Ahmedabad Plane Crash: देश में तीन दिनों में 12 विमानों में तकनीकी गड़बड़ी सामने आई। अहमदाबाद में 270 मौतों का संयोग चिंता बढ़ा रहा है। शंकराचार्य (Shankaracharya Avimukteshwaranand) ने इस स्थिति की असली वजह बताई है। वीडियो में जानिए पूरी सच्चाई और क्या कर सकते हैं हम इससे निपटने के लिए।
00:00तीन दिन में हवा में अटके बारह प्लेन एहंदबाद में 270 मौतें शंकर आचार्य ने बताया कहा है असली गड़बर्ड
00:12हमारे यहाँ धर्मशास्त्र में कहा गया है कि जब प्रग्या पराद होने लगता है तो इस तरह की समस्या है आती है
00:24प्रग्या पराद का मतलब है कि हम जानते हैं कि यह गलत है फिर भी हम करते हैं तो जब जानते बूचते भी अपराद को जारी रखा जाता है तो उसको प्रग्या पराद कहा जाता है तो जब प्रग्या पराद बढ़ता है तो पुरी दुनिया में इसी तरह से समस्या आने सु
00:54प्रग्यापराद होने लगता है तो इस तरह की समस्यां आती है प्रग्यापराद का मतलब है कि हम जानते हैं कि ये गलत है फिर भी हम करते हैं जैसे मुरारी बापू के प्रकरण में जैसे आप देख रहा है
01:13कि जान रहा हैं कि हमारा शास्त्र यह हमारी परमपराय यह फिर भी मनमाना कर रहा है तो ऐसे ही दूसरे मामलों में दूसरे लोग भी कर रहे हैं मनमाना परण बढ़ता चला जा रहा है तो जब जानते बूचते भी अपराद को जारी रखा जाता है तो उसको प्रग्यापरा�
01:43देखिए बात यह है कि नेताओं के जो हंकार हैं और उनके अपने जो स्वार्थ हैं वो बढ़ गए हैं।
01:51पूरे विश्व को एक अभिवावक के रूप में हम संचालित करें।
01:57सब के प्रती एक अच्छी भावना रखें।
02:00अब इस तरह के कौन से नेता हैं आप दिखा दीजिए।
02:03तो सब अपने अपनी हनक दिखाने के लिए तयार हैं।
02:09जब बातें चीतें होती हैं आपने देखा कि एक जहां पर युद्ध हो रहा है उस दिश का राष्ट्रपती अमेरिका के राष्ट्रपती के पास आया हुआ था।
02:18कैसी बात चीत कर रहे थे अमेरिका के राष्ट्रपती।
02:21सिधे उसके मुह पे कह रहा है कि तुम मुर्ख हो यह क्या राष्ट्रा देख्षयों की बात चीत है बात ही क्यों कर रहा है थे फिर आप जब वो मुर्ख है तो मुर्ख के साथ तुम क्यों बैठे लेकिन हम बैठेंगे और सारजनिक रूप से रिकॉर्डिंग करके उसको प�
02:51में सवाल यह है कि हम सब के ऊपर शाशन करेंग है तो शाशन करने की इच्छा बलवती हो रही है कभी रूस के मन में हो जा रही है MER का कीम और चार्फ जा
02:59अमेरिका के मन में हो जा रही कभी चायना के मन में हो जा रही तो अब ये शक्तियां हैं अब ये शक्तियां अपना जब तक निर्णे नहीं हो जाएगा तब तक अपना जो दिखाती रहेंगे और निर्णे होगा युद्ध से ही होगा गिना युद्ध के तो निर्णे हो नही
03:29नहीं कहां से आते हैं पैदल चलके किसी वायुयान से नहीं आते हैं पैदल चलके आते हैं और बड़े आराम से जहां हजार दो हजार की भीड़ है उसमें कुस्ते हैं और वहां पर नाम पूछ करके दरम पूछ करके मारते हैं और मार करके बड़े आराम से गायब हो जाते हैं
03:59गटना करने आते समय ही पकड़ लेना चाहिए
04:02लेकिन गटना करके चले जाने के बाद भी महीनों तक भारत पकड़ ही नहीं पहा रहा है