधेशं।
05:59नाना द्रव्ययर्पूजितनित्यं शिवपूजं।
06:08नाना शास्त्रयर्वन्दितनित्यं सुखकंदं।
06:17नाना भोगयर्शोफितनित्यं समसेव्यं।
06:26वन्दे रामं धरणी जाया समसेव्यं।
06:35रामं नित्यं सायकचापं करधारी।
06:44शोभा पुन्जं। रत्नकिरीटं शिरसेव्यं।
06:53रामं राज्ये राजविराजं। रुपश्रेष्ठं।
07:03वन्दे रामं श्यामलकायं सुखपुन्जं।
07:12दंडक विपिने त्राण विहीन प्रचलन्तं।
07:21लक्ष्मन सीता सहचरनीतं विचरन्तं।
07:30नाना व्रंदैर शिजन सहितैर भजनियं।
07:39वन्दे रामं निर्गत कामं सुखधामं।
07:48रावन शत्रुं वानरमेत्र प्रतिपालं।
07:57दनुज विनाशिंजन सुखराशिं सुखधामं।
08:06अनुज सहगमन सीता सहरमनं मारुत।
08:15सुतसेव्यम्नाशक जनव्यसनं प्रणमामी।
08:24शान्तं दान्तं शूकविहीनं सकलत्रं।
08:33मुनिजन पालक भवभयनाशक प्रणमामी।
08:42सुमधुरधरणीतल अवतारधरं प्रभुं।
08:51श्रीरामं दशरततनयं प्रणमामियहं।
09:00रामं दित्यं वांचित भलदं प्रणमामी।
09:07रामं दित्यं लक्ष्मन पूज्यं रुपश्रेष्ठं।
09:15मायातीतं कालातीतं त्रिगुनेशं।
09:24निर्गुनमेकं शान्तं शुद्धं प्रणमामी।
09:32शामलकायं दिर्मितमायं प्रणमामी।
09:41जाप्यन नित्यं तवशुभनामं सुखपूर्णं।
09:49वंदेरामं शामलकायं धरणीशं।
09:57वंदेरामं शतदलनेत्रं सततंत्वं।
10:06रामं नमामि मनसावचसाचनित्यं।
10:13रामं नमामि शिरसाउरसात थैव।
10:20रामं नमामि पद जानुभु जौद्रशाचन।
10:29रामं नमामि सततं भुवनेशमेद्यं।
10:35रामं नमामि सततं भुवनेशमीद्यं।
10:44रामं शामं राजीवनेत्रं रमनियं।
10:51सीताकांतं शान्तन नित्यं सुखकंदं।
11:00शोभादिव्यं मरकतवर्णं रुपतिशं।
11:08वन्ते रामं नवनलिनाभं अवधेशं।
11:17नानाद्रव्ययर्पूजितनित्यं शिवपूजं।
11:26नानाशास्त्रईर्वन्दितनित्यं सुखकंदं।
11:35नानाभोगयर्शोफितनित्यं समसेव्यं।
11:44वन्दे रामं धरणी जायासमसेव्यं।
11:54रामं नित्यं सायकचापं करधारी।
12:03शोभापुञ्जं। रत्नकिरीटं। शिरसेव्यं।
12:12रामं राज्ये राजविराजं। रुपश्रेष्ठं।
12:22वन्दे रामं श्यामलकायं सुखकुञ्जं।
12:31दंडक विपिने त्राण विहीन प्रचलंतं।
12:40लक्ष्मण सीता सहचरनीतं विचरंतं।
12:49नाना व्रंदैर शिजन सहितैर भजनीयं।
12:58वन्दे रामं निर्गत कामं सुखधामं।
13:06रावन शत्रुं वानर मेत्र प्रतिपालं।
13:15दनुज विनाशिंजन सुखराशिं सुखधामं।
13:24अनुज सहगमन सीता सहरमनं मारुत।
13:33सुतसेव्यं नाशक जनव्यसनं प्रणमामी।
13:42शान्तं दान्तं शूक विहीनं सकलत्रं।
13:51मुनिजल पालक भवभय नाशक प्रणमामी।
14:00सुमधुरधरणीतल अवतारधरं प्रभुं।
14:09श्री रामं दशरततनयं प्रणमामियहं।
14:18रामं नित्यं वांचित भलदं प्रणमामी।
14:27श्रामं नित्यं लक्ष्मन पूज्यं नृपश्रेष्ठं।
14:34मायातीतं कालातीतं त्रिगुणेशं।
14:42निर्गुणमेकं शान्तं शुद्धं प्रणमामी।
