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#dayan #mehwishhayat #ahsankhan

Dayan Episode 31 - [Eng Sub] - Mehwish Hayat - Ahsan Khan - Hira Mani - 9th June 2025 - Har Pal Entertainment

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Transcript
00:00अब तमाशा जो हसते रहे बूने अब तमाशा बनाया जाएगा
00:14मौकर ढूंड़ी है डस्दे का जिनके दिमाग में गंदेगी भरी होती है ना
00:17उन्हें हर कोई गलत दिखता है
00:19तरह आपने सब घरवालों के सामने मुझे डिफेंड किया
00:23शबाब बस
00:24अगर सब कुछ पता चल जाए तो इंसान अपनी इंतरादियत हो देता है
00:40कुछ चीजों पर पड़ा रहे हैं तो ही अच्छा होता है
00:43और ये तेक्षार उठाकर बैठी भी है
00:46चाहे तो आज मार्के देचे
00:50ख़द पार पर देचे
00:51तो मैं मुझ पेतना परोसा है
00:54अपनी जान से भी जाद है
00:55जादा मिस्तो नहीं कर रही हूँ
00:57हम मिस्तो कर रही हूँ
00:59उनने के साथ
01:01अच्छा अब
01:03अच्छा अब बताना ये था कि वो शक्स यहां आया था
01:06आपने बिल्कु ठीक कहा था
01:08उस कमीने का बंदुबस करने के लिए गया था
01:12और जल शेयर शोड़कर भाग जाए रहा
01:15ये रहा
01:16मिशा इसको दे
01:18अच्छा उसने
01:22कुछ पैसे भी दिये मुझे के खबरों की देख भाल के लिए
01:25अच्छा किया था
01:27जवार भाई सवाल जवाब कर रहे थे
01:32कब तक आ रही है वो आपके साथ
01:34अच्छा याद रहा है तुमने वो नूरी और उसे घर
01:39ठीक है तुम जाओ और मैं इसको सुला देती हूँ
01:43आमिर भाई आप तो पहली पुरसत में तलाग के पेपर साइंग करवा के
01:49खुद ले जाने की बात करें तो चले गें दूसरे गाओं अपने बेटे के पासा आप
01:55वो नहीं आ सेगें कि अपकांपरे मैं जब हुने बापा सो जाएंगे ना उसके बाद ही जाओंगी
02:01अच्छा
02:03क्योंकि ये किस्सा तो खतम हो ना और मुझे पता नहीं क्यों शबाब से डर लग रहा है उसके मामों से बात हुई थी मेरी
02:11अच्छा क्या है किसी और को ट्रें कर लो
02:15अच्छा मेरी जान बाट इन्नों आई है अब अब
02:21जिस तरह में बात कर रही थी मुझे लगता है यकीन उसे कुछ न कुछ पता है
02:27हां क्या बात है सुनो शबाब मेशा से तुमारी सुला होगी क्या
02:33उसका बंदुष्ट हो गया है पेफवाजिया सब कर लेती है
02:46सही कहते हैं दवारा मेशा बहुत अच्छी है
02:50कब तक मैं से मार लेती है अच्छा लोशन लगा तो परिशान नहीं हो जाविद मेरी बात है
03:00हम आप यकीन करें उसने पुनैन के इस तरह खियार रखा है जैसे मैं अच्छी हूँ
03:08जावच्छा
03:10परिचा पता रोसा करो मुझ पर भेए
03:16करी मुझे तो बताओ अभी ने मेरी तो नींदे भी पूरी होने लगी है
03:22तुम खामखा उसके खिलाब हो रही थी हाँ
03:24हूँ
03:26मुझे
03:28हम हम
03:32हम हम
03:34हम कौन
03:36हमारे कुछ अजीजों की कबरें यहां पर बड़ी दूर से आए
03:40हमता था वो तुमारे दिल में भी जगा बना लेगी
03:42अच्छा बख भी के रहे हैं आप में शानामा
03:44हो गए
03:46अभी तक नगीन का कातिल में पकड़ा गया
03:50रोज खुआब में आती है
03:52पाथ्या पढ़नी थी
03:54पर वापे जाना था ना
03:56अच्छा
03:58कब आ रहे हैं वापस
04:00क्या हो गया
04:02मुझे लग रहे तुम नहीं
04:04जैलिस तो नहीं हो रही है
04:06रोती है
04:08उसकी रूप बहुत बेचेन है नवीद
04:10हेलो प्रेंड्स तो जैसे के
04:12डायन रामा में हमें यहां पर
04:14यह दिखाया जा रहा है कि
04:16जो होती है
