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  • 2 days ago
Part- 12 आधारिक संरचना- III (ECO--भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास--2--भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने वर्तमान चुनौतियाँ )

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00:00ख smoking अडेलोहां मेरे प्यारय विक्श्डियार्त्य उत्कर के स्योटे चैनल पर अवार्दिक शौह अपर नंदर हैं तो मेरे प्यारीक सरचना के नतरद्ध हम लोग आघशक्य hex
00:11क्यूत कर देश घ्राइबойти ऊवर आफ़ फालता टाइस जो भी कोर्ष कुर्ष से नाश्मुर जोंग सेढ़ने वह सब्सक्राइब
00:28सब्सक्राइब करने वाले ताकि कोई भी टॉपिक आपका एक्दम से अच्छे से क्लियर हो जाएं बिल्कुल ना चुप है तो चलिए तो हम लोग अदरीक सरचना के अंदर बात करने वाले हैं स्वास्ति की बारे में स्वास्ति का मतलब क्या होता है सबसे पहले उसको समझना
00:58इस में अगर उसकी काम करने के इच्छा है तो स्वास्ति के कहले है तो कई बीटरी कि परिबासा मतलब है on
01:16हम बात करेंगे करण कारण हो सबी परकार की कोशनों को हम लोग याbn या पर इंक्लूड किया है।
01:21हम स्वस्त का मतलब है एक व्यक्ति की स्वाश्ति साररिक मांसिक अवस्तास क्या है यह
01:37स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय व्यूंग अच्छे स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास्तिय स्वास
02:07तो यह इसकी परीबासा हो गई अच्छे स्वास्त का मतलब क्या होता है
02:35कटिन कारी को पुशलता पूर्व करना स्रम की उत्पाता में पुर्दी होना या मांसी की योगिता में पुर्दी होना किस में आने वाला है स्वास्ते के अंदर गताने वाला है हेल्थ के अंदर गताने वाला है ठीक है चलो आगे बात करते हैं जी नाइस पॉइंट की लोगो
03:05सबसे पहले बात करते हैं हम सिशो मर्तियुदर की बात करते हैं किसकी शिशो मर्तियुदर की बात करते हैं
03:24लोगोंतों के उपर एक वर्ष से कम आई वाले जो बचस वापस मर जाते हैं मतलब माप्रशव के दौरान जब मा अपने
03:53बच्चे को जनम देती है तो इस ताइम हो सकता है कुछ पोशन की कमी होने की वज़े से या पिर लो तत्वों की कमी होने की वज़े से अपनी जान गवा देती है तो उसे वो कितनी रेट है वो भी कई निकाई करती है स्वास्ते के बारे में क्योंकि अगर माली जी मां अगर �
04:23प्रब्लम आप सकती है फिर बात करेंगे जीवन जीने की प्रतियासादर होती है
04:37मतलब आप व्यक्ति एक सामानी जीवन कितने साल तक जी सकता है कि सामानी जो स्वास्त व्यक्ति होता है
04:44किस्वास्ति निवास करता ना तो जीवन पत्यासा धर का मतलब कितने सालों सर्वाइव कर सकता है
04:55इसके बारे मां लोग तर्चा करने वाले तो यह इसकी रहे तेक्ते हैं अगर माननी त्यक्ति के बात करेंगे
05:09तर देखे आजकल पोशन को लेकर कर लोग बड़े कॉंसेश होते हैं मतलब बड़े सावे दंसील होते हैं वहाइजनिक फूड खाते हैं सीजनेबल फूड खाते हैं बड़े अच्छा दोखे या उसको गरंपानी में अच्छे से साफ करके इस तरह से पोशन लेते हैं यह भी
05:39कई ने कई निर्दान का सुचक होता सवस्ते का संक्रामक और रोगों की जो गटना ही होती रोगों की जो गटना हैं जैसे अभी आपको ने सुना होगा 2019-2020 में हमारे पूरे वर्ड में विश्व में जो है कोविड आया था ना तो कोविड ने यानि कोरोना ने सभी पूरी �
06:09सवस्ति निर्दान के कुछ सूचक होते हैं जिसके बाद हम सिदेश के सौस्ति इस्तर को ना आप सकते हैं क्या । यह कुछ इस्तर दे रखें चलो
06:21रख़टर या का उसके बाद बात करते हैं स्वास्ति
06:31सरचना है गर बात करें समाजिक सरचना में किन
06:35चीजों को सामिल्ट किया जाता है अगर हम सामा जी की सरचना की बात करते हैं तो इसमें किन-किन चीजों को किन-किन तत्वों को सम्लिट किया जाता है
