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  • 5/15/2025
वारदात: ट्रंप ने मिलाया 'आतंकी' राष्ट्रपति से हाथ, सीरिया पर प्रतिबंध भी हटाए!

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00:00नमस्कार मैं हूँ शम्स ताहरखान और आप देख रहे हैं वारदाद जिस शक्स पर अमेरिका ने एक करोड डॉलर का इनाम रखा जिस शक्स को अमेरिका ने ग्लोबल टेरिस्ट डिकलियर किया जिस शक्स कभी बगदादी और अलकाइदा का सबसे खास हुआ करता था
00:25उसी शक्स से अमेरिकी रास्ट्रपती डॉलरेल टरंप ने पूरी दुनिया के सामने हाथ मिलाया इतना ही नहीं आतंकवादी से रास्ट्रपती बने उसी शक्स की सरकार को टरंप ने माननेता भी दे दी
00:38ये कहानी है सीरिया की उसी सीरिया की जिसके ग्रह युद में पांच लाग से ज्यादा लोगों की चाने गई थी
00:55इन सारे चेहरे को ध्यान से देजी शायद बताने की जरूरत नहीं कि ये कौन है
01:02इन में से हर एक अपने अपने वक्त का आतंग का सबसे बड़ा आका रहा
01:08चाहे वो अलकाइदा का चीज उसामा बिल्ला देन दे
01:10उसका उत्रा दिकारे अलजवा है
01:15या आईस आईस का सबसे खूँखार चेहरे अबुबकर अलबगदार
01:23चानते हैं आतंग को छोड़ दा तो इन सभी में एक जैसी चाचीज है
01:32ये सभी के सभी अपने अपने वक्त में अमेरिका के पैदा की हुए आतंग बादी की
01:39जिने जरूरत पढ़ने पर अमेरिका ने अपने फायदे की पाला पोसा बढ़ा की
01:46और फिर जब काम निकल गए तो इदे ठिकाने लगा दिया
01:51अब आपको एक सबसे लेटेस तस्वीर दिखाता हो
01:57इन्हें तो आप पहचान ही गया हो इन्हें कौन नहीं जानता
02:01पिछले कुछ दिनों से तो भारत और दुनिया भर में इनकी चर्चा हो रही है
02:07क्योंकि यही तो वो हैं जिन्होंने अचानक भारत पाकिस्तान के बीच सीज़ फायर का पम भोड़ा तो पर इस वक्त इन अमेरिकी प्रेसिज़न्ट डोनाल ट्रम के हाथों
02:18जिस शक्स का हाथ है जिस शक्स के साथ वो बेहत गर्म जोशी से हाथ मिला रहे है शायद इनको आप नहीं जागते हों
02:26तो चलिए इनका असली परिचय कराने से पहले एक पुराना परिचय देदे
02:32ये वो शक्स है जिने यूएन यानि संयुक्त राज्ट में और फिर खुद अमेरिका नहीं न सिर्फ एक आतंकवादी घोशित किया था
02:45बलके इनके सर पर एक करोड अमेरिकी डॉलर का इनाम भी रख़ा था
02:51अब आप सोच रहे होंगे कि एक करोड डॉलर के इनामी आतंकवादी के साथ बला अमेरिकी प्रेसिडन्ट इस तरह फोटो क्यों खिचवा रहे हैं
03:02उनसे हाथ क्यों मिला रहे हैं
03:04तो सहब यही तो असली अमेरिका है अपने फायदे के लिए जंग छेड़ता है अपने फायदे के लिए सीज फायर कराता है
03:14और अपने फायदे के लिए किसी आतंकवादी के साथ फोटो भी खिचा देता है लेकिन हाँ यहाँ थोड़ा सा करेक्शन है
03:21गुदवार यानी 14 मईए को जिस वक्त डोनेल टरम्प इन से हाथ मिला रहे थे तब ये सीरिया के अंतरिम राश्टुपती थे
03:30इनका नाम है एहमद हुसेन अलशारा
