00:00छांगुर की हकीकत जब सामने आई तो शासन प्रशासन के होश उड़ गए उसके खिलाफ कारवाई शुरू हुई तो ऐसी ऐसी सचाई सामने आने लगी जिन पर यकीन करना आसान नहीं था
00:11छांगुर ने अपने आस पास रहसियों से भरी दुनिया बसा लिए जहां तक सिर्फ कुछ खास लोगों को ही पहुँचने की इजाज़त थी
00:20पुरा फूल चाहिता था कि धर्मान्तित हो जाओ हम आपको पैशा देंगे आप मुच्लिम हो जाईए
00:28च्छे महिनना साथ काम किया हमने उसके बाद हमको जबाव बनाया कि अगर नहीं धर्म परवतन बजलते हो तो तुमको मार धारेंगे जान से चले जाओगे तुमारे बच्चे बरबादे पांच लाक रुपया दे रहाए
00:42च्छांगुर बाबा की असलियत ऐसी निकली जिसने शासन और प्रशासन दोनों की नींद उड़ा दी
01:05च्छांगुर बाबा कोई आम इनसान नहीं था वो अपने आप में जालसाजी और जिहादी सोच की दुनिया थी
01:29जिसे उसने खुद रचा था खुद चलाता था और उसमें घुसने की इजासत सिर्फ उसे थी जिसे वो इसके लायक समझता था
01:39यह आभीद्रबानी इसकी सादी पूर में हो चुकी है मुस्लिम महिला के साथ में इसके दो बच्चे भी हैं अभीद्रबानी यह अपनी आइडी चुपा के और prostu
01:56एक हिंदू लड़की के साथ में उसको अपने जाल में फसा के साधी किया, सोनल सिरी वास्तों के साथ में, और तनबीर रजा, तनबीर रजा अपने आपको इंजिनियर बताता था, ये फोरेंड में था, विदेश में था, उसके बाद में ये उकील बताने लगा, फिर ही अप
02:26पूरा पेपर आपको मिलेगा तो ये सारी सच्चाई बाहर आ जाएगी इसमें रब्बानी का लड़का मुजाहिद रब्बानी हिंदू भाईयों को कलमा पढ़ा के मुसल्मान करता था चांगूर के साथ मिलके ये मुक्तार अब्दुरहीम है जो आसिप रब्बानी का पार्
02:56भी बाहर ना सके चांगूर का आश्रम ये ठिकाना एक तम किले की तरह था उपर से शांथ भीतर से तुफानी यहां हर दिवार हर कमरा हर कोना एक राज छुपाए बैठा था उसके आसपास एक चुनिंदा दायरा था जो सिर्फ वफादारी और खामोशी के मदले हिस्सा प
03:26पूरे मामले की घहराई से जाच कर उसकी सतह तक जाने के लिए जिस भी एजेंसी की आवशक्ता की मदलों भी हो लिए जो भी व्यक्ति इसके संद्रक्षन में इसके संचालन में और इस योजना में शामिल हैं फिजिकली फानेशली सब के खिलाफ एविडेंस ले करके कार�
03:56भक्तों की भीड से घिरा रहने वाला चांगुर दरसल एक शातिर नेटवर्क का मास्टर माइंड निकी उसका तंतर केवल अंध भक्ती पर नहीं बलकि ब्लैक मेलिंग, कबजे, गुप्त फंडिंग और आपराधिक गड़ जोड पर ख़ड़ा था
04:08सबसे बड़ा सवाल विया है कि कौन थे चांगुर बाबा के करीबी और किसे दी गई कौन सी जिम्मेदारी है
04:19जांच में सामने आया कि छांगुर के दो सबसे करीबी लोग थे
04:28पहला नीतू रोहरा
04:29जांच में सामने आया कि नीतू रोहरा छांगुर बाबा के सबसे करीबी लोगों में से एक थी
04:34उसे बाबा की संपर्क सूतर और financial handler के रूप में जाना जाता था
04:39कहा जाता है कि बाबा के बड़े बड़े डील्स चंदा और प्रापर्टी लेन देन में
04:46नीतू की एहम भूमिका थी
04:47उस सिर्फ एक भक्त नहीं थी
