- 7/15/2025
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00:00झाल झाल
00:30झाल झाल
01:00झाल झाल
01:30करा तोईगर ने भीज़ा था इने
01:37मेरे लाके में कुछ किया तो अच्छा नहीं होगा
01:40करा तोईगर ने भीज़ा था इने
01:50मेरे लाके में कुछ किया तो अच्छा नहीं होगा
01:56सिल्तान अलाओदीन को बिनक भी पड़ गई और किये कराय पर पाने फिर जाएगा
02:01बख्वास करने की जरूरत नहीं कि तुम ने सब कुछ बरबाद कर दिया
02:06तुम्हारी काबलियत पर पूरा भरुसा है मुझे और इसलिए तुम्हें सबसे मुश्किल मुहिम के लिए चुना है मैंने
02:12मैं अंदुलसिया इबन अरबी काई कबीले से अर्थुर्ण
02:21खीर बनाएए आपके लिए बाबा जीती रहो बेटी शक्रिया
02:31अब बताओ हमारी रुआयास से क्या सिकाए तुमने क्या बता रहे थे तुम कर्दूग्लू को
02:41जब मैं यहां पे दाखिल हुआ था
02:43अगर मैं सरदार होता और कोई हमारे कबीले पर हमला करता तो मैं जरूर सोचूंगा उस सजा के बारे में जो मुझे अपने महाफिसों को देनी चाहिए
02:55और तुम क्या करोगे कर्दूग्लू
03:01सरदार मेरा ख्याल है कि सुलिमान शा का किया गया हर फैसला हक बजानिब होता है
03:09बेटा एक दिन तुम सरदार बनोगे उस वक्त इसका सही फैसला करना
03:19मगर अभी अपने दिमाग को फजूल फिक्रों में मतुल जाओ
03:25बस अपने काम में जोते रहना और उसे बेहतरीन बनाने में कोई कमी नी छोड़ना
03:29कैसा काम बाबा?
03:31कल से शुरू करना है
03:32तुम कबीले से तजारत का सामानी कठा करोगे बेशने के लिए
03:36तीन दिन बाद काफला लेकर रवाना होना है तुमें
03:39सरदार, ताजिरों से क्यों नहीं करवाते आप ये काम?
03:44कारा तो एकर की नियत अच्छी नहीं है
03:45काफले पर हमला कर सकता है
03:47इसी वज़ा से हम ताजिरों को अकेले नहीं भीशकते
03:50गुंदूग तो अपने सिपाहियों के साथ जाएगा
03:54जो हुकम आपका बाबा
03:55आपने हमारी मदद की
04:01आपकी महमान नावाजी का बहुत शुक्रिया
04:03अपको जजाए खेर अता फर्माए
04:05बहुत शुक्रिया
04:07अब इजाज़त चाहूंगा मैं
04:10काफी दूर जाना है मुझे
04:11रात के सफर में खत्रा है बहुत
04:13सुब होते ही हमारे साथ निकल जाए
04:15बहुत शुक्रिया
04:16लेकिन मैं अपने बीवी बच्चों से
04:18बहुत महीने से नहीं मिला
04:19मैं उनको मजीद परेशान नहीं करना चाहता
04:21मेरी हलब के बजार में कालीन की दुकान है
04:24अगर मौका मिले तो जरूर आएगा मेरी दुकान पर
04:26वक्त मिला तो जरूर आएंगे
04:27जोकन ना रहना बिटा, कही सरे भी दोबारा हामला ना कर दी
04:31मुझे नहीं रखता है इस राके में उनका कोई काम रह किया हो
04:36फिर भी एतियात जुरूरी है
04:38दुश्मन भेस बदल कर वार कर सकता है
04:41जी शुक्रिया
04:57कैसे हो तुरकुत ठीक हूं भाई बहतर हो अब अल्ला के करम से
05:13कहा है हम इतना इच्छा मुझा मिला था आपने इनका काम तब हम क्यों नहीं किया
05:21इन जंग्चुओं ने हमारे पंदरा सिपाही मौत के घाट उतार दिये थे
05:25खुदावन ने आखिरकार मेरी दूआ सुन ली और दुश्मन खुद ही मेरे सामने आ गया
05:32हलब पहुँचकर हमें इनके लिए बेतरी इन चाल बिछाना होगा
05:37एक जरूरी एलान हर खास और आम को मुझत तला किया जाता है
05:47दो दिन बाद काफला रवाना होने वाला है सुलिमान शा के हुकम से
05:54अरे हकीम साब पता है जब इसने काफला कहा तो मेरे जहन में क्या आया
06:00क्या
06:01अगर मेरी बात मान ली जाती तो हमारे काफले की रसाई चीन तक होती
06:06बस कर दो दमीर भाई अब शुरू मत हो जाना
06:08अरे नाराज क्यों होते हो मैंने ऐसा क्या कह दिया
06:11मैं तो यह कह रहा था कि बुखार का मरहम, दर्द का मरहम, जखम का मरहम और जहर का मरहम कब तक बनाते रहोगे?
