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  • 6/21/2025
भारत में सबसे पहले हिमाचल की धरती पर योग को विश्वविद्यालय स्तर पर एक स्वतंत्र विभाग के रूप में स्थापित किया गया.

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00:00प्रणायम कीव नहीं बलकि जीवन को समझने और जीने की ये जगह सिर्फ एक विभाग नहीं
00:30योग शिक्षा का वेह मंदिर है जहां भारत में पहली बार विशव विद्यालय स्तर पर योग को जगह मिली
00:37साल था 1989 जब हिमाचल प्रदेश विशव विद्यालय बना देश का पहला संस्थान जिसने योग स्टडिस को एक सब्तंतर विभाग का रूप दिया
00:48जब बाकी भारत में योग महज एक वेकल्पिक विश्य था एच्पियू ने इसे शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ा
00:55हिमाचल प्रदेश विश्व विश्व द्यालय की बात किया जाए तो योग विश्य का जो अध्यान और अध्यापन हो रहा है वो विभाग के रूप में भारत का पहला ऐसा विश्व द्यालय है जिसने योग अध्यान विभाग की स्थापना किया
01:09। इससे पहले योग दूसरे विश्विद्याले में हमें जहां तक याद है कि सबसे पहले सागर विश्विद्याले सागर में 1958 में योग को सब्जेक्ट के रूप में पढ़ाया जाने लगा फिजिकल एजूकेशन डिपार्टमेंट के अंदर गर्दूसरे जो बिभाग चल
01:39यहां पढ़ाय की शिरुवात डिप्लोमा से हुई थी लेकिन आज यहां डिप्लोमा, M.A. और Ph.D. तक के कोर्स चल रहे हैं
01:55विभाग में गरीब 300 शात्र अलग-अलग स्तर पर पढ़ाय कर रहे हैं
02:01हमारी जो क्लासेज है सुबह, मार्निंग, 7 o'clock वर्ड इस्टार्ट होती है और साम को 5.30 तक क्लोज होती है
02:097 o'clock मार्निंग में प्रैक्टिकल हमारा मास्टर डिगरी का होता है
02:14उसके बाद 10 बजे से लेकिन की थिवरे क्लासेज चलती है
02:18अधर जेनिक सब्जेक्ट और बागी सारा कुछ मिला के
02:21सिर्फ एक से लेके दो बजे का बीच का जो समय है उन बीच बिट्विन क्लासेज नहीं है
02:27बागी साम को 3 से 5 डिप्लोमा की क्लासेज चलती है
02:31और पैरलल क्लासेज जो है मेकी भी चलती रहती है
02:34हर दिन सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक
02:484 से 5 घंटे की पड़ाई जिसमें थियोरी और प्रैक्टिकल दोनों शामिल है
02:53यहां योग का मतलब सिर्फ आसन नहीं बलकि जीवन का विग्यान है
02:58योग के इस अफसर पर मैं यही कहना चाहूँगा कि
03:02सभी योग से जुड़ें इसको अपने जीवन का एक अभिन अंग बनाए
03:06क्यूंकि लोगों की मानियता है कि योग सिर्फ एक फिजिकल एकसरसाईज है
03:10जो बिल्कुल गलत वरहंतिया है
03:12तो मैं यही कहना चाहूँगा कि योग इससे भी काफी बढ़कर है
03:17योग हमारे शरीर में विविन प्रकार की व्यादियों को दूर करता है
03:22मानसिक, शारिरिक, अध्यात्मिक रूप से इंसान को समरिद बनाता है
03:27इसलिए हर इंसान को योग में हिस्सा लेना चाहिए
03:42रिसर्च से रिलेटिड काफी वाइड एरियाज है
03:46इसमें हम अध्यात्मिक रूप से देख सके या डिजीजी रूप में देख सके है
03:50तो रिसर्च के काफी कुछ इंपेक्टफुल रिजल्ट मेरते हैं
03:56जो हमारे मनुश्यों के लिए काफी लाबदाएक रहते हैं
04:01और बस इतना ही
04:05अज जो की आप संदेश देना चाहूँगा है
04:09तो मैं अपने दोस्तों को यही संदेश देना चाहूँगा कि
04:14अगर इंसान को मानसिक और शारिलिक रूप से स्वस्त्यो रहना है
04:21तो उन्हें योग अपनाना ही पड़ेगा
04:23because today's human is the most important part of the human being and the human being.
04:28This is the only reason for today's human being and the phone.
04:34The whole day, the whole time, the human being is in the phone,
04:40which is because of the body of the human being and the human being.
04:44We will be able to perform our lives in our lives.
04:49In the morning of the morning, it's a fresh feel.
04:54It's good to get up at the morning.
04:57It's good to get up at the morning.
04:59Then, we will be able to get up here.
05:01Then, we will be able to get up here.
05:03The whole day, it's good to get up here.
05:06It's fresh feel.
05:08It's not a fresh feel.
05:10It's a fresh feel.
05:12What was your favorite?
05:15The whole day, the whole day, the whole day, the whole day, the whole day, the whole day.
05:27What are your expectations for today's day?
05:29If you want to do yoga daily, what are your benefits?
05:33The whole day, the whole day.
05:34The whole day, the whole day is a good day.
05:35The whole day, the whole day is a good day.
05:40Where did yoga go?
05:43When today the world is in the same place, we need to be in the same place.
05:52This is the biggest issue in the area of the area of the area.
05:56HPU is a situation in the area of the area of the area.
06:02This is the situation in the area of the area of the area of the area of the area.

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