04:49बलकि छांगुर की पूरी सामराजिक व्यवस्ता की मुख्य ऑपरेटर थी
04:52बाबा से मिलने वालों की स्क्रीनिंग, व्याइपी को मैनेज करना
04:56सोशल मीडिया पर उसकी छवी को समारना
04:59ये सब नीतू के जिम्मे था
05:00सूतों के मताबिक कई बार उसने खुद को बाबा की प्रतिनिधी पता कर
05:05हाई प्रोफाइल मीटिंग्स फियाटिट की
05:07ये बाबा की बेशकीमती जमीन ये उत्रावला जो बाजार है
05:12वहाँ पर है करीब तीन हजार स्क्राफिट से ज्यादा की जमीन है
05:17और जिसको की बाबा ने बनाया ऐसे ही शौपिंग कॉम्पलेक्स कुछ और भी है
05:21जांगुर बाबा और उसके करीबी नितू उर्फ नसरीन और नवीन रोहरा उर्फ जमालुदीन के बैंक खातों में भी करोडों की रकम आई
05:32नितू नसरीन के खाते में तो महस चार महीने के अंदर लगभग 14 करोड की विदेशी फंडिंग हुई है
05:41और इस विदेशी फंडिंग से मिली रकम को दूसरे खातों में ट्रांसफर कर बाबा और नीटू नसरीन या फिर नवीन रोहरा मिलकर दूसरे लोगों को फंडिंग करते थे
05:52और इनका सिंडिकेट ना सर्थ उत्रपरदेश के बलरामपुर बलकि देश के तमाम हिस्सों में फैला था
05:59जो भी धर्मान तरण के जरिये लड़कियों का धन परिवर्तन करा था उनको फंडिंग की जा रही थी
06:05अब जांच एजनसियां ये भी खंगाल रही है कि क्या नीतू सिर्फ सहयोगी थी या इस पूरे जाल की रणी तिकार
06:14क्योंकि छांगुर बाबा के साथ नीतू ही लखनो के होटल से पकड़ी गई है
06:18इसके अलावा छांगुर बाबा का दूसरा राजदार नवीन रोहरा है
06:23जांच एजनसियों के नजर में अब ये नाम सिर्फ जानकार नहीं
06:27बलकि पूरे नेटवर्ड का साइलेंट ओपरेटर बन गया है
06:30नीतू और नवीन भी धर्म परिवर्तन करके जमाल उद्दीन और नसरीन बन चुके है
06:35सूतरों के मताबिक नवीन रोहरा बाबा के आर्थिक सामराज का एक प्रमुक कड़ी था
06:40कहा जा रहा है कि छांगुर के पैसों की हेरा फेरी, जमीन की खरीद फरोग्त
06:44और हवाला जैसे संदिक्द लेंदेन में नवीन की भूमी का संदिक्द है
06:48वो ना सिर्फ फाइनेंशल लेंदेन समखालता था बलकि छांगुर के बेटे के साथ
06:52कई मामलों में छांगुर का बिजनेस एडवाईजर भी मारा जा रहा है
06:56बहुत बड़े लोग थे, दुबई में इनका नोकरी चाकरी थी, वहाँ मैड हाउस थी
07:02और एक सिपिंग कंपनी में नोकरी करता था ये नवीन, इसके फ्लाइट मुंबई में भी थे
07:07इन लोगों से ये पता चल रहा है कि चल अचल संपती भी बाबा के नाम लिख दिया गया
07:11जब हमारा काम चल रहा था उस टेम हमने थोड़ी बहुत गुफतगू नवीन से किया था इनकी पतनी के बारे में
07:17तो नवीन का कहना था हमने अपनी पतनी को गिफ्ट कर दिया पीर साब को इनकी सेवा के लिए उनकी खिद्मत के लिए
07:22अब क्या है इंटरनल बहुत तो नहीं जानकारी है लेकिन बाबा का प्रभाव ऐसा था था इन लोगों के उपर
07:28कि अगर बाबा कहे देते कि कपड़े उतार के पूरे बजार में घूम के आ जाओ तो दोनों मियां भी भी नंगे हो जाते हैं
07:34चांगूर के करीबी लोगों के बीच नवीन की पहुँच और उसके निजी नेटवर्ट की गहराई भी अब सवालों के खेरे में हैं