04:18वो जो है मिशा पर
04:20बहुत ही कोपी करने लगती है
04:22और वो कहती है उसके
04:24दिमाग में यही बात
04:26जो है बेठर जाती है
04:28कि जवार्शा जो उसकी तरफ इतना
04:30मुत्जवा हो रहा है इतना
04:32ध्यान दे रहा है उसके उपर
04:34तो जाहर सी बात है उसमें कोई खास बात तो है नहीं सिर्फ उसकी जो रेसिंग है रेसिंग स्टाइल वगिरा उसका बेतर है मतलब कि शबाब जो कि खुद को किसी से कम नहीं समझती थी आज जो मिशा है खुद का केरेक्टर वगिरा और स्टाइल फेशन वगिरा करकर जाती
05:04तो मिशा के देखकर क्या करती है शबाब के मिशा को कहती है कि तुम जो है ना इसको मेरे बेटे को संबालो में कुछ बाहर जा रही हूं शोपिंग के लिए तो मिशा कहती है कि ठीक है जैसे ही शबाब जाती है शोपिंग के लिए तो वहां पर जो शबाब का तो पहले जो ड
05:34ऐसी चीज दिखाओ जिससे मेरा लुक चेंज हो जाए और मुझे फैंसी ड्रेसिस दिखाओ
05:39तो वो कहता है कि साड़ी तो आप पर बहुत ही जचती है आप महारानी लगती है
05:44आप अचानक से ऐसा क्यों कह रही है मेडम जी क्या बात है तो वो कहने लगती है
05:49ज्यादा बक्वास ना करो मुझे बस जो में तुमें कह रही हूँ वही करो
05:53एक तरफ से यहां पर हमें ये दिखाया जा रहा है कि जवार शागिज दोनों बेहने जो है
05:59वो जो है अपने से नहाल के पीछे पड़ी होती है और कहती है साया को घर से निकाल दें
06:05और ये क्यों हमारे हुने इनको संबाल रही है हम इनकी पुफियां होकर भी इसे नहीं संबाल पा रही है
06:11शबाब का इस पर इतना इतबार है वो एक मौलवी के पास जाके जादू टोना करवाती है
06:17पूरे घर पर और शबाब पर के शबाब जो है हमारे केने पर आ जाए शबाब के उपर इतना इल्म करवाती है काला जादू करवाती है उस जवारशा की बड़ी बेन और केती है कि जैसा हम करें शबाब भाबी वेसा करें और हुने इनको भी हमें हाथ लगाने दे मतलब इनक
06:47अपने नहीं है तो मेरे क्या होंगे तो इन लोगों की साथश जो ए दिन बाद दिन बढ़ती जाती है और शबाब जो एनको अच्छी दरह से जानती है और शबाब जवारशा को के नहीं लगती है कि जवारशा में शौपिंग करके हैं यूं मेरे कुछ कपड़े आप देखे
07:17लगती है क्यों जवारशा में इस कपड़ों में अच्छी नहीं लगती क्या ये कपड़े मेरे लिए नहीं बने जवारशा केने लगता है कि मेरे केने का ये मतलब बिलकुल भी नहीं है हेलो फ्रेंड्स तो जैसे के डायन ड्रामा में हमें यहां पर ये दिखाया जा रहा ह
07:47उसके उपर तो जाहर सी बात है उस में कोई खास बात तो है नहीं सिर्फ उसकी जो रेसिंग है ड्रेसिंग स्टाइल अज़ इसका बेतर है मतलब कि शबाब जो कहुद को किसी से कम नहीं समझती थी आज जो मिशा है खुद का केरेक्टर उएएर और स्टाइल फेशन वगिरा
08:17कि तो मिशा करती है शबब के लिए जोए बेटे को संबालो में उसको भायर जा रही हूं शौपिंग के लिए तो मिशा कहती है के नीजिसे ही श्बब सहती है श्ंटla
08:37पर जो शबाब का तो पहले जो ड्रेसिंग स्टाइल है वो साडी वगेरा जो है वेर करती है लेकन यहाँ पर आती है और अपने डिजाइनर को कहती है कि मुझे अब साडी वगेरा वेर नहीं करनी मुझे कुछ ऐसी चीज दिखाओ जिससे मेरा लोक चेंज हो जाए और मुझ
09:07रही हो वही करो एक तरफ से यहाँ पर हमें यह दिखाया जा रहा है कि जवार शागिश दोनों बेहने जो है वो जो है अपने इसे नहाल के पीछे पड़ी होती है और कहती है साया को घर से निकाल दें और यह क्यों हमारे होने इनको संबाल रही है हम इनकी पुफिया हो कर �
09:37इसे नहाँ समना इलम करवाती है काला जादू करवाती है उस जवार शाह रही बड़ी बेन और कहती है करें जैसा हम करें शबाब भभ वियसा करें हमें हाथ लगा ने दो
09:50करें जो कि शबाब बिलकुल भी नहीं चाहती शबाब उने इनके पुफियों को उने इनके नजदीक भी भटकने नहीं देती और वो कहती है कि मुझे पता है कि ये लोग कैसे हैं ये अपनों के भी अपने नहीं है तो मेरे क्या होंगे
10:03तो इन लोगों की साज़श हैं जो दिन बाद दिन बढ़ती जाती हैं और शबाब जो इनको अच्छी दरा से जानती है और शबाब जवारशा को कहने लगती है कि जवारशा में शौपिंग करके हैं यहूं मेरे कुछ कपड़े आप देखें देखें मैंने कैसे लिए पहले �
10:33नहीं लगती क्या यह अपने मेरे लिए नहीं बने जवारशा केने लगता है कि मेरे केने का यह मतलब बिलकुल भी नहीं है हेलो फ्रेंड्स तो जैसे के डायन ड्रामा में हमें यहां पर यह दिखाया जा रहा है कि शबाब जो होती है वो जो है मिशा पर बहुत ही कोपी कर
11:03जाहर सी बात है उसमें कोई खास बात थो है नहीं सिर्फ उसकी जो ड्रेसिंगे रेसिंग स्टाइल वगिरा उसका बेटर है मतलब कर जो जो भूड़ का is नहीं समझती थी आज़ जो मिशा है खुद का केरेक्टर वगिरा और इस टायल फेशन वगिरा करक जाती हुए तो �
11:33तो मिशा के देखकर क्या करती है शबाब के मिशा को कहती है कि तुम जो है ना इसको मेरे बेटे को संबालो में कुछ बाहर जा रही हूं शोपिंग के लिए तो मिशा कहती है कि ठीक है जैसे ही शबाब जाती है शोपिंग के लिए तो वहां पर जो शबाब का तो पहले जो ड
12:03चीज दिखाओ जिससे मेरा लोक चेंज हो जाया और मुझे फैंसी ड्रेसिस दिखाओ तो वो कहता है कि साड़ी तो आप पर बहुत ही जचती है आप महारानी लगती है आप अचानक से ऐसा क्यों कह रही है मेडम जी क्या बात है तो वो कहने लगती है ज्यादा बक्वास ना क
12:33निकाल दें और ये क्यो हमारे हुनेन को संभाल रही है हम इनकी पुफियां हो कर भी से नहीं संभाल पा रही है शबाब का इस पर इतना इतवार वो
12:42एक मौलवी के पास जाके जादू टोना करवाती हैं पूरे घर पर और शबाब पर के शबाब जो है हमारे केने पर आ जाए शबाब के ओपर इतना इल्म करवाती है काला जादू करवाती है उस जवार शाह की बड़ी बेन और केती है कि जैसा हम करें शबाब भाबी वेसा करे
13:12कि मुझे पता है कि ये लोग कैसे हैं ये अपनों के भी अपने नहीं है तो मेरे क्या होंगे तो इन लोगों की साज़श हैं जो दिन बाद दिन बढ़ती जाती हैं और शबाब जो इनको अच्छी जरा से जानती है और शबाब जवारशा को किने लगती है कि जवारशा में श
13:42और तुम तो साड़ी में ज्यादा खुबसूरत लगती हो तो शबाब कहने लगती है क्यों जवारशा में इस कपड़ों में अच्छी नहीं लगती है क्या ये कपड़े मेरे लिए नहीं बने जवारशा कहने लगता है कि मेरे कहने का ये मतलब बिल्कुल भी नहीं है
13:54हेलो फ्रेंड्स तो जिसे के डायन ड्रामा में हमें यहां पर ये दिखाया जा रहा है कि शबाब जो होती है वो जो है मिशा पर बहुत ही कोपी करने लगती है और वो कहती है उसके दिमाग में यही बात जो है बेठर जाती है
14:11के जवार जो जो उसकी तरफ इतना मुणतज़वा हो रहा है तना ध्यान दे रहा है उसके उपर तो जाहर सी बात है उसमें कोई खास बात तो है नहीं सिर्फ उसकी जो ड्रेसिंग रैसिंग स्टाइल वगेरा उसका बेहतर है
14:24मतलब कि शबाब जो के खुद को किसी से कम नहीं समझती थी
14:29आज जो मिशा है खुद का केरेक्टर वगेरा और स्टाइल फेशन वगेरा करकर जाती हुए