06:54तो सबसे पहले हम लोग बात करेंगे सर्शिक्षा सबसे बड़ा यह होता है सिक्षा उसके बात करते हैं हम लोग अब कर लेंदा कर लें और अबको पता होना चीजा आदारिक सरचना के ऊपर जो GDP का
07:18प्रोटल जो खर्च किया जाता है अगर हम आधारिक सरचना की बात करें तो 30% कितना 30% आधारिक सरचना का खर्च किया जाता है
07:27आधारिक सरचना पर सरचना सरचना पर खर्च कुल सकल उत्पात का कुल सकल उत्पात का
07:48कुल सगल उतपाद का कितना जो टोटल सगल गरेलू उतपाद है उसका 30% आधरिक सरचना के ओपर खर्च किया जाता
08:01तो आप देखेंगे अगर बात करेंगे कि सर्वाइब जरूरी उपकरण हो गया तो यह कई तरह के तत्व इसमें इंक्लोड किया गये हैं जो सवस्ति आधरिक सरचना को मजबूत बना देगर माली कोई भी राशी इसमें मजबूत है
08:28तो वो अपनी आने वाली जो परिशानिया है स्वस्ति आधरिक सरचना की इस्ति एगर भारत की बात करते हैं तो भारत में वो हम लोग चर्चा करने वाले
08:48तो देखें सरकार पर यह समयतानिक जिम्मेदारी होती है
08:50मतलब सविधान में यह लिखा गे रहा है
08:52कि देश के अंदर जो भी निवाश करने वाले लोग है
08:56उनकी स्वास्ति से समधित जो जानकारी है
08:59स्वास्ति से समधित जो भी डिटाज है
09:00स्वास्ति के समंधिंहाई हैं स्वास्ति सिक्सा भूजन ऐ निर्देशित हैं विटयित करें
09:28मतलब यह गौर्मेंट की एक तरह से पॉलिशी होती है, जिविदारी होती है, कि वो इन सब के समझ में आकड़े एकरतित करें और इनके समझ में विश्लेशन करें, और जिस सेक्टर में, जिस में कोई कमी रह रही है, तो उस कमी को दूर करनेगा, परियास किस का होता है, वो क
09:58करें, और प्राप्ति की बात करें, अगर पंद्ररा अगस्त हम लोग बात करते हैं, पंद्रा अगस्त ऐसकी बाता हृस है।
10:28सब्सक्राइब करने का परियाज चलो आगे बात करते हैं स्वाइश्ति की सिती में सुधार देखते हैं किस इसमें सुधार हुआ जैसे जीवन पर्ठेस अधर में पात करेंगे निसकावन में लोगों की जीवन
10:41जो वर्स कॉन साथ कितना था बेटा कितने वर्स तक जी सकते थे वह बेटा 32 जो है जाद से जाना जी पाते थे कब 1951 की बात कर रहें मतलब भारत जब आजाद हुआ था जब नए-ए-णाइक आसर भारत आजाद हुआ था तिन चार साल हुए थे तो उस टाइम यह मापा गया
11:11ऐसी बीमारियां महमारी हुआ करती थी यह तो इसमते से लोगों का सरुभा ही करना ब OLT
11:17करते हैं तो गंबीर बीमारिय ना गंबीर बीमारी की बात करते हैं इसके अलब और और क्या लिखेंगे गंबीर बीमार्यों के लावा
11:35स्वास्तिया सुविधाओं का अभाव सुविधाओं का अभाव ठीक है चलिए और इसके अलावा जो भी चांच पड़तायल करने के लिए जांच के बीमारी जांच के लेख सकते हैं अब लोग बीमारी
12:00बीमारीयों के जांच के लिए आउशक उपकरनाओं की कमी कमी लिख सकते हैं इसके अलावा और क्या लिखेंगे बटागी डॉक्टर्स
12:25वा उनर्सों की कमी की कमी तो यह कई परकार की जो है ला इलाज बीमारी है ना ला इलाज ला इलाज
12:42यह जान लेवा बीमारीयों का इलाज नहीं होना तो यह 32 साल जो उम्मर थी यह किस गारण्थी बटागी यह इस गारण्थी यह कई परकार की करण्थी ने आप
12:44यह जान लेवा बीमारीयों का इलाज नहीं होना तो यह 32 साल जो उम्मर थी यह
13:06है यह किस करण्थी यह इस गारण्थी यह कई परकार के करण्थी बीमारीयों के लिए आवसुक उप्रणों की कमी होगा जान लेवा बीमारीयों की इलाज नहीं होगा
13:25था प्राइज मेन के जीने की घर है वह संतर साल क्या कह सकते हैं इसका कारण क्या होगा अगर
13:42कारणों कीच चर्चा करता हूं तो बैतर बैतर स्वास्थियदां
13:50स्वाश्थियदिय तो कहीं न कहीं जो लोगों जीवन
13:59जीनाएं की जो दर है इसमें वर्दी होने का ये की कारण हैं बैटर स्वासे शूइदा है
14:05लोगों अगर surgeries 91 के बात करते थे लोग पर तीसाघार नोगों के
