00:00एक से एक सूर्मा देखें, अरे कुछ नहीं, I don't get involved emotionally, मैं तो वो हूँ, मैं तो बस जाओंगा, सेक्स करूँगा और फ्री हो जाओंगा, अब उसके बाद तीन बच्चे घुमा रहे हैं, ये सूर्मा निकले थे वन नाइट स्टेंड करने, जहां जाके शारिरिक संबंध बन
00:30से क्या कर रहे हैं, बैठे हुएं पाल्ती मार के, जब तक जी हूँ, भजन भक्ती करूँ, कोई भी भावना ऐसी होती है, जो शरीर के उद्देश से हटके किसी काम के लिए हो, विचार तो फिर भी चेतना में थोड़ी उचाई से आता है, इमोशन तो एकदम व्रिक्ती से
01:00होता है, अचानक से आगे, बात कर रहे थे, कर रहे थे, अचानक किसी बात पर ट्रिगर होगा और ये जल जला, गुस्से का, ऐसी तो होता है, तो एमोशन बहुत पाशविक चीज होती है,