06:18यानि कहने का मकसद यह है कि इन सबसे बाहर निकलो और कोई ऐसा मरहम बनाओ कि जिसके जिरिये से लोग अपनी जोजा को काबू कर सके
06:27अगर कोई ऐसा मरहम बना लोगे
06:29तो दुनिया भर में तुम्हारा चर्चा हो जाएगा
06:31बस भी कर दो दमीर भाई
06:33तुम कभी नहीं बतलोगे
06:35आ गई मेरी बेटी
06:38कहीं तुम भी तिजारत का माल तो जमा नहीं कर रही हो
06:41बाबा हम पहले इतने परिशान है और आपको मजाख सूज रहा है
06:45हाँ ये तो है
06:48जिसे देखो वही परिशान घूम रहा है
07:11थोड़ा सा और गोबर डालो
07:19इतना गोबर काफी हो जाएगा ना हलीमा काफी है काफी होगा अन्शा अल्ला हरे खासी उड़ा रहा है हमारी सब कह रहे है कि कभी कोबर से भी कपड़ों को रंगा गया है क्या तुम्हारी ये तरकीब कई हमें शर्मिंदा ना कराते
07:37जानती हो Ikes
07:39हायमा खानम के पास जो परदे गए थे
07:42उनके रंग क्यू भीगे पड़ गए थे
07:44इसलिए क्योंकि उनका कपड़ा हलका था
07:46पहले हमें
07:48इस कपड़े को मसबूत करना होगा
07:50फिर इसे रंगेंगे
07:52देखना गोबर इन कपड़ों को कितना मजबूत कर देगा
07:56फिर इन पर कोई भी रंग चड़ सकता है
07:58यकीन जानो ये तयार होने के बाद बहुत अच्छे लगेंगे
08:01ये सब तो ठीक है बस कामियाबी हो जाए
08:04अगर हम नाकाम होगे तो बहुत बुरा होगा अलीमा
08:08सब हमारा मजब उड़ाएंगे
08:10ये तो हो गया आइकिस अब इनको सुखाना होगा
08:18काम किया जा रहा है
08:21क्या हो रहा है? क्या करे ये तुम लोगे?
08:27गोबर के पानी से गुजा रहा है इने
08:29गोबर के पानी से गुजा रहा है इने तुम ने?
