00:00जंगल एवं पहाडों में रहने वाले 89 आदिवासी परिवारों के किस्मत बदल गई है। यह ग्रामिन जंगल और पहाडों से निकल कर सहरी इलागों में बस गए है।
00:12दरसल पलामू टाइगर रेजर्ब के कोर एरिया में बसे एक दरजन से अधिक गाउं को दूसरी जगह पर बसाने की योजना है। इसी कड़ी में पहले चलन में लातेहार के गारू परखंड के कुजरू और जैगीर गाउं को पलामू में बसाया गया है। दोनों गाउं अति
00:42इलाज के लिए लोकों को कई किलोमेटर का सफर तै करना होता था। वहीं पढ़ाई के लिए भी बच्चों को जंगली रास्तों को तै करना होता था।
01:12करना होता है।
01:42जारखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है कि दो आदिवासी गाउं को किसी दुसरे जीला में बसाया गया है।
01:50पलामु टाइगर रिजर्ब के पहल पर दुनों गाउं को पलामु में बसाया गया है।
01:56पलामु में गरामिनों को आवास के साथ साथ कई सुधाएं दी जा रही है।
02:02सरकार के तरफ से गरामिनों को परती परिवार 15-15 लाक रुपए नगद के अलावा कई सुधा दी गई है।
02:24पलामु टाइगर रिजर्ब के कोर एरिया में बसे गाउं को दुसरी जगा बसाना एक बड़ी चुनोती रही है।
02:30पलामु टाइगर रिजर्ब के उपनिदेसक पूरे परिवार के साथ इन गाउं में करी रातों तक कैम किया है और गरामिनों को विस्वास में लिया है।
02:40पलामू टाइगर रिजर्ब के उपने देसक कुमार आसीस बताते हैं कि गिरामीनों को भियाविस्वास दिलाया गया कि उन्हें सारे स्विध्रा की स्विधाएं दी जाएगी और गिरामीनों को यह भी बताया गया कि जंगल से निकलकर सहरी इलाकों में जाने के बाद उनके �