14:21पर लोग मर जाते थे मतलब क्या होगा कि सर अगर माली जी बात करें तीस हजार परती हजार का मतलब यहां पर यह होगे
14:41तीस हजार लोग मर जाते थे अगर हम बात करेंगे तो किसकी बात कर रहे हैं तो उसमें से तीस लोगों की मरती हो जाते थे और यहां पर अगर हजार लोग जनम रहे हैं तो उसमें से तीस लोगों की मरती हो जाते थे और यहां पर अगर हजार लोग जनम रहे हैं तो 6.10 लो�
15:11सिश्व मर्टियुदर मतलब 1991 में 146 बच्चे जो है वो मर जाते थे 146 बच्चे हैं वो अपने जान को खो देते थे
15:26और 2019 की बात करते हैं ले टेस्ट की 30,000 मतलब 30 बच्चे जो है वो मर जाते हैं
15:33एक बात करते हैं ली यानी 146 बच्चे कब उनीच्ट रिकाउन की आस्पात मर जाते थे यानी की जीने की जो परफिश्व कम हुआ करते थे और
15:42कुछ बड़ां की वीज़े से जो बेतर वोजन के होने की वज़े से केऊल हजार मैं से
15:491,000 मैं थी 30 भचे ही हो मरते है ऐसा इस रिपोर्ट में बताएगा ठीक चलो फिर बात करते हैं कि
16:00कि सवास्त में बंट निर्वार्षे ऋड़िष उर्टाव में वर्दि डर्झ आहिर्वेदी यूनानी हो में प्राकर्टिक जैसे कि
16:20इस Angelina किये गए सब्सक्रामारे नुद्राविफवार आहिछ बश्की बाद करते हिं हुनानी है
16:30होमेपेति प्राकर्थिक कुछ ऐसी चिकες सालाय है उनका भी यहां पर भारतने कि fella कि कि या जा रहा है
16:37पिर अई किया इगंदा में स्ाशती केंद्र को स्ता पिट किया जा रहा है जो ऑशामीब प्राय।
16:47अपरेल दो हजार पांच को किसका प्रारम कि अगया
17:11ग्रामीन राश्टी ग्रामίν स्वाश्टी मिशन की स्वाष्टे लगते हैं
17:16है चलिए फिर बात करेंगे निजी चेत्र का जो सवस्थ्य सुज़ा में क्या योगदान है क्या इनकी भूमी का
17:23है मतलब जैसे सरकार की जीमेदारी है तो क्या सब्सक्राइब भी इसमें आकर अपना योगदान
17:29कर सकता है क्या या फिर जो हॉस्पिटल्स है जो नर्सिज है जो भी बैड बैड है यह क्या सर निजी छेत्र में भी इसको हम लोग इस्ताबिद कर सकते हैं क्या तो इसके समझ में हम लोग बात करते हैं कि सर भारत में क्या सर भारत में निजी छेत्र का कुल स्वास्तिय सेवा
17:59भी सवास्तिय सेवा परवय जो किया जा रहा है उसका
18:10असी परसंट किसका कि सदुर नीजी चैतर जो है वह सब्सकर्ण परसंट थे रहे वह सब्सकराइब
18:27तो निजी छेतर के अस्पताल कितने परसंट है बैटा जी 70 परसंट कितने परसंट है सेवंटी परसंट है ठीक है चलिए फिर बात करते हैं सब्सक्राइब
18:49अनतर मरीजों के स्वाष्टि के देखबाल करते हैं कि निजीछ शेतर का कई नेगे बट बड़ा रोल है 70 परसंट जो हॉस्पिटल्स है वो कौन चलाते बैटा निजीछ चेतर चलाता है दवा खानों की बात करते तो दवा खाने 60% किस के है बैटा वो निजीछ शेतर के है 80%
19:19और 46% जो मरीज है उनका कईने कई एडमिट उनको किया धाता तो यह बहुत बड़ा रेशियो होता निजीछ चेतर का यह बहुत बड़ा रीशियो अ फिर है निजीछ चेतरक मेडिकल सिक्स्ता वो परसिक्षण मैडिकल प्रृदो ची तरह रोग निदान अउन्वेक्षण
19:49इस तरह से कह सकते हैं कि सर कुछ अधिकल जो होस्पिटल से या मेडिकल जो कॉलिजेज होती है परसेक्षन के अंदर होते हैं इनके इस्ताफना किस के दौरा निजीत सेतर के दौरा की जा रही है
20:012021-2012 में 13,00,000 से अधिक मेडिकल उत्रह उधियोग इस्ताफित किये गए तो बहुत बड़ी बात है
20:15नपे के दसक से उधारी करण उपायों के करण अपरवासी भारतियों और अधियोदी कतता दवा कंपनियां में भारत के भारत के अमीरों और चिकिसा परियटकों को आकर्सित करने है तू अधोनिक्तम सुपर-इस्पेशलिस्ट अस्पतालों का निर्मान भी किया है तो कहीं �
20:45बड़े बड़े जो और सिटल्स है वो निजी चितर के वास्पिटल है गौर्मेंट के बहुत एक कम होस्पिटल होते हैं जहां पर होते विये तो परियाद्ट तो सुईदय नहीं हो पाती है फिर बात करते हैं जी चीकिसा कि भारती प्रण अली के अंदर कुछ व्यवस्ता