03:34वैसे दुनियाई ने अबू मुहम्मद अलजुलानी या गोलानी के नाम से ज्यादा जाट की है
03:41दिसमबर 24 में जब 20 साल तक हकूमत करने के बाद सीरिया के राश्टुपती बशरल असद सीरिया छोड़कर रूस भाग गए
03:52उसी के बाद इस साल जंवरी मे जुलानी को सीरिया का अंतरिम राश्टुपती निउप्त किया दिया
03:58राश्टपती बनते ही उन्होंने अपना नाम अहमद अल्शरा रखे
04:04चुकि अलजुलानी सीरिया के ग्रह युद्द में बगदादी और जवाहरी से सीधे संपत में थे
04:09बगदादी के लिए नए लड़कों की भरती का काम किया करते थे
04:13हत्यारों की सप्लाई करते थे
04:28उस संगठन को भी आतंकवादी संगठन खोशित किया गया था
04:32लेकिन अब उसी अमेरिका ने सर्फ अल्गुलानी की सरकार को मानिता दे बलके सीरिया पर लगे सभी तरह की पावंदियों को भी हटा लिए
04:41इसका एलान खुद डोनेल्ड ट्रम अपने चार दिनों के खाड़ी देश के दोरे के तोरान की
04:47तरसल असस सरकार पर विभिन आतंकवादी संगठनों पर राजनीतिक और सैन ने समर्थन देने के नाम पर
05:041979 में अमेरिका ने सीरिया और असस सरकार पर कई प्रतिबन लगा दिया थे तब से ये पावंदी जारी थी
05:11असस सरकार को रूस का समर्थन हासित था
05:14सीरिया में जारी ग्रहयुत को बशर असस रूस की मदद से लगातार को चलने का काम कर रहे थे
05:20जबकि अमेरिका असद सरकार के खिलाफ था इसलिए उसने ग्रहयुद में शामिल असद विरोधियों को हत्यार और आर्थिक तोर पर मदद देनी शुरू करती है
05:29यह वही दोर था जब बगदादी असद सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने सीरिया पहुंच गया था
05:36अब चुंकि बगदादी असद और रूस विरोधी था लहाद अमेरिका का एक तरह से दोस्त
05:42ऐसी सूरत में तब अमेरिका नहीं बगदादी और उसके संगठन को हत्यारों के साथ-साथ आर्थिक तोर पर देनी अतना ही नहीं उन्हें हत्यार चलाने की ट्रेनिंग कर दी
05:55बगदादी अमेरिकी हत्यारों का इस्तमार अमेरिका के ही खलाफ करने लगा और आखिर में अमेरिका नहीं बगदादी को मा डाला
06:04हाला कि डोनेल्टरम्प की सीरिया को लेकर इस बदलाओ से इसराइल खुश नहीं है रूस के खुश होने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता
06:15क्योंकि जिस अलगोलानी की वज़ह से बशर असद को सीरिया छोड़ कर भागना पड़ा वह अभी मौसकों में
06:22कहते हैं कि सीरिया में एक ग्लोबल टेर्रिस्ट की सरकार को मानने ता दिये जाने के इस फैसले में साओधी अरप के क्राउन प्रिंस और तुर्कियन बड़ा रोल निभाया है
06:33पर आखिर एक ग्लोबल टेर्रिस्ट सीरिया का अंत्रिम रास्ट्रपती कैसे बना इसके पीछे की कहानी क्या है चलिए गांके
06:42बात 13 नवंबर 1970 की है हाफिज अल-असद सीरियाई एर फोर्स के चीफ थे सेना में उनकी अच्छी पकड़ थी
06:57इसी का फाइदा उठाते हुए 13 नवंबर 1970 को हाफिज असद ने तब कि सरकार को गिरा कर तखता पलट करते हुए
