00:00Thank you so much for joining us.
00:30foreign
01:00बिसेशकर ग्रावीर छेत्रों में हैं, आज कल वहां भी बड़ी बिमारी हो जाती हैं, और उनको इलाज के लिए अपना खेद बारी बेचना पड़ता था, उधारी लेना पड़ता था, कर्ज से डूँ जाते थे, लेकिन आज आयुस्मान भारत कार्ड के माद्धम से 55 लाग
01:30झाल