पुरुषोत्तम दास महाराज की पुण्य स्मृति में अग्रवाल धर्मशाला में चल रही श्रीभक्तमाल कथा के छठे दिवस मीराबाई, नरसी भगत ,चैतन्य महाप्रभु का जीवन वृतांत सुनकर भक्त भाव विभोर हो गए । कथा वाचक गंगादास वेदांती ने मंगलाचरण से कथा का आरम्भ करके जब व्यासपीठ से हरे राम हरे कृष्ण नाम का संकीर्तन किया तो पंडाल में उपस्थित सभी श्रद्धालु भक्तिमय होकर झूम उठे।