08:33यकीनन ये इसी की सला होगी
08:36क्या पेवकुफी है याई कैस
08:38हलीमा ने हाइमा खानम से इजादत ली थी इस काम के लिए
08:41अब इसी की कमी रह गई थी
08:44हाइमा खानम के साथ भी तालगाद बनाने में लग गई है
08:58देखा तमने कौक्चे
08:59ये तो हर चेका कब्सा जबाने लगे तुमने रोका क्यों नहीं
09:02मैं किसे रोकती बाजी
09:03हाइमा खानम ने जब इजादत दिये तो मैं क्या कर सकती हूँ
09:06आप बिलकुल फिक्र ना करें
09:12वो काम खराब करने के लावा कुछ नहीं करेंगी देख लीजेगा
09:15और कीमत इनहीं से वसूल की जाएगी
09:17इसके कीमत इनसे नहीं वसूल की जाएगी गोक्चे
09:21लेकिन अगर ये समान काफले के साथ नहीं गया
09:24तो हमें अदा करना पड़ेगी इसके कीमत
09:27आप इतनी एहमियत क्यों दे रहीं हलीमा को
09:30आप जतना उसे तवज़ा देंगी वो उतना ही हवाओं में उड़ेगी
09:33तुम नहीं जानती कि मैं क्यों इतनी एहमियत दे रही हूँ इसे
09:37आखिर तुमने क्यों अपनी आखों पे खुशकुमानी की बट्टी बांदी हुई है
09:41तुम जिस पर जान चड़कती हो अपनी वो शखस इसकी जल्फो कासीर है
09:45ज़द तुमें नजर नहीं आता मैं देखती हूँ
09:48ज़द तुमें सुनाई नहीं देता मैं सुन सकती हूँ
09:50अर्तुरूल की आखों में इसके लिए जो कुछ जल्गता है
09:53वो तुमें उस वक्त नजर आएगा जब पानी सर से कुजर जाएगा
10:18अर्तुरूल की आएगा
10:48क्या कर डड्रावार का छो डड़ जय Pacis
11:10हमरा सिरै ah
11:16우च दाल्दा बिर झून आज टो इवर किविन आज
11:26मै बड़ियां ऑन गया थैं
11:31बेन बिरम शून आज
11:41रड़ यजरत
11:46तुम्हारे बदन से मुझे पीर अबूगी लाने की खुश्बू आती है
11:54मेरी क्या वकात उनके सामने
11:55खुशामदीद पीर अजरत
11:57इन से बिलू ये हमारे मेहमान है
12:00ये काई कबीले के सरदार सुल्मान शाह के सुबूत है
12:04अर्तुल सुल्तान से मुलाकात करना चाहते
12:08ये तो सही वक्त पर आए है
12:10आज महल में दर्बार लगा हुआ है
12:11मुलाकातियों की कतार लगी होगी
12:13कोशिश करताओं कि आज इनकी मुलाकात हो जाए
12:16खुथा तुम्हारा हाम्यू नासिर हो
12:19या अल्ला
12:25मैंने तो कभी सोचा भी नहीं था
12:28कि मुझे एक दिन गोबर से कपड़े धोने पड़ेंगे हलीमा
12:30कल जब सूरज की किरने निकलेंगी तो तुम देखना
12:33हमारी मेहनत कैसे वुसूल होती है
12:35और इंशाला सबके मुव बंध हो जाएंगे
12:39अरे हाँ
12:45हम तुमारी शादी के कपड़े भी गोबर में धोलेंगे
12:48यकीनन धोलेंगे
12:49बस पहले ये सही सलामत निकलाए
12:52तयारी कर लिए तुमने
12:54हाँ काफी हद तक
12:56सारा समान काफी अर्शे से बंद पड़ा है संदोग में
12:59तुर्गुत के पास वक्त ही नहीं ये सब सोचने का
13:02मेरी तो कुछ समझ नहीं आता कि मैं क्या करूँ
13:05ठीक कहा तुमने आई किस
13:08वाकई जंग्जो की बीवी बनना बहुत मुश्किल होता है
13:10कब से मझे अर्शे अर्शेरुल का इंतजार है