21:15लगबग कई हजारों जो कह सकते हैं परकार की जड़ बूटियां बनाई जाती है जो पाड़ों के दर उनसे दवया बनाई जाती ठीके चलिए फिर है योग के माधियम से भी कहीं नहीं हम लोग अपनी बीमारियों को दोर कर सकते हैं इसके बात यूनानी कुछ पदतियां ह
21:45सकते हैं जो एक दम से जिससे बिना दवयों के इसका इलाजक़ किया जाता है जो पेतिक जो एंसे कुछ ऐसी पदतिया हैं जिससे हम लोग अपनी होसाऽ कर सकते अब इन्हें क्या कहा जाता बैटा आयूश्यालियरध में
22:10वर्तमान में चिकिसा की बारतिय प्रणाली के 4,000 पंचानु आयूस अस्पताल है अगर हम बात करेंगे जो चिकिसा है बारतिय चिकिसा प्रणाली में चिकिसा होस्पिटल के तरह है बेटा 4,000 पंचानु है और 37,951 दवा खाने और 8,55,000 चिकिसा भी है वर्तमान के हम लोग �
22:40आगड़ा काम नहीं आएगा क्योंकि हो सकता की से इसमें इंक्रिमेंट भी हो जाए यह लगबग कह सकते हैं सबसे पहले शिशू-मर्तियुदर की बात भी जारी है तो शिशू-मर्तियुदर के आधार पर हम लोग स्वास्ति की स्थिकिकों जान सकते हैं या पर उसका माप
23:10मात्रत तो मर्तियुदर जो मातर जी मैंने आपको बताया था सर ठीक है जीवन परतियासा जो दर होती है जीवन परतियासा दर होती है उसके आदार पर पोशन का इस्तर होता है कि लिए रहे संक्रामक जो एचाई भी पोजिटिव हो जाते हैं पर जो हैड्स वगरा हो जाते
23:40यहां पर स्वास्तिय चित्रक में किया जाता है वह कितना किया जाता है वह कि इतना बहुत माइनर सा यह बहुत ही कम है अगर भारत की जनसंग्या कर देखें चेटेबल कि साफ से देखें तो जीडीपी के टोटल
24:09यह बढ़ा जाता है तो बात करते हैं कि विश्वर रोग भार की बात कर रहे हैं पर विश्वर रोग भार की बात की जारी किसी बढ़ा जी भार है
24:33तो विश्वर रोग भार यानि कि GDB यानि कि Global Disease Burden की यहां पर बात की जा रही है
24:43एक सुचक है जिसका परियोग रोग विशेस अगिया किसी विशेस रोग के कारण
24:51और समय मरने वाले लोगों की संख्या साथ ही रोगों के कारण
24:58और समर्तता में बिताए गए सालों की संख्या जानने के लिए करते हैं
25:04तो अगर हम बात करेंगे विश्वर रोग भार की बात करते हैं
25:07तो ये एक तरह से क्या है विटा ये किसके लिए होता है
25:15यह जब कुछ विसेस के परियोग में लाते हैं विसेस के इसका इस्तमाल काम करते हैं जैसे विसेस रोग के कारण असमें मरने वाले लोगों की संक्या निकालने के लिए साथ ही साथी रोगों के कारण असमर्दता में बिताए गए सालों में संक्या की संक्या जानने के लिए �
25:45श्वास प्रणाली फैपडे किड़नी मोटापा और जीवन सैले से जुड़ी गैर संचारी बिमारियों के कारण होता है
25:56तो 2017 के अनुसार ये अधियन किया गया कि दो ती जो बिमारिया है वो कहीं न कहीं इसकी ये बिमारिया है
26:04मतलब दो मैंसे तीन मैंसे दो व्यक्ति के बिमार है माली तीन व्यक्ति बिमार है जिस मैंसे दो व्यक्ति क्या है उन लोगों को ये वाली बिमारिया होती है किने को किड़नी की बिमारी होती है किने को कोई मोटापे की बिमारी कई सुगर की बिमारिया खूब सारी बिमारिया
26:34अगर बाप करें तो ये इनी की वज़े से जो संक्रामग बीमारिया होती है डायरिया अगरा होते हैं निम्नस्वास पढ़नाली होती है
26:40जो लोगों को सांस लेने की प्रॉब्लम्स होती है तो वो कहीं निगई जो टोटल लोग मरते हैं उसमें छटा हिसा कि इसका बटा वो इन रोगों के कारण मर्थियों हो जाती है
26:51वायू पर्दुषण के कारण वैश्वी की स्तर पर 4.1 मीलियन सुरवाधी मर्थियों होती है जिसमें से अकेले भारत में 1.1 मौत हो जाती किसके कारण वायू पर्दुषण के कारण बहुत बड़ा रेशियो बड़ वाईल compressed के बारत में अगर वैश्वी की सतर पर सोचे