14:36तो जवारशा जो है उसको ज्यादा तवज़ा देता है
14:39मिशा के जहन में ये बात गूमती रहती है
14:42कि मुझे भी अपना ड्रेसिंग स्टाइल चेंज करना चाहिए
14:45शायद मेरे शवर को ऐसी ड्रेसिंग पसंदे
14:48तो मिशा के देखकर क्या करती है शबाब के
14:53मिशा को कहती है कि तुम जो है ना
14:56मेरे बेटे को समबालों में कुछ बाहर जा रही हूं शोपिंग के लिए
15:00तो मिशा के ती है कि ठीक है
15:02जैसे ही शबाब जाती है शोपिंग के लिए
15:05तो वहाँ पर जो शबाब का तो पहले जो ड्रेसिंग स्टाइल है
15:08वो साड़ी ऑगेरा जो वेयर करती है
15:11लेकिन यहां पर आती है और अपनी डिजाइनर को कहती है
15:15कि मुझे अब साड़ी वगिरा वेर नहीं करनी
15:17मुझे कुछ ऐसी चीज दिखाओ
15:19जिससे मेरा लोक चेंज हो जाए
15:21और मुझे फैंसी ड्रेसिस दिखाओ
15:23तो वो कहता है कि साड़ी तो आप पर बहुत ही जचती है
15:26आप महारानी लगती है आप अचानक से
15:29ऐसा क्यों कह रही है मेडम जी क्या बात है
15:31तो वो कहने लगती है ज्यादा बक्वास ना करो
15:34मुझे बस जो में तुमें कह रही हूं वही करो
15:37एक तरफ से यहाँ पर हमें यह दिखाया जा रहा है कि जवार शागिद दोनों बेहने जो है वो जो है अपने से नहाल के पीछे पड़ी होती है और कहती है साया को घर से निकाल दें और यह क्यूं हमारे हुने इनको संबाल रही है हम इंकी पुफियां हो कर भी इसे नहीं सं�
16:07करवाथी है जवार्शा की बड़ी बेन और आने को भी हमें हात लगाने करें मतलब इनका एराधा होता है कि हैने इनको कई बीक करब आने को
16:21उनने के भुफियों को इननके नज्देक भी बटकने नहीं देती हुय और वह किसे ऐसे हैं यह अपनोंके भी अपने नहीं � stammer
16:33तो इन लोगों की साज़श हैं जो दिन बर दिन बढ़ती जाती है और शबाब जो इनको अच्छी जरा से जानती है और शबाब जवारशा को केने लगती है कि जवारशा में शौपिंग करके हैं यहूं मेरे कुछ कपड़े आप देखें देखें मैंने कैसे लिए पहले तो �
17:03क्या अपने मेरे लिए नहीं बने जवारशा केने लगता है कि मेरे केने का यह मतलब बिलकुल भी नहीं है हेलो प्रेंड्स तो जैसे के डायन ड्रामा में हमें यहां पर यह दिखाया जा रहा है कि शबाब जो होती है वह जो है मिशा पर बहुत ही कोपी करने लगती है और �
17:33बाते है उसमें कोई क्षास बात तो है नहीं सिर्फ उसकी जो ड्रैसिंग
17:37है इसका बेधर है मतलब कि छबाब जो कि मेशियवाब को बात जो समझती
17:43ती आज जो मिशा जो खुद का केरेक्टर अगगेरा और इस्टाईल
17:48फेशन वगिरा करकर जाती हुए
17:50तो जवार्शा जो है
17:52उसको ज्यादा तवज़ा देता है
17:54मिशा के जहन में ये बात
17:55गूमती रहती है कि मुझे भी अपना
17:58ड्रेसिंग स्टाइल चेंज करना चाहिए
17:59शायद मेरे शोवर को ऐसी ड्रेसिंग
18:02जो है पसंदे तो
18:18जाती है शोपिंग के लिए
18:19तो वहाँ पर जो शबाब का तो पहले
18:22जो ड्रेसिंग स्टाइल है वो साड़ी वगिरा
18:24जो है वेर करती है
18:26लेकिन यहाँ पर आती है और
18:28अपने डिजाइनर को कहती है कि मुझे
18:29अब साड़ी वगिरा वेर नहीं करनी
18:31मुझे कुछ ऐसी चीज दिखाओ
18:33जिससे मेरा लुक चेंज हो जाए
18:35और मुझे फैंसी ड्रेसिस दिखाओ
18:37तो वो कहता है कि साड़ी तो आप पर
18:40बहुत ही जच्टी है आप महारानी
18:42लगती है आप अचानक से ऐसा क्यों
18:43कह रही है मेडम जी क्या बाते
18:45तो वो कहने लगती है ज्यादा बक्वास
