00:00धराली में बादल फटने के बाद का मनजर एक दम खौफनाक था
00:03सानिय मंदर के एक पुजारी के मताबिक देखते ही देखते चंद सेकिंड में पूरा इलाका सेलाब में समा गया है
00:09देखे
00:10अब बाद बाद आवाज निकला और फिर शीटी बजाना परारम किया कि ताकि लोग इदर उदर शमज जाएं कि नदी का इस तर बढ़ रहा है
00:24और जैसे हमने मूबाद निकला तो यहां पर अंदर स्वी खाई में डिक्ती नहीं है नदी
00:28और उसके बाद जैसे हो बाहर निकला न तो पूरा सहलाब था जैसे हमने उससे देखा तो हमारी आवाज बंद हो गई हम सीटी बजाना चारे थे तो हम वहां से सीटी नहीं बजबारी थी
00:36और ऐसे कर पा रहे थे, मəलब एक दम्स्या राइस, सारे जे लूग इदर उदर भांग रहे थे, और कई लोग ऐसेन стал इस
00:42वीडियो में हैं पंद्रसों लोग तो हमारे सामने ही वीडियो में दबे हैं और जो हमने वीडियो कई बारता स्लो करके जब देखा इस परकार का यह मंज़र रहा बहुत बिवस्से था आम ने सोचा साइज जैसे गाड़ बढ़ती हैं कोई बार नी श्रावन के में थोड़ा
01:12साइट में सारी लोग बच गए कुछ लोग मार्केट में थे तो वो लोग समझी नहीं पाई उनके सामने बड़ी-बड़ी होटल्स थे तो उन्हें पीछे से लाब दिखा नहीं कि इतना विवस्स से होगा उन्होंने लगा चलो थोड़ा नदी बढ़ रही होगी तो कोई �
01:42इसमें सैकडों, दुकान और घरों में पानी खुज गया
02:12यह ठीक साब जो है, एक बज़ के तीस मिनट पे यह आया है साब, फर्ष्ट जटका जो आया था, एक बज़ के तीस मिनट पे आया और उसकी बहुत ही खतरना आवाज थी, फिर यहां पर यह मुखवा गाउं के जो लोग थे साब हम लोग यहां पर, हमने सिट्टी मारी और
02:42पेरे हिसाब से साब तकरीबन जो है, डेर सो से दो सो आदमी के लगवा के होगा, यह संभाव ना है साब, यह सर जो है, ध्राली मार्केट था, और यहां पर कल्प केदार जीर का भव्या मंदर ही था साब, और लोग यहां पर दर्शन के लिए आते थे, और कल यहां पर यह
03:12तबाही को लेकर धराली के एक और निवासी ने बताया है कि आसपा सचानक मलबा आया, जिस वक्त यह हादसा हुआ, करीब दो सो लोग गाउं में मौझूद थे
03:42आर्वी वाले केंपे में भी बहुत जादा नुक्सान हुआ, वहां पर कम सिकमा आज नौ लोगों का लापता का समाजर मिल रहा है, इस लिए पर कितने लोग रहते हैं वैसे लोगों में लोगों का वज़ती है, उसमें से कम सिकमा आजकल थोड़ा, यह मीन यातरा रूट �
04:12कि जुबानी एक कहानी सुनाते हैं, इस तबाही की चात्र के मुताबिक जब वो घर में बैठा था, तब ही अचानक सेलाब आया और पल भर में ही सब कुछ बदल गया
04:42जब चुकी थी, मैं सोच रहा था एक ताम की वीडियो गनाओ, लेकिन वैसे मैंने खिया नहीं, तब तक में नीचे आ चुका था, यहां से, मैंने काफी सेटियां हमारी लोगों को, बचाने की मैंने काफी कोशिश करी, मेरी सेटियां को किसी को सुनाई भी दी, लोग उस �
05:12अशुतोष देखिए, हर कोई अपनी अपनी ओर से बता रहा है कि किस तरीके से वहाँ पर तबाही मची, किसी का कहना है कि वहाँ पर उस गाओं में तकरीबन 200 लोग वहाँ मौजूद थे, अभी तक कोई आधिकारिक आंकड़ा सामने आया है कि वहाँ पर कितने लोग मौ�
05:42पूरा शहर समतल हो गया, मलवे में तब्दिल हो गया, अभी तक जो आंकड़े थे कि 50-60 लोग लापता हैं, अगर वो संख्या 200 तक पहुंच सकती है तो आप समझे एक तो शहर की आबादी, उपर से वहाँ पर जो टूरिस्ट होते हैं, धार्मिक यातरा चल रही थी तो च
06:12और उस दूसरे दिन में भी ज्यादा लोग अगर नहीं पहुंच पाए हैं, तो मैन पावर तो है, लेकिन मशीनरी पावर का इस्तमाल बाकी है, देखे तमाम कोशेच अभी भी हो रही है, मलवा इस पूरे इलाके का इतना कच्चा है कि रह रह करके यहाँ पर जमीन गिर र
06:42इस में चल रहे हैं अलग-अलग जगों पर, सबसे बड़ी जो चुनाती है कनेक्टिविटी की, कनेक्टिविटी की कोशिश की जाए, वहाँ बिजली नहीं है, कम्यूनिकेशन नहीं है, कम्यूनिकेशन लाइन को भी शुरू करना है, और इन सब के भीच जो लोग है वहा�
07:12जूजने के लिए जिस तरह का स्केल चाहिए, वो इस समय चल रहा है, लेकिन मौसम और परिस्थितियां और खासकर ये कनेक्टिविटी ऐसी चुनाती बनकर उपरी है, जिससे आप समझेए कि तमाम एजिंसिया फिलहाल उससे जूज रही है