07:45जाच में सामने आया कि चांगूर के करीबी प्रशासन और राजनीती के कुछ हिस्सों तक अपनी पहुच रखते थे
07:50एस चेफ की रिपोर्ट में तो यहां तक दावा है कि चांगूर बाबा कुलिस प्रशासन और एलाईयू के अफसरों को भी पैसों के दब पर अपने अपने खेमें में कर चुका था
08:00चांगूर बाबा ने खुद को सूफी संथ हजरत बाबा के रूप में प्रचारित किया शिजर तयबा नाम की किताब के जरिये इसलाम धर्म और हिंदूओं के खिलाफ प्रचार करता था कुछ दिनों पहले लखनव की गुंजा गुक्ता का मामला सामने आया जिसे चांग�
08:30जब हिंदू संगटनों के प्रभाव में आकर कुछ लोगों ने घर वापसी की तो चांगूर कानून के रेडाद पर आ गया
08:36कभी चांगूर बाबा खुद को सूफी संद बताता था तो कभी हज़रत बाबा बन कर लोगों की आस्था का सौदा करता था
08:53लेकिन हकीकत जब सामने आये तो सारे नकाब उतर गए
08:57जमाल उद्दीन और चांगूर बाबा की गतिविधियों के संबंध में मुकदमा एटीएस में पंजिकृत किया गया था
09:08पाँच जुलाई को चांगूर बाबा और जमाल उद्दीन और उसके प्रमुक सहयोगी नीतूर नस्रीन की गिरफतारी की गई थी
09:20इनसे इस गैंग के सभी गतिविधियों इनके मनी ट्रेल इनके द्वारा अरजित अवाज संपतियां इत्यादी की जानकारी की जाएगी
09:31इस बात की जानकारी हुई है कि लगभग 15 वर्सों से यह गैंग वहां कारे कर रहा था
09:37और इस दोरान इसने काफी कुछ, काफी बड़ी संख्या में धर्मान संपतिया
09:44चांगुर बाबा के नेटवर्क की पोल तब खुलने शुरू हुई जब लगनव की गुंजा गुपता नाम की लड़की का मामला सामने आया
09:51गुंजा से एक लड़के ने अमित नाम से सोशल मीडिया पर तोस्ती की, धीरे धीरे वो उसके प्रेम में फस्ती गई
09:58लेकिन वो अमित नहीं था, वो था अबु अंसारी, जो चांगुर बाबा के गिरोह का सक्रिय सदस्स से था
10:04जांच हुई तो पता चला कि गुंजा अकेली नहीं है, जांगुर के नेटवर्क ने कई लड़कियों और लड़कों को इसी तरह फसा कर धर्म परिवर्तन करवाया था
10:13मुलकात जो है, एक इस्टाग्राम के मादेम सुई थी, जिसका नाम राजूर अठोर के नाम साइडी थी
10:22और मैं उनके साथ हमारी फ्रेंडशिप हो गई, 2021 में उन्होंने बोला कि शादी करेंगे, आप साओधी आ जाओ, 2021 में हम वहीं चले गए, वहाँ जाने के बाद पता चला कि ये हिंदू नहीं है, मुसलिम है, वहाँ पर हमारा धर्म प्रिवर्तन करवाने के लिए जो छंग
10:52धर्म परिवर्तन बिल्कुल हिंदू रीती रिवाजों के मताविक करता था, बीच में यग शाला और मंत्रोचार होता था, कंधे पर केसर या गमच्छा और गले में पूलों की माला, मंत्रोचार के जरिये पहले हिंदू धर्म से दूर किया जाता था, और उसके बाद मुस
11:22अठारा लोग इस मामले में नामज़त हुए। इसमें चांगुर बाबा का नाम तो नहीं था लेकिन उसके कई खरीबियों का नाम शामिल था।
11:29आजमगर पुलिस ने जांच की तो चांगुर के अवैद धर्मांतरन के रैकेट का पुलिस पता नहीं कर पाई।
11:34इसके बाद जांच स्टीएफ शुरू करती है तो बलरामपुर के चार युपकों का नाम सामने आता है।