13:12अगर वो ताजर और दमीर ना होते
13:27तो मेरी इस्द का जनाज़ा निकल चुका होता
13:30वो कारतोईकर कब तक किसी तरह अपने बदमाशियां करता रहेगा
13:38नोमान कारतोईकर के लिए कितना हमें इस बात का अंदाजाब हुआ हमें
13:41वो हर कीमत पर उसे हासिल करना चाहेगा
13:44कारतोईकर इस मकसद के लिए कोई भी कदम उठा सकता है
13:48आप क्या करेंगे
13:49जब तक करतुरुल कोई अच्छी खबर नहीं लाता
13:51हम जंग की तैयारी यहीं करेंगे
13:54वो जो मेहमान की बेटी हलीमा है उससे मिलें आप
14:00नहीं
14:01मिलवाँगी
14:02बहुत प्यारी बच्ची है
14:04बहुत मेहनत कर रही है पर्दों की सफाई के लिए
14:06कामिया भी मिली उसे
14:07पर्दों की सबसे ज़्यादा कीमत मिलती है बाजार में
14:09इन्शालाह सुलमान इन्शाला Allah ने चाहा तो हल अप जाने के बाद हम अर्तरूल के निका के बारेंएं मैं सोचेंगे
14:23पहले हमार अर्तरूल कामियाब वापस हा जाए फिर सोचेंगे
14:28कोई लड़की देखी
14:29गोक्चे
14:31तुम अच्छी तरह जानती हो के मिज़ाज कैसा है उसकी बहन का
14:35गोक्षे सबसे अलग है बहुत प्यारी बच्ची है
14:38शायद छोटी बहन को यहाँ पर देख कर अपनी अकल इस्तमाल कर ले और हमारी फर्मा बर्दार हो जाए
14:47गोक्षे से भी उसकी मर्जी के बारे में पूछा है किसी ने
14:52और अर्तुरूल उससे भी तो पूछ लो
14:56आप बेफिकर हो जाए मालम हो जाएका जल्द
15:00आपने सब के सामने मुझे शर्मिंदा करवा दिया
15:12यह तम क्या कह रही हो गोक्षे
15:13यही के उस हलीमा के सामने मैंने आपकी वज़े से कह दिया कि अर्तुरूल का इंतजार कह रही हूं मैं
15:17तो इसमें गलत क्या हुआ यही तो असल बात है
15:23बाजी आप समझ नहीं रही हर किसी को मालूम हो गया है
15:28आईकस भी जान गई है
15:29और मुझे पता है सब मजाक उड़ाएंगे मेरा हर किसी को बहाना मिल जाएगा मुझे छेड़ने का
15:35सब आपकी वज़े से हुआ है
15:37मेरी बात सुनो
15:39पूरी दुनिया में शोर मजा दो
15:43जैसे मैं गुंदुगदू की दुलंबनी थी
15:45उसी दरह तुम अर्दुरूल की दुलंबनोगी
15:47तो मैं अपने हुसन से
15:49शीरी जुबानी से
15:51अपनी आदाउं से
15:53हर पर अर्दुरूल का दिल जीतना होगा
15:57और जो भी तुमारे रास्ते में आई
15:59कुचल देरा उसे
16:01जिस दरह गुंदुगदुगदू को मैंने अपना दिवाना बना लिया
16:03उसी दर अर्दुरूल को अपना दिवाना बना लो
16:06सुलिमान शाह से हमें अभी बदला पी लेना है
16:10हमारे बाप का कातिल हमारा सरदार बना बैठा है
16:13बड़ताश नहीं होता मुझसे
16:14सरदारी हमारा हक है
16:16और हमें यह हक हर गीमत पे हासल करना है
16:18तुम्हें समझना होगा
16:19हम दोनों का यह हक है कि हम सरधारों की बीविया बने
16:22और यह हक हम से कोई नहीं चीन सकता
16:49पारी कि उनिएरोंति प्ष. आए
17:07स्वेश्थ
17:12स्वेश्पा सहब औरी कि इंग
17:19किहाचा है?
