Earthquake in Haryana: बुधवार देर रात रोहतक में 3.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। झटका केवल कुछ सेकंड का था, लेकिन रात के सन्नाटे में इसका असर लोगों को डरा गया। इसका केंद्र रोहतक से 17 किमी दूर, 10 किमी गहराई में था। बीते 8 दिनों में हरियाणा और झज्जर में लगातार चार भूकंप आ चुके हैं। क्या यह किसी बड़े झटके का संकेत है? जानिए नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की रिपोर्ट और दिल्ली-NCR के खतरे से जुड़ी अहम जानकारी।
00:13बुधवार देरराज पूरा रोहतक गहरी नीद में डूबा था
00:18तभी अचानक 12 बचकर 46 मिनट पर धर्ती कांप उठी
00:23रिक्टर स्केल पर 3 दशमलव, 3 तीवरता का ये भूकंप बेहत हलका था
00:29लेकिन शांत रात में इसकी कंपन ने लोगों की नीद तोड़ दी
00:33जटका केवल कुछ सेकंड्स का था, करीब 2 से 5 सेकंड्स का
00:38लेकिन इसके असर ने खेरी सांपला और खरकौदा जैसे आसपास के कस्पों के निवासियों को डरा दिया
00:45लोग घवरा कर अपनी घरों से बाहर निकलाए और खुली जगाहों की और तोड़ पड़े
00:50भूकंप का केंदर रौतक शहर से मात्र 17 किलोमीटर पूर्व में, धर्ती की सतय से 10 किलोमीटर की गहराई में था
00:59राहत की बात ये रही किस छटके से किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली
01:05लेकिन ये पहली बार नहीं था जब हर्याना की जमीन युकांपी हो, बीदे कुछ दिनों में लगातार हलके भूकंपों की एक श्रंकला देखने को मिली, जसने लुगों के मन में डर का महाल बना दिया
01:18महज कुछ दिन पहले 11 जुलाई को हर्याना के जट-जट जिले में 3 दशमलव 7 तीवरता का भूकंप दर्च किया गया, जसकी हलकी हलचल दिल्ली अंसियार तक महसूस की गई, इसके ठीक एक दिन पहले 10 जुलाई को इसी क्षेत्र में 4 दशमलव 4 तीवरता का एक और भूक
01:489 बच कर 4 मिनिट पर आया और दूसरा ठीक 9 बच कर 6 मिनिट पर, इन जटकों ने एक बार फिर लोगों को चिताया कि ये इलाका भूकंप्या रूप से समवीद नशील है, नेशनल सेंटर फॉर्च सिस्मलोजी इसके रिकॉर्ड बताते हैं कि 10 जुलाई से अब तक रहतक के
02:18फरवरी को सुबह 5 बच कर 36 मिनिट पर एक भूकंपाया, रुक्टर स्केल पर इसकी तीवरता 4 दशमलव शुन्या थी और इसका केंद्र नई दिली से लगभग 9 किरोमिटर पूर्व में धौला कुवा के पास था, उस सुबह भी लोग नीद से चौंक कर जाके और डर के मा
02:48सुद्र मध्यम से लेकर दीवरभूकंपों की चपेट में आ सकता है, लगातार आ रहे जटकों ने ना केवल प्रिशाशन को सतर्ग किया, बलकि आम लोगों के मन में चिंता बढ़ा दी, हर जटका उन्हें इस बात की याद दिला रहा है, यह प्रकृती कभी भी चुप चा