11:40नवंबर दोहजार चॉबीस में चांगुर समेथ 9 आरोफियों के खलाफ मामला दर्ज किया गया और तब से पुलिस उसे तलाश कर रही थी।
11:48इस प्रकरण में जब प्रतेक मुल्जिम के विरुद साच संकलन की कारवाई पूरी हो जाती है।
11:58उसके बाद ही गिरफतारी की जाती है।
12:02स्टीएफ ने अपने जाच में काफी साच संकलित किये थे।
12:06और जहां जहां उन साच्छों के बारे में पुक्ता तथे प्राप्त हो गया हैं उन सब की गिरफतारी कर ली गई है।
12:18आगे की कारवाई जारी रहेगी।
12:20साथ महीने से यूपी स्टीएफ जिसे तलाश कर रही थी वो उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुख्याले से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर अंडर ग्राउंड था।
12:30यूपी एटीएज के दबतर से करीब 20 किलोमीटर दूर जमाल अद्दीन और छांगुर बाबा अपनी गर्लफरेंड नसरीन के साथ आराम से 81 दिनों तक इसी होटल में चिपा रहा।
12:40यानि छांगुर बाबा ने अपना ठिकाना बदल लिया होता तो यूपी एटीएज को फिर कुछ हासल नहीं होता।
13:10एक सो दो में रुके रहें और 16 अपरेल से लेकर 5 जुलाई तक लगातार दोनों ही बाब बेटी बनकर यहां रहें।
13:19होटल वालों ने पूछा एकने लंबे समय तक क्यों रुक रहे हैं। तो पहले बताया गया कि एक इलाज कराने के लिए आये हैं।
13:28फिर बताया गया कि बेटे का केस चल रहा है उसकेस की पैरवी के लिए रुके हुए हैं।
13:33दोनों छिपे हुए थे, इसी हुटल में रुके हुए थे, 16 अपरेल से 5 जुलाई तक लगातार ये करीब 2 महिने तक दोनों लोग यहां रुके रहे और उसके बाद यूपी एटियस ने 5 जुलाई को इन दोनों को यहां से गिरफतार किया।
13:50धीरे धीरे ही सही छांगुर बाबा के खिलाफ F.I.R. और जांच का शिकंजा कसने लगा।
14:20बलरामपुर में रहने वाला एक ये शक्स भी था जो बार बार प्रधान मंतरी को पत्र लिख रहा था।
14:50नमरता स्रीवास्तो जी।
14:52समझ लीजिए कि ऐसा लगता था कि S.P.A. आफिस का मालिक ये जो आडर करता था।
14:58जितने आडर हमारे खिलाफ किया सारे मुकद में लिखे गए। चाहे वो कोट से हो चाहे वो थाने से हो और हमें जेल भी भेजा गया।
15:06जेल भी काटके आए 307 भी हमारे उपर लगाया गया।
15:10आगुर बाबा सन 2015 के लगभग की बात है कि ये अपना एक दुकान चलती फिरती दुकान नग की ये लगाते थे हर मजार वगएरा पे और वहां से लोग इसकी खरीदारी वगएरा करते थे।
15:26लेकिन फिर उसके बाद वो यहां से कुछ वर्ष तक इन्होंने इसका कारोवार किया। फिर इसके बाद ये मुंबई चले गए।
15:45पाफ जुलाई को जमाल उद्दीन और चांगुर बाबा और उसकी गल्फरिंड
16:14नीतू उर्फ नसरीन की गिरफतारी लखनव के इसी होटल के रूम नंबर 102 से हुई
16:1981 दिनों तक होटल के रूम नंबर 102 में चांगुर बाबा और नसरीन अंडर ग्राउंड थे
16:25फिलाल ATS लगतार पूछ कर रही है ताकि ये पता चल सके कि अपनी फरादी के दोरान चांगुर बाबा किन लोगों के संपर्क में था और धर्मांतरन के इस खेल में कौन-कौन उसका साथ दे रहे थे