14:51शामलकायं निर्मितमायं प्रणमामी।
14:59जाप्यन नित्यं तवशुभनामं सुखपूर्णं।
15:07वंदे रामं शामलकायं धरणीशं।
15:16वंदे रामं शतदलनेत्रं सततंत्वं।
15:24रामं नमामि मनसावच साचनित्यं।
15:32रामं नमामि शिरसा उरसात थैव।
15:39रामं नमामि पद जानुभु जौद्रशाच रामं नमामि सततं भुवनेशमेद्यं।
15:53रामं नमामि सततं भुवनेशमीद्यं।
16:01रामं शामं राजीवनेत्रं रमनियं।
16:09सीताकांतं शान्तन नित्यं सुखकंदं।
16:17शोभादिव्यं मरकतवर्णं रुपतिशं।
16:25वंदे रामं नवनलिनाभं अवधेशं।
16:35नानाद्रव्ययर्पूजितनित्यं शिवपूजं।
16:45नानाशास्त्रईर्वंदितनित्यं सुखकंदं।
16:53नानाभोगैर्शोभितनित्यं समसेप्यं।
17:03वंदे रामं धरणी जायासमसेप्यं।
17:12रामं नित्यं सायकचापं करधारी।
17:21शोभापुञ्जं। रत्नकिरीटं। शिरसेव्यं।
17:29रामं राज्ये राजविराजं। रुपश्रेष्ठं।
17:39वंदे रामं श्यामलकायं सुखकुंजं।
17:49दंडक विपिनेत्राण विहीन प्रचलंतं।
17:57लक्ष्मण सीता सहचरनीतं विचरंतं।
18:07नाना व्रंदैर्शिजन सहितैर्भजनीयं।
18:15वंदे रामं निर्गत कामं सुखधामं।
18:25रावनशत्रुं वानरमेत्र प्रतिपालं।
18:34दनुजविनाशिंजन सुखराशिं सुखधामं।
18:43अनुजशहगमन सीता सहरमणं मारुतं।
18:52सुतसेव्यम्नाशक जनव्यसनं प्रणमामी।
19:01शान्तं दान्तं शूकविहीनं सकलत्रं।
19:10मुनिजन पालक भवभयनाशक प्रणमामी।
19:19सुमधुरधरणीतल अवतारधरं प्रभुं।
19:28श्रीरामं दशरततनयं प्रणमामियहं।
19:37रामं दित्यं वांचित भलदं प्रणमामी।
19:44रामं दित्यं लक्ष्मन पूज्यं रुपश्रेष्ठं।
19:52मायातीतं कालातीतं त्रिगुनेशं।
20:01निर्गुनमेकं शान्तं शुद्धं प्रणमामी।
20:09शामलकायं निर्मितमायं प्रणमामी।
20:18जाप्यन नित्यं तवशुभनामं सुखपूर्णं।
20:26वंदेरामं शामलकायं धरणीशं।
20:34वंदेरामं शतदलनेत्रं सततंत्वं।
20:43रामं नमामि मनसावचसाचनित्यं।
20:50रामं नमामि शिरसाउरसात थैव।
20:57रामं नमामि पद जानुभु जौद्रशाचन।
21:05रामं नमामि सततं भुवनेशमेड्यं।
21:12रामं नमामि सततं भुवनेशमीड्यं।
21:20रामं शामं राजीवनेत्रं रमनियं।
21:28सीताकांतं शान्तन नित्यं सुखकंदं।
21:36शोभादिव्यं मरकतवर्णं रुपतिशं।
21:44वन्दे रामं नवनलिनाभं अवधेशं।
21:54नानाद्रव्ययर्पूजितनित्यं शिवपूजं।
22:02नानाशास्त्रईर्वन्दितनित्यं सुखकंदं।
22:12नानाभोगयर्शोभितनित्यं समसेव्यं।
22:22वन्दे रामं धरणी जायासमसेव्यं।
22:31रामं नित्यं सायकचापं करधारी।
22:40शोभापुञ्जं। रत्नकिरीटं। शिरसेव्यं।
22:48रामं राज्ये राजविराजं। रुपश्रेष्ठं।
22:58वन्दे रामं श्यामलकायं सुखकुन्जं।
23:06दंडक विपिने त्राण विहीन प्रचलंतं।
23:16लक्ष्मण सीता सहचरनीतं विचरंतं।
23:24नाना व्रंदैर शिजन सहितैर भजनीयं।
23:34वन्दे रामं निर्गत कामं सुखधामं।