07:06खुद को सीरिया का रास्ट रुपती टेकलियर कर दिया हाला कि तब लोगों को उमीद नहीं थी कि हाफिज ज्यादा दिनों तक तानाशाही कर पाएंगे
07:14इसकी वज़ा ये थी कि सीरिया शुरू से सुन्यों की आबादी वाला तेश रहा है
07:19सीरिया में सुन्यों की आबादी गरीब 74 फीसद ही है जबकि शियाओं की आबादी फक्त 16 फीसद ही
07:26हाफिज असद शिया थे उन्हें भी पता था कि सुन्य आबादी कभी भी विरोध कर सकती है
07:34इसे लिए तख्ता पलट करने के बाद से हाफिज असद ने सुन्यों को गुचलना शुरू कर दिया
07:39उन पर शुरू सही समविधान से लेकर नौकरी सेना और दूसरी पॉलिसी में शियाओं को फेवर देने के इल्जाम लगे
07:47मगर फौच पर मजबूत पकड़ होने की वज़ह से उनकी सत्ता बली रही
07:52करीब 30 साल तक सीरिया पर हकूमत करने के बाद सन 2000 में हाफिज असद की मौत हो गई
08:00उनके बाद उनके बेटे बशीर असद बता और रास्ट्रपती सीरिया की गट्टी पर बैट गए
08:06अगले दस सालों तक पिता की पॉलिसी और हटकंडों के चलते बशर असद भी हर विरोत को दबाते रहे
08:14बाप बेटे ने मिलकर सीरिया में विपक्ष नाम की चीजी खत्म कर दी थी
08:19पर तभी एक साथ दो चीजे होती है
08:212006 से 2010 तक सीरिया में कम बारिश की वजह से सूखा पड़ जाता है
08:27लोग भूके मरने लगते है
08:29उन्हें लगता है कि ताना शाही नहोती तो शायद उनकी जिन्दगी बहतर होती
08:34पहली बार तभी जुबान में तब बशर के खलाफ लोगों के दिलों में घुसा फूतने लगता है
08:40इत्वाक से ठीक उसी वक्त अरब में भी एक अंदोलन शुरू हो चुका था
08:46अरब स्प्रिंग नाम से मशूर यांदोलन उन देशों में शुरू हुआ
08:51जहां लंबे वक्त से ताना शाही थी
08:53देखते ही देखते टूनिशिया, लीबिया, एजिप्ट, लिबनान, जौडन में लोग सरकों पर उतरा है
08:59नतीजा यह हुआ कि 23 साल से टूनिशिया की सत्ता पर काबिस बेन अली को देश छोड़ कर भागना पड़ा
09:05लीबिया में करिनल गदाफी को जनता ने मार दिया
09:09तीस साल तक जिप्ट के ताना शाहर आय हुसनी मुबारक को भी देश छोड़ कर ठागना पड़ा
09:14अब चुकि यह सब कुछ सीरिया के इर्दगिर्द हो रहा था
09:17इसलिए पहली बार बशर असद को भी इस खत्रे का हिसास हुआ
09:21कि कहीं सीरिया में भी लोग बगावत न करते हैं
09:25असद दरे हुए थे
09:26उसी वक्त उन्होंने अपनी सेनों और फोर्सेस को यह हुक्म दिया
09:30कि पूरे सीरिया में पहनी नज़र रखी जाए
09:32जो भी सरकार के खलाव आवाज उठाए उसे कुचल दिया जाए
09:36पर अब भी सीरिया शान था
09:382010 खत्म होते होते असद को लगा
09:41कि अब सब कुछ ठीक है
09:43मगर तब ही 14 साल का एक बच्चा वो कर जाता है
09:47कि 13 साल बाद बशरल असद को सीरिया छोड़ कर भागना पड़ता है
09:52जी हाँ
09:5314 साल के एक बच्चे ने 54 साल की एक पूरी सरकार को उखाल कर फेग दिया
10:0014 साल का एक बच्चा मुआविया सियास ने
10:09अपनी स्कूल की दिवार पर एक लाइन लिखता है
