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  • 2 days ago
ऐसा क्यों होता है कि चालाक और स्वार्थी लोग बेईमानी करके दूसरों के जीवन में परेशानियाँ लाते हैं? दूसरों को परेशान करके भी उनकी जीवन में तरक्की ही हो रही है और मुझे भुगतना पड़ रहा है। ऐसा मेरे साथ ही क्यों? इन सबमें मेरी ही भूल कैसे?
Transcript
00:00बाल झाल
00:30प्रहूम एक क्वेवे� chron States
00:55लաूमो कि इनक राद एक दो के वार कसे
00:56प्रहेद्थ मुद्था एक बंशने हैं
00:59क Self do dishonest stuff and go through things, they do things to stop your progress in life.
01:07But they don't suffer. They are all prospering.
01:10So
01:24वह भुगतना पड़ता है, वह हमारे कर्मों का हिसाव आया, वो निमीत है, अभी ओग युझ यह गुण बाद में बुगते गाई, यह आज अजा नहीं एक रैसा नहीं के,
01:35कि वो लोग बुरा कर्म करते जाए, मजा करते जाए,
01:39हम लोग दुखी होते रहे, ऐसा नहीं है,
01:42भुगतता है उसकी गलती,
01:44एक आदमी हमारे पर्स में से दो हजार चोरी करके भाग गया,
01:49तो हमें लगता है कि हमारा पैसा गया,
01:51तो मजा करता है, होटल में जाएगा, रेश्टोरेंट में खाएगा, पिएगा, मजा करेगा,
01:56वो मजा करता है, और हमारा पैसा गया, हम दुखी होते हैं,
01:59तो हमने जो गुना किया था, उसका फल आज आया,
02:02और वो गुना अभी करता है, उसका फल उसको बाद में मिलेगा
02:06कुदरत किसी को अन्या ही नहीं करती है
02:09हमारा गुना का फल अभी आया
02:11पुरुवबो में कुछ गुना किया है
02:13तो आज फल आगया, अभी हमारा गुना हमें बोगत लेना है
02:17हम निमीत को गुने कार देखेंगे, गालिया देंगे, बहुत उसके पर गुसा करेंगे, तो नया कर्म बांगते है, उसका फल बाद में आएगा, और उमजा करता है, तो उसने चोरी किया, उमें नुकसान किया, तो उसका गुना, उसने आज बांदा है, उसका फल बाद में मि
02:47फल में टाइम लगता है
02:50कहिरी आम का बीज डालो तो 5 साल के बाद फल मिलते हैं
02:54और मनिश्य जीवन के बीज डालो
02:56तो 50, 80, 100 साल के बाद फल आदे हैं
02:59तो ये बुरे आदमी को अलग फल मिलेगा
03:02हमारा कर्म का फल हमें मिला है
03:04किसी का दोश नहीं है

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