18:47ना करो मुझे बस जो में
18:49तुमें के रही हूं वही करो
18:51एक तरफ से यहां पर हमें ये दिखाया
18:53जा रहा है कि जवार शागिश्ट दोनों
18:55बहने जो है वो जो है
18:57अपने इसे नहाल के
18:59पीछे पड़ी होती है और कहती है
19:01साया को घर से निकाल दें
19:03और ये क्यूं हमारे हुने इनको संबाल रही है
19:06हम इनकी पुफियां हो कर भी
19:07इसे नहीं संबाल पा रही है
19:09शबाब का इस पर इतना इतबार है
19:11वो एक मौलवी के पास जाके
19:13जादू टोना करवाती है
19:14पूरे घर पर और शबाब पर के
19:16शबाब जो है हमारे केने पर आ जाए
19:19शबाब के उपर इतना इल्म करवाती है
19:21काला जादू करवाती है
19:23जवार शाह की बड़ी बेन
19:24और कहती है कि जैसा हम करें
19:26शबाब भाबी वेसा करें
19:28हुनें को भी हमें हाथ लगाने दे मतलब इनका ये एरादा होता है कि हुनें को कैसे भी करके खतम करें जो के शबाब बिल्कुल भी नहीं चाहती शबाब हुनें के पुफियों को हुनें के नजदीक भी भटकने नहीं देती और वो कहती है कि मुझे पता है कि ये लोग कैसे ह
19:58करके हैं यहूं मेरे कुछ कपड़े आप देखें देखें मैंने कैसे लिए पहले तो शबाब ऐसा काम करती है कि बिल्कुल सेम तो सेम नियाल के जैसी ड्रेस वेयर करके आती है तो जवारशा कहता है कि तुम्हें क्या ज़रत है इसे कपड़े पेंडने की और तुम तो साड�
20:28है कि शबाब जो होती है वो जो है मिशा पर बहुत ही कोपी करने लगती है और वो कहती है उसके दिमाग में यही बात जो है बेठर जाती है कि जवारशा जो उसकी तरफ इतना मुत्जवा हो रहा है इतना ध्यान दे रहा है उसके उपर तो जाहर सी बात है उसमें कोई खास
20:58जो मिशा है खुद का केरेक्टर वगेरा और स्टाइल फेशन वगेरा कर जाती है तो जवार्शा जो है उसको ज्यादा तवज्जा देता है मिशा के जहन में यह बात गूमती रहती है कि मुझे भी अपना ड्रेसिंग स्टाइल चेंज करना चाहिए शायद मेरे शोवर को ऐस
21:28क्सादागा के लिए तो मिशा कहती है घखे कि जैसे ही शबाब जाती है शोपिंग के लिए तो वहाँ पर जो शबाब का तो पहले जो ड्रेसिंग स्टाइल है वह साड़ी वगेरा जो है वेर करती है लेकए यहाँ पर आती है और अपने ड cheat a और को कहतीे है कि मुझे अप स
21:58क्यों कह रही है मेडम जी क्या बात है तो वो कहने लगती है ज्यादा बक्वास ना करो मुझे बस जो में तुम्हें कह रही हूं वही करो एक तरफ से यहां पर हमें यह दिखाया जा रहा है कि जवार शागी दोनों बेहने जो है वो जो है अपने इसे नहाल के पीछे पड़ी
22:28जादू टोना करवाती है पूरे घर पर और शबाब पर के शबाब जो है हमारे केने पर आजाए शबाब के उपर इतना इल्म करवाती है काला जादू करवाती है जवार शाह की बड़ी बेन और कहती है कि जैसा हम करें शबाब भाबी वेसा करें हुने इन को भी हमें हाथ �
22:58कि ये अपनों के भी अपने नहीं तो मैरे क्या होंगे तो इन लोगों की सादिश
23:03हैं जो एंडवे दिन बढ़ती जाती है और शबाब जो एंको अच्छी तरह से जानती है और शबाब
23:09जवार्शाद किने लगती है, दो मेरे कुछ कफड़े आप देखें देखें, मैंने कैसे लिये, पहले तो शबाब इसा काम करती है, बिलकुल संतू सें नेयाल के जैसी ड्रेस रे Surface करती है, तो जवार्शाद कहता है कि मेरे कहने कहने तसे कफड़े पहुझे पहन contribi है, arch current year
23:22जवारशा कहता है कि तुम्हें क्या जरते हैусे ऐसे कपड़े पएनने की और तुम तो साड़ी महीघ ज्याधा खुभसूरत लगती हो तो वहीं