17:49खामोश क्यूं खड़े हो बोलते क्यूं नहीं
17:54आँखों में आँखें डाल कर बात करता हूँ मैं
17:58अच्छा
18:14सुन रहा हूँ मैं मेरी आँखें भी खुली हैं कहू क्या कहना है
18:17काई कबीले के सरदार सुलिमान शाह का बेटा हूँ
18:19अर्तुर� Aman पेखाम लाए हूँ
18:22ठीक है
18:25क्या पेखाम लाए हो कहो
18:28जमीन का मतालबा है हमारा
18:30तुम्हें जमीन चाहिए
18:37इसके बदले में हमें क्या मिलेगा
18:39एसा क्या है तुम्हारे पास जिसके जोहम में
18:43तुम हमसे जमीन का मतालबा करने आ गए
18:46ये लहजा कबाईलियों को जेब नहीं देता
18:49कैसे अंदाजा हुआ तुमें के मैं कबाईलियू हूँ
18:55आपकी अंगुठी से
18:57अगर आपने इसे शाही हैसियत से पहना होता
19:01तो ये अंदाज नहोता
19:02इस तरह कोई तीर अंदाज ही पहन सकता है
19:04अगर आप हमें जमीन दे दें
19:07तो बदले में दो हजार जंग्जू मिलेंगे
19:10ऐसे वफादार जंग्जू जो हर महास पर आपके साथ होंगे
19:12तादाद कम है
19:14सिर्फ मेरे महल के सिपाईयों की तादाद इस से बहुत ज़ादा है
19:19बहुत खुशी हुई तुम से मिलकर
19:26ले जाओ इने
19:28जनाब
19:31अगला कौन है
19:32जनाब
19:34जलो
19:35जलो
19:44बदर में सिर्फ
19:55तीन सो तेरा थे
19:56क्या बात है
20:07एक अरसे के बाद महल में ऐसा नजारा देखने को मिला
20:11तुमने देखा नासिर
20:12दाद देनी चाहिए
20:13अमीर मौज़म
20:18तुम कौन हो बताओ तो जरा अपने बारे में
20:24क्योंके हमें भी तो पता चले कहां से आयो
20:28जानना चाहेंगे तुम्हें
20:31हमने सुना है खाला बदोश्म के किसे बहुत दिल्चस्प होते है
20:34कि शाये पर इंतजार रहेगा
20:36शर्फ बख्षने पर ममनून हो आपका
20:38उसने मेरे आद्मियों के कले खाट दिये
20:55क्या समझता है वो मुझे जेर कर लेगा
20:58दूआ करो कि वो तुम्हारे पूरे लशकर को नकुचल दे
21:01क्या मतलब है तुम्हारा सरदार सलजूक के सुल्तान से बखावत करेगा
21:06बख्वास बंद करो अपनी
21:07सल्जूक को ढाल बनाने की जरूरत नहीं है तुम्हे
21:11सुल्तान अलाओदीन को तुम्हारे काले कर्टूतों का इल्म नहीं है
21:16मगर मेरे पास हर खबर है
21:18और मैं ये भी जानता हूँ कि वो गैदी तुम्हारे इलागे में
21:21असर और सुक बढ़ाने का बेतरी नसरिया है
21:23क्या ये अच्छ है नहीं होगा कि तुम अपना दिमाग अपने लिए
21:27इस्तिमाल करो ये जहानत
21:29अपने कबीले की बेतरी के लिए क्यों नहीं
21:31इस्तिमाल करते हो
21:32तुम अपने जवानों की नाकामी की जेंप मत मिटाओ
21:35जो ठीक से हमला भी नहीं कर सके
21:37एए पकवास मत करो अपनी
21:39तुमने अगर नुमान को मेरे हवाले
21:42ना किया तो मेरी बात याद रखना
21:44तुमको कहीं भी पना नहीं मिलेगी
21:47ना ही सुलिमान शाह सिंदा रहेगा
21:51अगर मेरी बात मान लोगे
21:54तुम आमिलात निमच सकते हैं
21:56लेकिन अगर तुमने अकड दिखाई
21:58तो जिम्मेदारी तुम पर होगी
22:01नुमान चाहिए
