बेबाक भाषा के दो टूक कार्यक्रम में पत्रकार भाषा सिंह ने बिहार में गुंडाराज और वोटबंदी की हेराफेरी से घिरी नीतीश सरकार पर सवाल उठाए। सूबे की राजधानी में खुलेआम हो रही हत्याएं और उन्हें मौसमी अपराध बताते वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राज्य में 'सुशासन' बाबू की पोल खोल रहे हैं। #news #latestnews #newsanalysis #biharnews #biharcrime #nitishkumar #votebandi
00:00अरे भाईया, अरे बहना क्या क्राइम है, क्या किलिंग है, क्या गुंडागर्दी है, क्या वोट बंदी है, क्या 420 है, यह अपना बिहार है, वही सुशाशन भाबू का बिहार, नितीश बाबू, पल्टु राम जो इस समय भाशपा की शरणम गच्छामी बैठ कर बिहार को �
00:30तरह से गोलिया चल रही है सरयाम, वह बता रही है कि नितीश जी का ही नहीं, बीजेपी और मोदी जी का शाशन कितना क्लासिक हो रहा है।
01:00बहुत तसली से गोलिया चलाती है और बाहर निकलाती है।
01:30यानि Special Intensive Revision जिसे हम और आप कह रहे हैं मोदी सरकार की वोट बंदी उससे तो कोहराम मचा ही हुआ है।
01:40सियासी कोहराम मचा हुआ है, लगातार लोग हंगामा कर रहे हैं कि नाम बड़े पैमाने पर काटने की जो साजिश है उसमें लोकतंत्र की हत्या हो रही है।
01:50चाहे भागपा माले के महासचिव धिपांकर भटा चारे का हैं।
01:55वोट बंदी के 20 दिन गुजर चुके हैं और अभी चुनाओ आएक के और से बड़े बड़े आकड़े जारी किये जा रहे हैं कि इतने लोगों का फर्म जमा हो गया है।
02:05लेकिन हमें जो रिपोर्ट मिल रही है कि जो चुनाओ आएक ने कहा था कि हर घर में भी एलो तीन बार जाएगा और हर एक मददाता को दो फर्म मिलेगा एक फर्म भर के जमा करने के लिए एक अपने पास रखने के लिए ऐसा कहीं नहीं हो रहा है।
02:19अभी वी वी ए� rouge है जहां लोग कै रहें कि एक बार भी व difर्म नहीं पहुचा और किसी को भी शैसर दो फर्म नहीं रहीं मिला है सब लोग के लृब सवा जो कहा जा रहा है कि आप
02:31कि लोगों से जो कहा जा रहा है कि अभी ऐसे फर्म बर के दे दो आगे चल करके डॉकुमेंट देना है वो कौन सा डॉकुमेंट लोग दे पाएंगे यूग के पास डॉकुमेंट है आधार है वोटर कार्ड है राशनकार है जिसके बारे में सुप्रीम कोर्ट ने भी अब च�
03:01नाम काटा गया तो जबाब देना होगा लड़ाई एक एक वोट के लिए होगी जिसका भी आप वोटर लिस्ट से नाम काटिएगा उसका पूरा डीटेल जो है आपको प्रोवाइड करना पड़ेगा कि कौन-कौन फरजी नाम थे क्या पता था और हम लोग जो है हम लोगों
03:31तो बिहार का नजारा दरसल भारती लोकतंत्र का नजारा है बहुत ही दिल्चस्प है यहां का मदाता अपने मदान को बचाने के लिए अपने अधिकार को बचाने के लिए
03:58एक तरह से सुबह शाम जद्दो जहद कर रहा है और इस बीच गोलियां ही गोलियां ही गोलियां चल रही है पंदरा दिन के भीतर सिर्फ बिहार की राजधानी पटना में तकरीबन तेरा हत्याएं हो चुकी हैं और यह सब बीजेपी काल में हो रहा है इसलिए यहां जंगल
04:28किसान महोदे हैं पुलिस अधिकारी यह क्या कहते हैं किसानों को ही क्रिमिनल बना दिया और कहा अप्रैल में जून में तो जादा हत्याएं होती ही हैं जादा क्राइम होता है कारण किसानों के पास काम नहीं होता है इसलिए वो गोली लेकर चल जाते हैं और जहां मनाता है �
04:58हअ मैं में जुन में ज्यादा होते आई एपर सी में जून जब तह साथ नहीं
05:09होती है इसी सिलसिला जारी रहता है क्योंकि जादे तर किसान को कोई काम नहीं रहता है एक बार साथ
05:16ओने गे के बाद लोग वैस्त हो जाते हैं और घटना एगरती है यह महान
05:23ADG, कुंदन किशन जी
05:25दरसल बता रहे हैं
05:27कि क्या मान सिकता है
05:29सिर्फ नितीश बाबू की नहीं
05:31वहाँ पर असली शाषन
05:33जो मोदी जी का चल रहा है
05:35उसकी वज़ा से हिम्मत है
05:37कि बिहार में
05:38सिर्फ बिहारियों को
05:40बांगलादेशी, नेपाली
05:41या म्यामार का कहने वाले
05:43लोग कम नहीं है
05:44यहाँ पर तो पूरे के पूरे किसानों को ही
05:47यह शक्स गदी पर बैठ कर
05:50वर्दी पहन कर
05:51क्रिमिनल कह रहा है
05:52इतनी हिम्मत इस से पहले
05:55बिहार के धर्ती में
05:57किसी अधिकारी की नहीं हुई
05:58और जब तक हम आपसे बात कर रहे हैं
06:00इस अधिकारी के खिलाफ कोई कारवाई
06:03नहीं हुई क्योंकि
06:04इनके पक्ष में तो पूरी की पूरी
06:06बीजेपी, ललन सिंग
06:08टाइप लोग खड़े हुए हैं
06:10यह सुनना भी बहुत दिल्चस्प है
06:12है अब यह हम और इनको मार देंगए
06:16इनको मार देंगए
06:17इसमें क्या दिक्कत 파ट भूल गए
06:33पहले का राज कैसा था जब अपरान होता था
06:36यानि कोई शरम नहीं
06:37कोई पच्चतावा नहीं
06:39और दरसल इससे पता चलता है
06:41कि ये तमाम अपराद यह तमाम क्राइम सीन कौन सपोर्ट कर रहा है और किसको इससे फायदा मिल रहा है
06:48तो भाईया पल्टू राम जी अब तो जाग जाओ मोदी जी तो वैसे ही चुपा मारके बैठे हुए हैं
06:56कम से कम बिहारियों के पक्ष में अब तो बोलो क्राइम रुकवाओ और यह जो वोट बंदी के नाम पर जिस तरह से बिहारियों का अपमान हो रहा है
07:05अगर इस पर नहीं जागे तो तुम्हारी लुटिया तो डूबेगी ही डूबेगी क्योंकि इस बार यह अत्ता है कि मुख्यमंत्री नहीं बन पाओगे नितीश बाबू लेकिन बिहार और बिहारियों की लोकतंत्र की अगर हत्या हो गई तो बहुत मुश्किल हो जाएगी
07:35वैसे भी बड़े बदलाव की कहानी हमेशा इतिहास में लिखता रहा है और अभी भी ऐसा ही नजारा दिखाई दे रहा है शुक्रिया