07:23जाली में बादल फार तबाही के बाद अब युदस्तर पर रेस्क्यू उपरेशन जा रिया, इस रेस्क्यू उपरेशन में एक मात्र सहारा हेलिकॉप्टर है, क्योंकि यहाँ पर पहुशने वाली सड़के पूरी तरह से तूट गई है
07:34यह तबाही के बाद का सन नटा है, यह तबाही के बाद का मंजर है, यह तबाही के बाद के डरानी वाली वो तस्वीरे हैं, जिसे जो देख रहा है, वो सन रह जा रहा है
07:56द्रोन से ली गई धराली की ये तस्वीरे बता रही है कि पुद्रत की बादल फ़ाड तबाही ने धराली का क्या हर्ष्ट कर दिया है
08:07आपको सिर्फ और सिर्फ मलबा नज़रा आएगा
08:10फूल से लेकर इमारते सहराब में समाधी ले चुपी है
08:14धराली में बादल फ़ाड तबाही के बाद अब युद्धुस्तर पर रेस्क्यू उपरेशन चारी है
08:26जहां चंद घंटों पहले होटलों की मारते खड़ी थी, बाजार थे, दुकाने थी, पुद्रत में बलभर में सब कुछ मिटा डाला
08:34अब वहाँ टीमी रेस्क्यू उपरेशन में जुकी ही और इस रेस्क्यू उपरेशन में एक मातर सहारा हेलिकॉप्टर है
08:41क्योंकि यहां पहुचने वाली सड़की पूरी तरह से टूट गई है
08:45अब एक मातर जो सहारा है वो हैलिकॉप्टर है
09:11जिसके जरेए जो जो मेडिकल जो दवाईया हैं एक्यूप्पेंट हैं कबरिकर्शन सिस्टम हैं वो पहुचाए जा रहे हैं
09:19और इसके साथ ही जो घायल जवान और लोग हैं उनको लगातार यहां पर लाए जा रहा है
09:24रिस्क्यू ओपरेशन में भाती सेना की साथ टी में लगातार मोर्ची पर डटी है
09:29225 से ज़्यादा जवान रहत बचाओं में तैना थी
09:33रहत की ख़बर ये है कि हर्शिल का मिलेटरी हेलिपैट पूरी तरह चालू कर दिया गया है
09:38तीन सीविल हेलिकॉप्टरों के जरियर रहत समगरे पहुचाई जा रही है
09:43बटवाडी और हर्शिल में हेलिकॉप्टर लेंडिंग से रिस्क्यू ओपरेशन में तीजी आई है
09:47चिनुक, MI-17 और ALH हेलिकॉप्टर स्टैंड बाइबर दिए
09:53आपको बता दे कि उस्तरकाशी जिले में तीन जगह विनाशकारी, सैला भाया, धराली, हर्शिल और सुखी टॉप्टर अब तीनों जगहों पर रिस्क्यू ओपरेशन चल रहा है
10:04कि दो और जगहों पर भी हर्शिल में और सुखी टॉप में ये फ्लैश फलड आया है
10:13हर्शिल में आदमी के 11 जमान मिसिंग बताय जा रहे हैं
10:18हाला कि तीसरी जगह जो है महाँ पर कोई अभी अताहत नहीं हुआ है
10:22तो इसको लेकर के NDRF की टीम उतरकाशी से रहाना की गई थी
10:27तीन टीमें उतरकाशी रिशिकेश हाईवे के थूरू बहाँ पर रहाना की गई है
10:32मगर अभी चुकी बहाँ पर लगता है लाइंसलाइट्स हो रहा है बारिश हो रही है
10:36सहलाब में जो भारतिय सेने के 11 जवान लापता हुए है
10:43उनकी तराश भी अभी पूरी नहीं हो पाई है
10:45कहा ये भी जा रहा है कि केरल के 28 टूरिस्ट का ग्रूप धराली की घटना के बाद से लापता है
10:52क्योंकि जगा जगा लेंड स्लाइड है इसलिए इनका पता नहीं चल पा रहा है
11:01धराली में एक के बाद एक फटे बादल और उससे मची तबाही ने हर किसी के रोंटे खड़े कर दिया
11:07बादल फटने से कितनी भेंकर तबाही मची है ये पूरा दीश दिख रहा है
11:12खटन भर में कैसे सब कुछ मलवे में समा गया ये तस्वीरे गवा थी
11:17ये जो रास्ता आगे जोडता है दरतल इस पर एक पुल था सिमिंट का और सामने से आता हुआ सैला पहाडों से जो ज़रना
11:25वो प्रपात इतनी तेज था कि बीती शाम को वो पुल को अपने साथ ले करके चला गया
11:30और जैसे ही वो पुल बहगे देखे इसके साथ यहाँ पर पूरी पूरी जो सड़क है वो दरकती हुई चली गई
11:36अमूमन यही तस्वीर हमने दूसरे इलाकों में देखी है लेगिन जैसे हम आपको आगे क्यों अगर लिये चलें यह देखे यह जो पूरा इलाका नुकसान लगातार यहां से लैंसलाइड हुई है
11:44और उस लैंसलाइड के बाद अभी उस तबाही के निशान यह जो लकडियां हैं यह जो बड़े बड़े हिस्से हैं यह दरसल उस प्रपात से बह कर आये हैं जब जहरना उपर से तेज आया तो वो बह कर के आगए और यह सारा हिसा यहां तक पानी था यह जो नदी है आगे
12:14तक मदद पहुंचाने और जिन्दगी की तलाश मेरे स्कुटी में जी जांस जुगी है मन जीतने की के साथ अशुदोश मिश्रा उफ्तरकाशी आज तक
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