23:29कर जवारशामेनें अच्छी नहीं लगती क्या यह कपड़े मेरे लिए नहीं बनें look
23:34जवार्शा केने लगता है कि मेरे केने का ये मतलब बिल्कुल भी नहीं है
23:37हेलो फ्रेंट्स तो जैसे के डायन ड्रामा में हमें यहां पर ये दिखाया जा रहा है कि शबाब जो होती है
23:44वो जो है मिशा पर बहुत ही कोपी करने लगती है और वो कहती है उसके दिमाग में यही बात जो है बेठर जाती है
23:54कि जवार्शा जो उसकी तरफ इतना मुत्जवा हो रहा है इतना ध्यान दे रहा है उसके उपर तो जाहर सी बात है
24:02उसमें कोई खास बात तो है, नहीं, सिर्फ उसकी जो ड्रेसिंग है, ड्रेसिंग स्टाइल वगिरा उसका बेटर है
24:08मतलब कि शबाब जो कि खुद को किसी से कम नहीं समझती थी, आज जो मिशा यहे खुद का केरेक्टर वगिरा
24:15और स्टाइल फेशन वगिरा करकर जाती हुए
24:19तो जवारशा जो है उसको ज्यादा तवज़ा देता है
24:22मिशा के जहन में ये बात गूमती रहती है
24:25कि मुझे भी अपना ड्रेसिंग स्टाइल चेंज करना चाहिए
24:28ये शायद मेरे शोवर को ऐसी ड्रेसिंग जो है पसंदे
24:31तो मिशा के देखकर क्या करती है शबाब के मिशा को कहती है
24:37कि तुम जो है ना इसको मेरे बेटे को संबालो में कुछ बाहर जा रही हूं शोपिंग के लिए
24:43तो मिशा कहती है कि ठीके जैसे ही शबाब जाती है शोपिंग के लिए
24:48तो वहाँ पर जो शबाब का तो पहले जो ड्रिस्टिंग स्टाइल है
24:51वह साड़ी वगेरा जो है वेर करती है
24:55लेकिन यहांपर आती है और अपने डिशार को चेती है
24:58कि मुझे अब साड़ी वगिरा वेर नहीं करनी मुझे कुछ ऐसी चीज दिखाओ जिससे मेरा लुक चेंज हो जाए और मुझे फैंसी ड्रेसिस दिखाओ
25:06तो वो कहता है कि साड़ी तो आप पर बहुत ही जच्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च
25:36भी इसे नहीं संबाल पा रही है शबाब का इस पर इतना इतबार है वो एक मौलवी के पास जाके जादू टोना करवाती है पूरे घर पर और शबाब पर के शबाब जो है हमारे केने पर आ जाए शबाब के ओपर इतना इल्म करवाती है एक आला जादू करवाती है उस जवा
26:06पुफियों को उने नस्दीक भी भटकने नहीं देती और वो कहती है कि मुझे पता है कि ये लोग कैसे हैं ये अपनों के भी अपने नहीं नहीं है तो मेरे क्या होंगे तो इन लोगों की साजश हैं जो एदिन बाद दिन बढ़ती जाती है और शबाब जो इनको अच्छी दर
26:36बनाती है तो जवारशा कहता है कि तुम्हें क्या ज़रते हैं इसे कपड़े पेंडने की और तुम तो साड़ी में ज्यादा खुबसूरत लगती हो तो जबाब कहने लगती है क्यों जवारशा में इस कपड़ों में अच्छी नहीं लगती क्या ये कपड़े मेरे लिए नहीं
27:06हो रहा है इतना ध्यान दे रहा है उसके उपर तो जाएर सी बात है उससे ऊरुत- और इंस जिरते several हैं।
27:26ती ती आज जो मिशा है खुद का केरेक्टर वगेरा और स्टाइल फेशन वगेरा करकर जाती हुए तो जवार्शा जो है उसको ज्यादा तवज्जा देता है मिशा के जहन में ये बात घूमती रहती है कि मुझे भी अपना ड्रेसिंग स्टाइल चेंज करना चाहिए शायद
27:56श्टारी हूं श recipes के लिए सबहु जाती है धिपके लिए तो वहां पर जो शबाब का तो पहले जो ड्रेसिंग स्टाइल है वो साधी वगेरा जो है वेएर करती है लेकां यह पर आती है और पर अपनी डिजाइनर को कहती है कि मुझे अब साधी वगेरावैन करनी मुझे क�
28:26सेहसा क्यों कह रही है मेड़म जी क्या बात है तो वह कहने लगती है
28:30ज्यादा बकोस ना करो मुझे बस जो में कह हुय है करो है कि अगर तरह