22:03मुझे सिंदा और सलामत
22:07ये बात याद रखना भूलना मत
22:10अभी भी तुम मुझे नहीं बताओगी
22:13उन खैदियों के बारे में
22:14जितना कहा है
22:15बेतर है के उतना ही करो
22:18तुम मेरे काम किस तरह आ सकते हो
22:20क्या है तुम्हारे दिमाग में
22:29मैं तुम्हें
22:30नुमान के साथ
22:32सुलिमान शाह भी दूँगा
22:34यानि एक तीर से दूश कार हो जाएंगे हमारे
22:37अब बताता हूँ क्या करना है
22:44जब तुम तिजारती काफले पर हमला करोगे
22:48तो सुलिमान शाह चैन से नहीं बैठेगा
22:51चौदा कालीन
22:53दो दर्जन
22:55लकडी के चमचे
22:57बहातर दाने रुमालों के
23:00अरे माशालला, माशालला
23:03तुम्हारी बेटी और बहु ने खुब काम किया है
23:05सुनो लड़की
23:06ये सामान तुमने सही तरीके से बांद दिया है ने
23:09कहीं रस्ते में न गिर पड़े
23:10आप बेफिकर हो जाएं भाई
23:11हमने सारा सामान मजबूती से बांद आए
23:13हमारे पास बहुत सारा सामान तो नहीं है
23:16मगर मेरी एक दर्खास थे
23:18कि काफले की हिवाज़त करना
23:19हमारी बस यही सब जमाबूजी है
23:21हमने ये सब बहुत मैने से तयार किया है
23:24बिलकुल परिशान नहों
23:25बेफिकर हो जाएं
23:26और सब अल्ला पर छोड़ते
23:27अल्ला आपके सामान की हिवाज़त करने बाला है
23:29मैं और मेरे सुपाई काफले के साथ जा रहे है
23:31बस आप लोगों की दुआएं चाहिए
23:33आप लोग दुआ करेंगे ना हमारे लिए
23:35गुन्दोग दो
23:39ये सामान दिख जाएगा तो मैं अपनी बेटी की
23:43शादी के अंतिजाम कर लोगा
23:44आएकिस की जिम्मेदारी पूरी कर लो तो मुझे
23:47सुकून आ जाएगा
23:50पता नहीं हलब में अर्था हो लोगों के जाबास किस हाल में होंगे
23:55अल्ला उनकी मदद करें
23:57और तुम्हारी भी
23:59सामान आगे लाओ
24:02करीब मताना
24:11वर्ना अच्छा नहीं हो का मैं बता रहा हूँ
24:13मेरे करीब मताना
24:15कुदा के लिए
24:17कुदा के लिए रहम करो मुझे नहाने से डर लगता है बहुत
24:20मैं क्या रहा हूँ मेरे करीब मताना
24:22पमसी
24:23महल में दावत का है तमाम है
24:24अब ये तुम तेह कर लो, के महल में खाना है या स्तबल में
24:27नहीं खाना मुझे खाना, बस मुझे नहाना नहीं है, तुम लोग सब दस्ती मत करो
24:30ममसी, भचने का कोई रास्ता नहीं, अज नहा ही लो
24:34अरे मुझे ठंड लगती है नह नाना है मुझे छोड़ दो
24:37अब तुम्हे कोई नहीं बचा सकता है गंदेंसान
24:40नहीं करो ऐसा खुदा के लिए छोड़ दो
24:42तो हमकी दूदा के लिए पानी डालना मैं भान। दालना Mence
24:46जाला तो मैं बर जाओंगा
24:48बात सुनो, मेरी बात सुनो
24:50नहीं
24:54ज्यादा वक्त नहीं है, महल पहुंचना है
25:01तुम लोगों ने सुन लिया ना
25:04जल्दी करना
25:17भाई
25:19आप क्या समझते हैं
25:22अलजीज के महल में हमारा बुलावा एजास की बात है ना
25:28एजास की बात तो है लेकिन
25:30उन्होंने हमसे कोई वादा नहीं किया लियास
