00:00हाँ दिक्कत तो हो रही है सर पिछले वार नाव भी दिया गया था सरकारी इस वार तो कुछ बेवस्ता नहीं है
00:06सबसे पहले तो एक लाइफ जैकेट को कैरी करना सरकार की तरब से कोई प्रोवाइड नहीं किया गया है
00:36कि खड़ देने हमको मिला बलोग से मिला कितना लाइफ अच्छा वहां पर करिशाओ को कितने सिक्षक जाते होंगा अनुमान लगाए तो लिए रहा चेतर में कितने सिक्षक होंगा थासम तीन से चार सू आपी दिक्कत हो रही है हाँ दिक्कत हो रही है सर पढ़िया स्वाइ�
01:06अब कोस बेले कितने से लिए दैख लगा ढ़ी आने जाने में जो समच्छा वह हैं साथ में जो अभी डियो का ढ़त दिया गया है सायbahn के रूप में सभी लोगों को लगा दिया गया है
01:36हो रही है कोई भी कोई भी टीजर स्कूल में मतलब कि ऐसे नहीं छोड़ेगा है जो जी से बच्चों की पढ़ाई हो सके हम लोग तो अपना लाइब जैकेट पिछले साल ही खरीद लिये थे इसको लेके हमार दिकत नहीं है
01:49क्या वो विवेक कुमर
01:54करने जाते हैं सर आने जाने में बहुत दिक्कत है ना उसे आना जाना होता है लहर उठती है डर लगता है
02:11नहीं हम खुद लिए हैं इस बार तो अभी तक मतलब मुहया नहीं कराया गया अब फीचर को
02:23हम लोग खुद अपना ले लिए हैं क्या परसानी हो रही है इस बिद्याले तक पानी पहुच जाता है तो सरकार को पर्मानेंट पूल की विवस्ता दियारा छेत्र में देनी चाहिए चाहिए चाहिए आने जाने में लोगों को आराम हो जाए
02:45कुछ नहीं है सारी जाना वह से राकेश है अगया अगया अगया अगया अगया अगया
02:57यूद्यू जाने में लेट होगा नाा अगया नाम हो आप करने मेरे नाम सूर्य वन्ती हुआ अध्यमादमी के विद्याले मानस
03:23मजंस में हूं। याच दिक्कत होता है बार के समय में, अगर को पूल कोिस वक्षाइ परसा भात प्रफा बैद सीौना।
03:38ठीक ईजो जाना किस वबाद तो राइन साखाने हैं शान 25 जैकेट को यह ठीक घ्ललावी –
03:44समान भी हो जाता है जाए चाता रिंपोर यह है बूसरा चीज है कि सर यह जो नाव का बहाविक अभी भी तेजी से उपर नीचे आ जाता है तो इतना तो हम
03:57experience है नहीं है ना सर तो यह एक डर जो है घर में भी बना रहता है बहुत छोटे बच्चे भी है घर में
04:05सर बहुत लिए नहीं है नहीं हमें खुद से ही लेना है और एक दो टीचर ऐसे हैं जस्ट जॉइनिंग किया है टी यारी थी के उनके पास सैलरी तक प्रोवाइड नहीं हुई है तो वो लाइफ जैकेट खरीदने में भी अपने आपको ठगावा महसूस कर रहे है डेढ़ हज