23:42रावन शत्रुं वानर मेत्र प्रतिपालं।
23:52दनुज विनाशिंजन सुखराशिं सुखधामं।
24:01अनुज सहगमन सीता सहरमनं मारुत।
24:10सुतसेव्यम्नाशक जनव्यसनं प्रणमामी।
24:19शान्तं दान्तं शूकविहीनं सकलत्रं।
24:28मुनिजन पालक भवभयनाशक प्रणमामी।
24:37सुमधुरधरणीतल अवतारधरं प्रभुं।
24:46श्रीरामं दशरततनयं प्रणमामियहं।
24:55रामं नित्यं वांचित भलदं प्रणमामी।
25:02रामं नित्यं लक्ष्मन पूज्यं दृपश्रेष्ठं।
25:10मायातीतं कालातीतं त्रिगुनेशं।
25:19निर्गुनमेकं शान्तं शुद्धं प्रणमामी।
25:27शामलकायं दिर्मितमायं प्रणमामी।
25:36जाप्यन नित्यं तवशुभनामं सुखपूर्णं।
25:44वंदेरामं शामलकायं धरणीशं।
25:52वंदेरामं शतदलनेत्रं सततंत्वं।
26:01रामं नमामि मनसावचसाचनित्यं।
26:08रामं नमामि शिरसा उरसात थैव।
26:15रामं नमामि पद जानुभु जौद्रशाचन।
26:24रामं नमामि सततं भुवनेशमेद्यं।
26:30रामं नमामि सततं भुवनेशमीद्यं।
26:39रामं शामं राजीवनेत्रं रमनियं।
26:45सीताकांतं शान्तन नित्यं सुखकंदं।
26:54शोभादिव्यं मरकतवर्णं रुपतिशं।
27:03वन्दे रामं नवनलिनाभं अवधेशं।
27:12नानाद्रव्ययर्पूजितनित्यं शिवपूच्यं।
27:21नानाशास्त्रईर्वन्दितनित्यं सुखकंदं।
27:30नानाभोगयर्शोभितनित्यं समसेव्यं।
27:39वन्दे रामं धरणी जायासमसेव्यं।
27:49रामं नित्यं सायकचापं करधारी।
27:58शोभा पुन्जम् रत्नकिरीटं शिरसेव्यं।
28:07रामं राज्ये राजविराजं। रुपश्रेष्ठं।
28:17वन्दे रामं श्यामलकायं सुखपुन्जं।
28:26दंडक विपिने त्राण विहीन प्रचलन्तं।
28:35लक्ष्मण सीता सहचरनीतं विचरंतं।
28:44नाना व्रंदैर्शिजन सहितैर्भजनियं।
28:52वन्दे रामं निर्गत कामं सुखधामं।
29:01रावण शत्रुंग वानरमेत्र प्रतिपालं।
29:10दनुजविनाशिं जन सुखराशिं सुखधामं।
29:19अनुज सहगमन सीता सहरमनं मारुत।
29:28सुतसेव्यं नाशक जन व्यसनं प्रणमामि।
29:37शान्तं दान्तं शूक विहीनं सकलत्रं।
29:46मुनिजल पालक भवभयनाशक प्रणमामि।
29:55सुमधुरधरणीतल अवतारधरं प्रभुं।
30:04श्री रामं दशरततनयं प्रणमामियहं।
30:13रामं नित्यं वांचित भलदं प्रणमामि।
30:22रामं दित्यं लक्ष्मन पूज्यं रुपश्रेष्ठं।
30:28मायातीतं कालातीतं त्रिगुनेशं।
30:37निर्गुणमेकं शान्तं शुद्धं प्रणमामि।
30:45शामलकायं निर्मितमायं प्रणमामि।
30:54जाप्यन नित्यं तवशुभनामं सुखपूर्णं।
31:02वंदे रामं शामलकायं धरणीशं।
31:11वंदे रामं शतदलनेत्रं सततंत्वं।
31:19रामं नमामि मनसावच साचनित्यं।
31:27रामं नमामि शिरसा उरसात थैव।
31:34रामं नमामि पद जानुभु जौद्रशाच।
31:41रामं नमामि सततं भुवनेशमीद्यं।
31:48रामं नमामि सततं भुवनेशमीद्यं।
31:55इति श्री स्वामि उमेश्वरानंद तीर्थ विरचितं।
32:03श्री रामाष्टकं संपूर्णं।
32:08रामं हरियों कत्सतं।
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