28:35से यहां पर हमें यह दिखाया जा shepherd अगर की दौनों भी condensed यह
28:40जो है अपने इसे नहाल के पीछे पड़ी होती है और कहती है साया को घर से निकाल दें
28:46और ये क्यों हमारे हुने इनको संबाल रही है हम इनकी पुफियां होकर भी इसे नहीं संबाल पा रही है
28:52शबाब का इस पर इतना इतबार है वो एक मौलवी के पास जाके जादू टोना करवाती है पूरे घर पर और शबाब पर के शबाब जो है हमारे केने पर आ जाए शबाब के ओपर इतना इल्म करवाती है काला जादू करवाती है उस जवार शाह की बड़ी बेन और केती है कि �
29:22नाज़ीक भी बटकने नहीं देती और वो केती है कि मुझे पता है कि यह लोग कैसे हैं ये अपनों के भी अपने नहीं तो मेरे क्या होंगे
29:30तो इन लोगों की साजश हैं जो दिन बार दिन बढ़ती जाती है
29:34और शबाब जो इनको अच्छी दरह से जानती है
29:36और शबाब जवारशा को केने लगती है
29:39कि जवारशा में शौपिंग करके हैं
29:41यहों मेरे कुछ कपड़े आप देखें देखें मैंने कैसे लिए
29:44पहले तो शबाब ऐसा काम करती है कि बिलकुल सेम टू सेम नियाल के जैसी ड्रेस रेर करके आती है रेरस ट्रेल यह सही बनाती है तो जवारशा कहता है कि तुम्हें क्या ज़रत है इसे कपड़े पहनने की और तुम तो साड़ी में ज्यादा खुबसूरत लगती हो तो शबा
30:14मिशा पर बहुत ही कोपी करने लगती है और वो कहती है उसके दिमाग में यही बात जो है बेठर जाती है कि जवारशा जो उसकी तरफ इतना मुत्जवा हो रहा है इतना ध्यान दे रहा है उसके उपर तो जाहर सी बात है उसमें कोई खास बात तो है नहीं सिर्फ उसकी जो
30:44और इस्टाइल फेशन वगिरा करकर जाती है तो जवार्शा जो है उसको ज्यादा तवज्जा देता है मिशा के जहन में ये बात गूमती रहती है कि मुझे भी अपना ड्रेसिंग स्टाइल चेंज करना चाहिए शायद मेरे शोवर को ऐसी ड्रेसिंग जो है पसंदे तो मिश
31:14जैसे ही शबाब जाती है शोपिंग के लिए तो वहां पर जो शबाब का तो पहले जो ड्रेसिंग स्टाइल है वो साड़ी वगिरा जो है वेयर करती है लेकिन यहाँ पर आती है और अपने डिजाइनर को कहती है कि मुझे अब साड़ी वगिरा वेयर नहीं करनी मुझे कु
31:44तिये ज्यादा बक्वास ना करो मुझे बस जो में तुमें के रही हूं वही करो एक तरफ से यहां पर हमें ये दिखाया जा रहा है कि जवार शागी दोनों बेहने जो है वो जो है अपने इसे नहाल के पीछे पड़ी होती है और कहती है साया को घर से निकाल दें और ये क्यो
32:14कि विभी है चाने हैं और शांची वख्याना घर फिरपपर, खन आरना के पतने और तरफ।े लेरे Ms. आपत लेकिन करें धुर्णाओना तृब्दा के लगएन करें दोनेमे करें नहां को पर दोड़ताने कि मैं भी हाथ यृचिज़ा खिर रवाभा, जीक जो बड़िएं�
32:44होंगे तो इन लोगों की साथश हैं जो एक दिन बढ़ती जाती है और शबाब जो एको आची जरह से जानती है
32:51और शबाब जवारशा को केने लगती है
32:54कि जवारशा में शॉपिंग करके हैं
32:56यहूं मेरे कुछ कपड़े आप देखें
32:57देखें मैंने कैसे लिए
32:58पहले तो शबाब ऐसा काम करती है
33:01कि बिल्कुल सेम टु सेम नियाल के जैसी
33:03ड्रेस रेयर करके आती है
33:04एक रेयर स्टाल भी ऐसे ही बनाती है
33:05तो जवारशा कहता है कि तुम्हे क्या ज़रत है
33:08इसे कपड़े पहनने की
33:09और तुम तो साड़ी में ज्यादा खुबसूरत लगती हो
33:11तो शबाब केने लगती है क्यों जवारशा में
33:13इस कपड़ों में अच्छी नहीं लगती
33:34दिमाग में यही बात जो है बेठर जाती है