27:09उसमें से 1.1 million जो है भारत में मुध हो जाती है किसकी वज़े से यह वायू पर्दोषन की वज़े से यह सारी चीजे बीमारिया होती है
27:30कौन सी श्वासन जो हर्दय श्वाश वगरा रूख जाना फैपड़े की बीमार्या केड़ेनी की वोटा बेगी यह सारी बीमार्या किसकी वज़े से हो सकती है यह आपकी इसकी वज़े से होती है ठीक चलो
27:40फिर बात करते हैं जी शैरी ग्रामिन तता धनी निर्दन वीबाजन की बात करते हैं मतलब इन दोनों में वीबाजन है इन दोनों में कहीं कहीं समानता देखने को मिलती है ग्रामिन इलागों में भारत केवल एक बटा पांच अस्पता लिस्तर है अगर ग्रामिन इलागों में
28:10पांच है उस में से एक होस्पिटल का और जो बहुत ही कम रिजियों यह और इसी परकार
28:31से एक होस्पिटल है वो ग्रामिण छेतर में टोटल पांच हो गए ठीक है फिन सरकाई असबतालों में लग बग
28:36मतलब इसका
28:4350 0
28:59सबसे ज़ादा लोग महीं निस्वास करता है
29:01की बिमार्य में माँ ज़ादा है
29:03ग्रामेण इलागों में पढ़ती है 1,006 लोगों पर 0.36 अगराइब करेंगे
29:13ग्रामेण इलागों में पर 1,003,001 लोगों पर यह 1,002 दो बीमार हिकेक
29:17ullenर है यह पिर 1,002 जन्षक्या है उनने के लिए होस्पिटो
29:23बॉइन इस प्रफिटल कि संग्या कितनी बाट पॉइंट थी सिक्स है मतलब बहुत ही कम एक के लिए यानि एक लाग के लिए एक भी उस्पीटल नहीं है कुल मिला की कहना के मतलब यह है उसका तीसरा हिस्सा है तो कितनी आप सोच सकते हैं कि भारत में जो सौच से समंध्य ज
29:53है जो अभी जैसी विमारिया होती है इसके अलावा खून्ध्य खून की जाजह सें परšक्षी talkin podr like जैसे च्राइए जबकि किशी ौर
30:12अगर हम ग्रामेंट शेतर की बात करते हैं कि लोग करते हैं तो ग्रामेंट शेतर हो में खून खिजाज है एक्सरेय है चुट चोटबी इस जी है या और भी कुछ ब्लड चैक करने की कुछ
30:25तो चिक्षा टॉ UK चीकिषा सवेदनहारन �था प्रसुती विध्या जैसी विषिश
30:53इस परकार की चोट चोटी जो बीमारियों से लड़ने के लिए कुछ लोगों को इस परकार को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि इस परकार की सुझदाएं वहां पर अवलेबल करवा सके वह ऐसी फैसिलेटी वहां ग्रामीडों में नहीं है भारत के शैरी और ग्रामी
31:23अगर देखे ग्रामीडी लागों की बात करें तो 12% वह खर्च करता है लेकिन धनी रहती केवल 2% क्यों क्योंकि इनको बहतर सुझदाएं मिल जाती है ना अगर हम बहतर सुझदा की बात करते हैं बहतर स्वास्ते सुझदाएं
31:42स्वास्ते सुविदा मिल जाती है इसके अलावा इसके अलावा उनको पोशन की कोई कमी नहीं होती है पोशन का इस्तर तो यह कुछ यह कारण हो सकते हैं जिससे वह कम खर्च करते हैं लेकिन गाओं के दर इसका रेश्यों के अवटा 12% बहुत ज्यादा खर्च होता है ठीक
32:12स्वास्ते सेवां में भी काफी पीछे है यानि उनकी अप्रेशा की जाती है उनकी स्थित्य बहुत ही दाइन है गरम सिक्षा में तो कुछ नहीं है कि अब लोग सोच रहें कि सर कुछ ऐसी बाउंडेशन होती है उस वज़ा से वह पीछे रह जाती और कहीं ऐसी चीजह होत
32:42उसके बाद बाद करते हैं भारत में 50 से अधिक मैला यह 15 से उनचास आयूबर्ग में है पोशन की कमी के साथ वह ग्रसित है मतलब उनको पोशन सभी तरीके से नहीं मिल रहा है
33:05कि पोशन की सकत कमी होने की वज़े से कहीं न कई यह जो मैलाएं यह क्या होने वाली है यह तो प्रस्टव के दोड़ा इनकी मर्ति हो जाती है और समय इनका मर्ति हो जाना यह कहीं कारण बन सकते हैं
33:19अजय क्या है अजय कहता है अधर के अग्या है के लिल्य ज़ए मतलब कुछ
33:44कुछ ऐसे जगहें हैं जहां पर क्या सकते हैं लड़कियों को जनम से पहले ही उनका जो है ब्रोन हतिया कर दी जाती है फिर उसको मार दिया जाता है तो यह आज भी हमारे देशकन देखने को मिलता है उसकी वज़े से 2000 की बात करें 2001 में जो लिंगा नुपात 1927 अगर हम बात क