25:33अल्लह मदद करेगा
25:35आमीन
25:46ये काम आज रात ही हो जाना चाहिए
25:50तुमने जो आदनी भेजे हैं वो ये काम करने के काबिल भी है
25:54मुझे क्या करना है मैं अच्छी तरह जानता हूं ना से
26:10तुम दोनों मेंसे किसने मेरा खंज़ चुपाया है
26:12क्या हो गया तुम्हें एक साथ ही तो अंदर गयते हैं
26:15अरे यहां पर है नहीं मेरा खंज़ चुपाया है
26:22ठीक है रहा है ये
26:24मेरे भी हत्यार मौजूद नहीं है
26:26देखा मैंने कहा था ना तुमसे
26:28जब भी मैं नहाता हूं कोई ना कोई मुश्किल आ जाती है
26:30आ गया ना येकीन तुम्हें
26:31खामोश तुम्हारे तेर लगाने के वज़ा से ये सब कुछ हुआ है
26:33बस करो सोचने दो तरा
26:36अब ये बात अर्तुरल भाई को कैसे बताएंगे
26:40क्या बताना है मुझे तुर्गुद
26:49कुछ पूछ रहा हूं तुर्गुद
26:51भाई वो हमारे हाथ्यार चुरी हो गए है
26:55क्या
27:21अब जया
27:28तुर्ण
27:36तुर्ण
27:45आप लोग तच्विफर की
28:15आप लोग भी बैठ सकते हैं
28:45तुम्हारा कोई साथी मारा भी गया है लड़ाई में नहीं अमीर तो तुम पर
28:52तुम्हारा कोई साथी मारा भी गया है लड़ाई में नहीं अमीर
29:13तो तुम पर जो हमला हुआ है वो मेरी रियासत की हुदूद में हुआ है तो फिर फॉरन वहां अपने सिपाही भेज का सफाई करवानी होगी हमें
29:24जो हुकम आपका अमीर बहुत आला आला यह फिकर करने की जरूरत नहीं है यह हम कर चुके है
29:34खुराक की कमी की वज़ा से तुमारा कबीला मुश्किल से दोचार है लेकिन सुल्तान अला अद्दिन तुमारे साथ नर्मी बलत रहें
29:49हलांके सब जानते हैं कि तुमारे मवेशी केट खलियां तबा कर देते हैं
29:53इसके इलावा कबीलों की आपस की लडाईयां भी बहुत बड़ा मसाला बनी हुई है
29:58जी बिलकुल ठीक कह रहे हैं आप
30:00कुछ खबाइल है ऐसे
30:02लेकिन असल मसला कहत का है
30:04जरूरते पूरी हो जाएं तो
30:06मसाल कम हो जाते हैं
30:09ठीक है
30:11अच्छी सी धुन सनाओ हमें
30:15एक तरफ से मंगोल
30:21दूसरी तरफ से सलीवी
30:23अभी तो मैंने खार्जमी और सल्जुकों को नहीं गिना
30:26हमें कोई ऐसा साथ ही चाहिए
30:28जो इन तमाम महाज़ों पर हमारा दिफा कर सके
30:31अगर मुसल्मान कबाईल आपस में खुन खराबा करके खत्म होते रहे
30:37तो दुश्मन का मुकाबला कैसे करेंगे
30:39आप क्या कहते हैं हमीर
30:40बिलकुल ऐसा ही है
30:44इसाथ को बुजाना बहुत जरूरी है
30:47हमारी तलवारें इसके लिए हासर है
30:53हमारी भी तरजी यही है
30:55हमें भी एक ऐसे सहारे की जरूरत है
30:57जो हमें महफूस पनागा फराम करें
30:59हम कैसे महाइदा कर सकते हैं तुमसे
31:02सर्द मौसम में हर्याली वाला कुछ आलाका चाहिए
31:09कुछ आलाका
31:11वो आलाका तो कुछ दिनों में बंजर हो जाएगा
31:14फिर तुम हमसे पूरी सल्टनत मांग लोगे?
31:19बिलकुल, ऐसा ही है
31:22तो फिर मैं पूरा हलब दे देता हूँ तुम्हें
31:28तुम्हारे लिए इतना काफी होगा?