33:37के जवारशा जो उसकी तरफ इतना متज़ब हो रहा है
33:41इतना ध्यान दे रहा है उसके उपर
33:43तो जाहिर सी बात है
33:45उसमें कोई खास बात है
34:03जवार्शा जो है उसको ज्यादा तवज़ा देता है मिशा के जहन में ये बात गूमती रहती है
34:09कि मुझे भी अपना ड्रेसिंग स्टाइल चेंज करना चाहिए शायद मेरे शोवर को ऐसी ड्रेसिंग जो है पसंदे
34:15तो मिशा के देखकर क्या करती है शबाब के मिशा को कहती है कि तुम जो है ना इसको मेरे बेटे को संबालो में कुछ बाहर जा रही हूं शोपिंग के लिए
34:26तो मिशा कहती है कि ठीक है जैसे ही शबाब जाती है शोपिंग के लिए
34:31तो वहाँ पर जो शबाब का तो पहले जो ड्रेसिंग स्टाइल है वो साड़ी वगेरा जो है वेर करती है
34:38लेकिन यहाँ पर आती है और अपनी डिजाइनर को कहती है
34:41कि मुझे अब साड़ी वगिरा वेर नहीं करनी
34:43मुझे कुछ ऐसी चीज दिखाओ
34:45जिससे मेरा लोक चेंज हो जाए
34:47और मुझे फैंसी ड्रेसिस दिखाओ
34:49तो वो कहता है कि साड़ी तो आप पर बहुत ही जचती है
34:52आप महारानी लगती है आप अचानक से ऐसा क्यूं कह रही है
34:56मेडम जी क्या बात है
34:57तो वो कहने लगती है ज्यादा बक्वास ना करो
35:00मुझे बस जो में तुमें कह रही हूं वही करो
35:03एक तरफ से यहां पर हमें यह दिखाया जा रहा है कि जवार शागिज दोनों बेहने जो है वो जो है अपने से नहाल के पीछे पड़ी होती हैं और केती हैं साया को घर से निकाल दें और यह क्यूं हमारे हुने इनको संबाल रही है हम इनकी पुफियां हो कर भी इसे नहीं सं
35:33करता है काला जादू करत आए उसा की बड़ी बेन और क्यते है कि जैसा हम करें शबाब्भ भाबी विसा करें और हमें उने इनको भी हमें हाथ लगाने दे मातलब इनका इतरा होता है कि उने इनको कैसे भी करके खिमेज जो शबाब बिलको भी नहीं चाहती हैं लो inward हमें के क
36:03जबाब जो इनको अच्छी जरा से जानती है और शबाब जवार शाह को किने लगती है कि जवार शाह में शॉपिंग करके हैं यहूं मेरे कुछ कपड़े आप देखें देखें मैंने कैसे लिए पहले तो शबाब इसा काम करती है कि बिल्कुल सेम टु सेम नेयाल के जैसी ड्
36:33यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है तो जैसे के डायन ड्रामा में हमें यहां पर यह दिखाया जा रहा है कि शबाब जो होती है वो जो है मिशा पर बहुत ही कौपी करने लगती है और वो कहती है उसके दिमाग में यही बात बेट जाती है कि जवार शाह जो उसकी तरफ इतना
37:03ड्रेसिंग स्टाइल वगिरा उसका बेतर है
37:05मतलब कि शबाब जो कि खुद को किसी से कम नहीं समझती थी
37:09आज जो मिशा है खुद का केरेक्टर वगिरा और स्टाइल फेशन वगिरा करकर जाती होए
37:16तो जवार्शा जो है उसको ज्यादा तवज़ा देता है
37:20मिशा के जएन में ये बात गोंती रहती है
37:23कि मुझे भी अपना ड्रेसिंग स्टाइ doc करना चाहिए
37:26शाइद मेरे शवर को ऐसी ड्रेसिंग जो है पसंदे
37:29तो मिशा के देख कर क्या करती है शबाब के
37:34मिशा को केती है कि तुम जो है ना
37:36इसको मेरे बेटे को समभालों में कुछ बाहर जा रही हूं शोपनी के लिए तो मिशा कहती है, कै ठीक है, के जैसे ही शबाब जाती है शोपन्ग के लिए तो वहाँ पर जो शबाब का तो पहले डरेसिंग स्टाइल है, वह साड़ी वगेरा वेयर करती हैं, लेकर यहां पर आ
38:06पर बहुत ही ज़च्टी है आप महारानी लगती है आप अचानक से ऐसा क्यों कह रही है

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