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  • 2 days ago
D Gukesh Norway Chess : नॉर्वे चेस 2025 में एक ऐतिहासिक पल आया, जब भारत के 19 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को मात दी। मैच की शुरुआत में कार्लसन बढ़त में थे, लेकिन एक छोटी सी चूक ने गुकेश को वापसी का मौका दिया, जिसे उन्होंने भुनाया और जीत दर्ज की। हार के बाद कार्लसन ने अपनी नाराजगी जाहिर की, लेकिन गुकेश ने शांति और संयम बनाए रखा, जो उनकी मानसिक मजबूती का प्रतीक है।


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~HT.410~PR.115~ED.118~

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00:00नौर्वेच चेस दोहजार पच्चिस में एक एतिहासिक पलाया जब भारत के 19 साल के ग्रैंड मास्टर डी मुकेश ने पांच बार के विश्वे चैंपियन मैगनस कारलसन को मात दी
00:12मैच की शुरुवात में कारलसन बड़त में थे लेकिन एक छोटी सी चूक ने गुकेश को वापसी का मौका दिया जिसे उन्होंने भुनाया और जीत दर्ज की
00:19हार के बाद कालसन ने अपनी नराजगी जाहिर की लेकिन गुकेश ने शान्ती और सैयम बनाये रखा जो उनकी मानसिक मजबूती को दिखाता है
00:27गुकेश की ये जीत सिर्फ एक मुकाबले की नहीं बलकि उनकी मानसिक तयारी और खेल भावना की भी है
00:32उन्होंने दिखाया कि कैसे दवाव में भी सैयम बनाए रखना चाहिए
00:35सोशल मीडिया पर गुकेश की तारीफों की बाड़ आ गई
00:38बिजनसमेन आनंद महिंदरा ने इसे एक प्रतिकात्मक जीत बताया
00:43महिक यूजर ने लिखा शांती ज्यादा दहारती है
00:46महिक यूजर ने लिखा हमेशा से ही जो चेस खेलते हैं वो काम रहते हैं
00:51महिक यूजर ने लिखा गुकेश is awesome, he was modest in victory, cool, composed and professional
00:57महिक यूजर लिखते हैं चुपी जो होती है वो किसी भी दहार से ज्यादा काम करती है
01:03गुकेश ने वही respect हासिल की
01:05महिक यूजर ने लिखा जो silence था उसने सब कुछ बया कर दिया
01:08गुकेश ने अपनी जीत को बेहदी सहच तरीके से लिया
01:11उसने उस moment में सब का दिल जीत लिया
01:14महिक यूजर ने लिखा कालसन के expression बेहदी घुसे नाक थे
01:18और गुकेश को देखो कितनी इज़त से पेश आया
01:21आपको बता दें गुकेश की सफलता के पीछे
01:23उनकी कड़ी महनत मानसिक तैयारी और खेल के प्रती समर पड़ है
01:26उन्होंने साबित किया कि उम्र केवल एक संख्या है
01:29असली ताकत मानसिक मजबूती में ही है
01:32हलनकी आपको बता दें
01:33हार के बाद कालसन का एक स्टेटमेंट भी सामने आया
02:02के नहीं भुना पाया
02:03तो फिर मेरे पास जीतने का कोई चांस नहीं बचता
02:05वैसे आपको बता दें
02:06सोशल मीडिया पर
02:07गुकेश की इस जीत की चर्चा के साथ-साथ
02:10उनके सैयम और कंट्रोल की चर्चा भी हो रही है
02:12क्या आपने कभी सोचा है कि
02:14बड़े-बड़े खिलाडी हार ये जीत के बाद
02:16भी इतने शांत और संतुलित कैसे रहते हैं
02:18इसका जवाब है
02:19स्पोर्ट साइकॉलोजी
02:20यानि खेल मनो विज्ञान एक ऐसी साइंस
02:24जो खिलाडियों के मानसिक और भावनात्मक
02:25कंट्रोल पर काम करती है
02:27इसमें सिखाया जाता है
02:28दबाव में शांत रहना
02:29हार ये गलती से उबरना
02:31फोकस बनाये रखना
02:32आत्मविश्वास बढ़ाना
02:33और जीत में भी विनम्र बने रहना
02:36गुकेश ने भी कुछ ऐसा ही किया
02:37अपने व्यवार पर नियंतरन करके
02:39सबका दिल जीत लिया
02:40ये उनके केवद स्किल नहीं
02:42बलकि उनकी मानसिक मजबूती की भी जीत थी
02:44ऐसे खिलाडी स्पोर्ट साइकॉलजिस्ट से
02:46ट्रेनिंग लेते हैं
02:47जहां उन्हें माइंड कंट्रोल
02:49मेडिटेशन, विजुलाइजेशन
02:51और स्ट्रेस मैनेजमेंट जैसे टूल सिखाए जाते हैं
02:53सच कहा जाए तो असली चैंपियन वही होता है
02:56जो खेल के साथ-साथ अपने मन पर भी विजय पाले
02:58तो अगली बार जब आप किसी खिलाडी को मैदान पर
03:01शान्त और प्रफेशनल देखें तो समझ जाईए
03:03वो सिर्फ खेलने नहीं, सोचने भी आया है
03:05फिलाल इस वीडियो में इतना है
03:07अगर आपको ये जानकारी पसंद आई हो तो इसे लाइक करें
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03:11बिलकुल न भूले

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