31:39मैं गुस्ताखी नहीं करना चाहता
31:40आपने हमें अपना मेहमान बनाया
31:42लेकिन मजबूरी है, भूके नहीं मर सकते
31:45मगर मेरे कुछ ताफ़जात है अर्तकुल
31:51उन्हें दूर करने के लिए मौजूद हूँ
31:53तहाइफ लाने के लिए हम तुम्हारा तहे दिल से शुक्रियादा करते हैं
32:01और तुम्हें भी हमारे सुल्तान कुछ ताफ़देना चाहते हैं
32:04पालसी थाफ़देना काश्य करbers למ�ime सकते
32:06जल वे हमारे СОब MAश मौजथ हैं
32:09वहानैे करना खोन्हें है
32:11वहाद़देना काशओबला है
32:18कि वहां कर दिल से बम्हें तंदे तना लोर प्लाए
32:26पाला मले, रयो उना का नहाद़णी ख़ट हैं
32:29अल्यू ये सब तो हमारे हत्यार है
32:59अब तुम ही बताओ अर्तुरुल
33:20ये देखने के बाद हम कैसे तुम्हारे जंगजों पर भरोसा कर लें
33:24जो अपने हत्यार ना सभाल सके
33:29कर दो हमार अरर्तुरुल
33:36े इंग्ष्ञों अर्तुर्ण सबद्एड़
33:40कर दो
33:48अर्त Adjusted
33:53तुम वहां क्यों खड़े हो नासिर महमान तो बस जाने वाले हैं तुम यहां मेरे पास आकर बैठो
34:23जा सकते हैं आप सब सफर से आये ठक गए होंगे बहुत मैं अपने वजीरों से मशवरा कर लूँ फिर मेरा फैसला पहुचा दिया जाएगा आप तक
34:53जाएगा भए हो झाले हो लूँ
35:23मैं किसम खाता हूं के
35:47जो हाथ अपनी तलवार की हिफाज़त न कर सके
35:49वो आज के बाद
35:50कोई हदी और नहीं उठाएंगे
35:54बहुत अच्छा होता के हमारे हत्यार तबाह हो जाते
36:00अर्तुरुल भाई की इस बेज़ती से पहले
36:02अर्तुरुल भाई से मुझे बहुत शर्मन्दगी है
36:06हमारी वज़ा से वो मुश्किल में आ गए
36:20अस्लाम अलेकुम
36:34हमारे जद्ध, हमारे रहनुमा
36:52और हमारे पीर बजर्ग
36:54हजरत अब्दुलकादिर गिलानी के दरजात की बुलंदी के लिए
36:57अल्फातिहा
37:04सराओ एमारे सल्याला, सेला, عम-द्दू
37:10और हमारे, सेला, सब्र्दू
37:21आल्फात्स
37:26पन्सके विरुकल, पन्सके चाहक नंद क written.
37:56आजिया ख़य।
38:15ऐ आजिया ख़य।
38:17तु अपने बंदे पे उसकी सकत से ज्यादा बोज़ नहीं डालता मेरे मालिक।
38:22मुझे नाची इस पर पूरे खबीले की जिम्मेदारी है
38:25तूने यूसफ लिएस सलाम को कुवे से निकाल कर मिसर का बादशा बना दिया था
38:41मुझे भी इस जल्लत और उस्वाई से निकाल और मेरी मदद फर्मा
38:52मुझे तूने पर एादस निकाल कर मिसर सलाम को कि आएस भादशा तूने ऌड़िए कि अल्दोर यू एस जल्लत अवसे निकाल को कि जिलने इस जल इसंते इस निकाल
39:22झाल झाल
39:527.
40:018.
40:039.
40:0510.
40:0811.
40:1212.
40:14वंसलि �Я घरते साद सबतार देख सकार तेते हैं
40:32ऎाली नमी एर वें, इरते समय, जरते से हिवाद क कौन 챙 चार से एफमान, चार जेते समय, जरते सकार,
40:39आसाली आलेगे के भाय जाइन, आसाली आलेगे के माय तरी
40:46साब आलेगे मुहांब आलेगे सालाव
41:01आलेगे आलेगे आलेगे के आले आले आलाव
41:21संद साफबने सेपडने हैं
41:27वाल लाद में खांत पूप
41:30पर दोपी साफोगा
41:36पर दोपी सेंस के सिंट पूपर दोपी
41:48उठो मेरे बेटे
41:57घबराओ नहीं किसी को पता नहीं चलेगा
42:04खास तोर पर सुल्मान शाह वो नहीं जान पाएगा
42:09मेरी समझ से बाहर है कि आपका खौफ अर्दुरूल है या फिर
42:13उसके साथ आने वाला वो आदमी इबन अलारबी
42:16उसके साथ जाने वाला वो नहीं जाएगा
42:46कर दो कर दो
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