34:14आट बच्चे जो आट जो पूरस है वह और भी इनमें कमी हो गई जो मैं कह सकते हैं जो इस्त्रीयों की संक्या है लड़कियों की संक्या वह तिरिगरे कम होती जा रही है ठीक है चलिए और जो यह दरसाता है कि स्वास्टे सेवाँ का सामाधिक जुकाव माहिलाओं की विर
34:44सबसे पहला है उची जन्मदर हुआ है सवच पेजल और सपाई की व्यवस्ता का अब
35:14अब परियाप्त आवास व्यवस्ता होने की वज़से कई यह पी कारण है इसके साथ ही दवाएं और डॉक्टर की कमी है देश के अंदर और जल और वायू परदोशन है तो यह कई कारण है यह कई कारण हो सकते हैं जिससे देश में जो स्वाश्टे से सामध्य जो इस्त्ति
35:44स्वास्ति से अब्हुंट करें ने अर्फ तो यह परदाऊ से लूक्ट के संक्या पर्ति लोग लोग दो
36:14लोगों पर 0.36 है वहीं अगर हम सहरी चेतर की बात करते हैं तो सहरी चेतर में एक लाग लोगों पर 3.6 तो यह एक आपको जिता जागता उधारना आपर दे रखा ठीक है चलो तो स्वास्ते सेवाओं का कह सकते हैं अकूशल वित्रण है करमचारियों का अगर हम स्वास्त कर्
36:44पर संग्रामच विमार्या होने की वज़े से यह सारी चीज्य नहीं हो सकती है उसको कैसे में टान किया जा या फिर यह नहीं कि समश्या
36:51व्यवस्ता नहीं है कि उसको गुणवत्ता को कैसे मेंटेन किया जा या फिर जबाब दे किसी तरह से नहीं होती इसलिए भी कहीं इसकी समश्या
36:59को सकती चुन बात करते हैं भारत ने सुधार के लिए कौन से सुजाओं की तो इसका विकास ऑ विस्तार करना चाहिए अगर जबात करते हैं तो इसका
37:19विकास और विस्तार करना चीए हॉस्पिटल्स बढ़ाने चीए करंचारी वे नियुक्ति करनी चीए साफ सपय का ध्यान रखना चीए ऑस्पिटल में दवा खाने जो हैं उनकी वृद्धी करनी चीए तो कहीं न कई यह पॉइंट आपको ध्यान रखने है चिकिस्ता विग्य
37:49वे पॉस्ट्री प्रावधन जरोड करना चीए मादयों नुक्षान दायक वस्थ्वां के बोग नोपर रोग लगानी चीए
38:15जैसे बीड़ी है गोटका है किया जाता है तो इनके फार्धं पर रोग लगहाने चीजwd जो मादग पदारते कुछ भी कह सकता है यह है वाइन की बात कर रहे हैं लगाना चींट का團
38:31लोग इनके एडेक्ट हो जाते हैं इनके आधी हो जाते हैं वो भीमारी का घर बन जाते हैं तो यह कई असी प्रॉब्लम्स है जिनका सुझाओ यह दिए गए प्रसुति अहार समंधी शिक्षा परदान की जाहिए
38:46साथ ही इन विशायों के पड़ती उनमें जाग रुपता भी उत्पन करनी चाहिए
38:50मतलब स्वास्ति के समझ में अगर मैलाओं की बात करते हैं
38:54मैलाओं को कई परकार की समश्या को सामना करना पड़ता है
38:57है ना चाहिए वो अगर हम माल लीजे बात करें
39:00मैंसलन सर्किल के बारें बात करें प्रशव के दौरा नंगरम बात करें
39:03तो कहीं सरी मैलाओं को आदी जानकारी होने के वज़े से
39:07उनका जो सरीर है वो रिस्ता जाता सरीर जो है वो दूबला पतला होता जाता
39:11और कहीं ने कहीं उसका मर्तियों का करण भी बनता
39:14तो इसके समद में महला गilाओं को जानकारी भी देना ची उनकी जो इसकत्ति है, उनके सुधार में के लिए इस परकार की जानकारी देना भुआत� ही जरूरी है
39:21अब बात करते हैं सरम कुछ कोशंस की बारे में बात करते हैं अच्छे स्वास्ति से क्या भी परा है अगर हम अच्छे स्वास्ति की बारे में बात करें तो उसके कौन-कौन से गुण या हो कह सकते हैं सरम कौन-कौन से करेक्टर्स होती है अच्छे स्वास्ति की वो बात करते
39:51उपरोग सभी तो इसमें देखिए अगर माली यह सीजें अगर किसी व्यक्ति में देखने को मिलती है तो कहीं नहीं कि वह व्यक्ति क्या है वह व्यक्ति क्या है
40:01क्या है क्या है है तो स्वास्ते संबंदी चुनवतियां है कौन कौन से आधी के स्वास्ते जो सेवाएं हैं उनका अभाव भी है कई जगा पर कई इसकी पर्चुर मात्रा में अवलेबलेटी भी है तो यह चीजें होने की वज़े से
40:27पर समान वित्रण होने की वज़े से हमारे स्वास्ति की कई चुनवतिया मनती जारी है वर्दी होती है उसके बात करें तो सेवाओं का निस्ट्रेश्ट परबंदन हो रहा है मतलब सही तरीके से परबंदन ही जगा अगर हॉस्पिटल्स में जाएंगे तो वहां पर आपको
40:57सब्सक्राइब नहीं होता है तो इस तरह से देश के अंदर कुछ सड़कारी होस्पिटल सुधार करना बहुत ही जरूरी है
41:13सी आगे बात करते स्वाश्ट्राइब प्राप्ति के पच्छात स्वास्तिय सेवाओं के विकास के समय संकेतों पर विचार की कि मर्टियुदर ने कमी
41:32लोग मर जाते थे और 2018 में 7.2 पर्टीहार हरा शजाल हुआ है।
42:00तो जीवन पर तेसा धर में वर्दी उनने सो एक यान वर्ष एक सामानी वैक्ति जीता था लेकिन अगर 2018 की बात करते हैं
42:25लोग दो जार अठारा की बात करते हैं तो वह कितना बिटा जी वह सब्सक्राइब अपनी जीवन को जीता है तो उपरोक तसभी इस में राइट होने वाला यह सबी क्या संकेत हैं जो एक स्वाश्ति विकास को कह सकते हैं सर्फ विकास के समन्द में यह सूचना है दे रहे हैं
42:55सब्सक्राइब को सामिल किया जाता है
43:25सवच्ति उठ्वी शारचना बेढ करन किया जाता था बिल्कुल हॉस्पिटर्स के अट्राइब किया जाता है भी होप्सटिक्य में ऑप्शन राइप होने तो इसके आप यह सारी चीजिज में हैं तो उसको आँ थैरका स्वाश्ति-एयरक पर्या सब्कूरणा सुआं श्य
43:55सब्सक्राइब आगे बात करते हैं यानि 1947 के बात कि आपर बात की जा रही है तो 1947 के बाद स्वाश्थे सेवाओं के विश्थार के समझ में निम्नकत्रों पर विचार की जी
44:131951 में 1951 से 2013 के बीच सरकारी हॉस्पिटल तता दवाखानों की संक्या 9003 से बढ़ कर 53,800 हो गई है तो अगर हम बात करेंगे सर इन पच्चा साथ साथ साथ सालों की बात करते हैं तो कहीं न कहीं जो हॉस्पिटल 9300 थे वो कितने होगे साथ 53,800 हो गया है तो कुल मिला के ग्रो�
44:43है वो जहां पर 1.2 लेक थे वो कितने हो गए वो 1.7 लाग हो गए ठीक है चलिए यहां पर भी वर्गी होई है इसके बात करते हैं 1951 से 2018 के बीच नर्सिंग कर्मियों की संक्या 18,000 से 30 लाग हो गई है बिलकुल एक दम से करेक्ट है जहां पर लोग एक नर्स कर्मी की बात कर
45:13संक्या तक है स्वस्ति सेवाँ में सुधार ठीक है चलिए तो और नम्मर कौन सा राइट हो जाएगा डी ऑक्ष्ट होने वाला चलिए आगे बात करते हैं
45:21फिर कहने हैं सर्थ देश की बिपियल जनसंक्या को जो बिलो पाउटी लाइन जो बिलो पाउटी लाइन है उससे नीचे निवास करने वाले जो भी लोग है उनको एक LPG जो लिक्विट पैट्रोलियम गैस है उसके कनक्षन निसुलक वित्रल पर ध्यान केंदित किया गया ह
45:51पुझवला वह योजना है जिसमें बात करेंगे सर एक मैं एक मैं
45:57कि दो हजार सोला कब बेटा इसकी सुरुवात कब की गई है एक मईए 2016 के इसकी सुरुवात की गई है स्वच इंदन बैतर जीवन यह इसका उदिश्चि क्या था स्वच इंदन की बात कर रहे हैं यह आपर स्वच इंदन और
46:15बैतर सुवच इंदन बैतर जो है वह जीवन यह प्रोवाइड करवाने के लिए यह यूजना शुरुवात की गई थी और अगर हम बात करें के सर यह कब शुरुवात की एक मैं 2016 को पर्दाहान मंत्री के द्वारा है ना पर्दाहान मंत्री माननिया
46:39पर्दाहान मंत्री के द्वारा इनको जो है इसकी शुरुवात की गई थी और यह कहां से यह एंपी के बल्या से कहां से अगर मत्या पर्देश की बात करते हैं लोग मत्या पर्देश
47:01बल्या छेत्र है वहां से इनकी शुरुवात की गई थी कब एक मैं 2016 को इंदर सच इंदर बैतर जीवन और इनके द्वारा पर्दाहान मंत्र मोती के द्वारा और अगर कब का से शुरुवात की गई इसकी तो यह की गई सर्व
47:20एंपी के बल्या जो छेत्र है वहां से इसको शुरुवात की गई थी तो यह किसके लिए बैटा जो एल पी जी स्वारी किया से बिलो पाउटी लाइन है बिलो पाउटी लाइन के नीचे जो लोग निवास करते हैं उनको यहां इस तरह से निश्चुल का कनेक्शन दिये ग
47:50नेश्च कोशन की बात करते हैं नेश्च कोशन क्या है निम लिखित कत्नों को ध्यान पूरुक पड़ी और नीचे दिये गई विकल्पों में से सही विकल्प का चुनाव कीजिएगा तो क्या कहना चारा है सर्व भारत में निजी छेत्र का कुल स्वास्ते का सेवाओं का व
48:20इसको जो है यहां से सुरोग किया गया है ठीक है चलिए अगे बात करते हैं पॉइंट की पहला पॉइंट किया रहा है सर्व भारत में निजी छेत्र का कुल्व है स्वास्ते सेवाओं का असी परतिशत है अभी अब आपने पढ़ा था बैटा कितना परतिशत है असी परति
48:50अब ऐसा है डेनी दोना टर्वाउर जोकते है निजी चेत्र कं 10ग स्वास्ते सेवॉयं परता है बिल्कूल सही होने वाला है ठीक है तो पहला गल्ट है तो पहला अस्तिया है दूसरा अपना का अश्तिया हो गया और दूसरा शक्रतिय को अटा ज Instretti रहे है और सीअगी एॉ
49:20विज्टा जी दी ओप्टिन इस दर करेक्ट होने वाला है पहला उप्ट गलत है तो बिल्कुल पहला गलत होगे दूसरा आपका सत्य वोगए चलिए आगे बात करतें नाइस्ट कोशन की
49:30one yes…कुछ इससप्रकार से हैं।
49:45ग्रामेंट्रमें, нужно .36 अस्पताल
49:47और सहिरी चितर में तरी पॉंंट सिक्स एस बिलकुल एक दम से सब्सुन
49:51है है
49:51नहीं है
49:54तहपर 0.3 अस्पताल
49:560.36 अस्पताल है
49:57और अग़ उचरी चितर की BILLन और
49:59प्रात्मिक स्वास्तिय छेत्रक में स्वास्तिय समश्य आधी को सामिल किया जाता है।
50:10तिर्थि say without complices समष्याय कई धिक तो में राइट कौन सा रोनने वाला है एक और दोनों इस तो
50:29ए और बी दोनों इसमें राइट होने वाला है तो और सी इस दर करेक्ट है कौन सा बटागी सी ऑप्शन राइट होने वाला है आगे चला है फिर बात करते हैं नेम लिकित कत्रों पर विचार कीजिएगा क्या है आईवेट योग यूनानी सिद्धी और उसके बाद प्राकर्त
50:59प्राइट चिकिसा और उम्योपेटी अगर यहां अलोपेटी होता तो उप्रोंग तसभी इसमें राइट होने वाला ओप्शन नम्बर दी चलिए नेक्ट क्या है किसी देश के स्वास्ति कि स्थिके मुल्यांकर मैं निमलिकित मैं से किन गटकों को समलित किया जाता है तो म
51:29आत्रत मर्ति उदर हो गया जिवनपर्तेसादर हो गया पॉर्षण इस तर्ट बिल्कुल ही इसमें भी एक सही है दू सही है तीन चार भी सही है तो ऑप्शन नम्मर कौन सा आपका डी राइट होने वाला है कौन सा पर प्शन नमबर डी राइट होने चलिए आगे बात करते
51:59पोशन के कारण में बच्चों की नहीं इसाथ ये रोग के लोगों की आई पर पढ़ने वाले वित्य होने वाला है चलिए आगे बात करतें नेस्ट को चुछ इस परकार से भारत्यी किसा परियतन के लिए
52:26मैं तो पुन गंतवी के रूप में उपर रहा है बिल्कुल अगर हम आउट्सोर्सिंग की बात करें तो यह एक तरह से उपर रहा है बाट में पर्मुख सर्जरियों की लागत चीकिसा लागत विक्सित देशों की तुलना में केवल 10% है बिल्कुल सही है तो ऑप्शन नम्मर
52:56सब्सक्राइब को द्यान से पढ़ीगा और अच्छी विकल्प का चुनाव कीजिएगा भारत में चिकिसा परिटन विक्सित देशों के मरीजों के लिए आकर्सक है और दूसरा क्या कहरा सब्सक्राइब भारत में कोवीड 19 जो 2019 में आये था कोवीड आये था मामारी के चलत
53:26परिटन विक्सित देशों के मरीजों के लिए आकर सक है बिलकुल मालगी भारत के जो चिकिसा के वह बाहर जाकर कारी करते हैं और कोवीड में बात करते हैं तो इसमें कई परकार के परभाव बढ़े वास्त्विक जो इंकम है उनकी वह अनुमानित इंकम से क्या बहुत ही क
53:56होता है नेक्ट टॉपिक हम लोग धारणिये विकास और परियर्वन को लेकर अने वाले हैं नेक्ट क्लास के अंदर तो मेरे प्यारे साथ यह एक बार फिर से आपका उतकस की सी यूजी चैनल पर हार्दिक श्वागत अब भी नहीं रहें थैंक्यू सो मच

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