10:12यो उसी दिवार पर लिखी उसी के हैंड़ेटिंग में वही लाइन है
10:16अरबी में इस एक लाइन का मतलब था
10:19इस योटन डॉक्टर
10:21यानि अब तुम्हारी बारी है डॉक्टर
10:23चुकि बशरल असद को उनके करीबी डॉक्टर भी बुलाते थे
10:27इसलिए दारा शहर में जिसने भी ये लाइन पढ़ी
10:30वो इसका मतलब समझ गया
10:32असल में अरब देशों के कई तानाशाहों के खात्मे के बाद
10:36इस एक लाइन का साफ साफ मतलब यही था
10:39कि अब बारी बशरल असद सरकार की है
10:43जैसे ही दारा के लोगों ने दीवार पर ये लाइन पढ़ी
10:46सब भी डर गए
10:47मौाविया के पिता ने तो अपने बेटे को ही छुपा लिया
10:50लेकिन दारा के सिक्यूरिटी चीफ को दीवार पर लिखे
10:53इस लाइन के भारे में खबर लग गए
10:55अगले ही दिन यानी 27 फरवरी 2011 को
10:59इसकूल के कुल 15 बच्चों को असद की फोर्सिस ने उठा लिया
11:03इन में मौाविया भी था
11:05इसके बाद इन बच्चों पर जो जल्म ठाये गए
11:08उसकी कोई इंतहा ही नहीं
11:10उनके नाखुन नोच दिये गए
11:12भिगो भिगो कर करिंट लगाये गए
11:14उल्टा लटकाया गया
11:16मारा गया पीटा गया
11:18इन बच्चों की रहाई की मांग को लेकर
11:20दारा के लोगों ने शांती पूर्म प्रदर्शन शुरू किया
11:23लेकिन बच्चों को फिर भी नहीं छोड़ा गया
11:26उल्टे असत की सेना ने बच्चों के माबाप से एलानिया ये कह दिया
11:30कि अपने अपने बच्चों को भूल जा
11:32और बच्चे पैदा करो
11:34और नहीं कर सकते
11:36तो अपनी अपनी औरतों को हमारे पास छोड़ जा
11:38अब तक इन बच्चों पर हो रहे जल्म
11:42और दीवार पर लिखी वो लाई
11:44तारा से निकल कर सीरिया के अलग अलग शहरों तक पहुट चुकी थी
11:49चुकि बच्चे छोटे थे
11:50इसलिए हर एक को हमदर दी थी
11:52फिर क्या था
11:53देखते ही देखते पूरे सीरिया में
11:56विरोध पदर्शन शुरू हो गए
11:58बशरल असद को तब पहली बार एसास हुआ
12:01कि इस विरोध पदर्शन को रोकना जरूरी है
12:03आखिर का पूरे 45 दिन बाद अपरेल 2011 में
12:08सभी बच्चों को छोड़ दिया गया
12:10लेकिन यहीं से कहानी पलड जाती है
12:13जब बच्चे बाहर आते हैं
12:15तब उनके साथ उन पढ़ाए गए जल्मों की कहानिया भी सामने आती है
12:19तब मौाविया की कहानी भी सामने आती है
12:22आंदोलन रुकने की बजाए अब और तेज हो जाता है
12:26बच्चों की रहाई के बाद अगले जुमा कोई
12:28यानि 22 अपरिल 2011 को तारा की एक मस्जिद में
12:33नमाज के बाद खुलकर असद के खलाफ नारे बाजी शुरू हो जाती है
12:37बाद में फोर्स मौके पर पहुँचती है
12:40गोलिया चलती है
12:41दो लोग मारे जाती है
12:43अब मारे गए दोनों लोगों के जनाजों के साथ
12:46लोग सड़कों पर उतराते है
12:47फिर हिंसा होती है
12:49इस बार आंदूलन को कुचलने के लिए
12:51असस सरकार सड़कों पर टैंक उतार देती है
12:54आसमान में हेलिकॉप्टर से गोलिया बरसाई जाती है
12:58ये पहली बार था जब सीरिया में एक साथ दरजनों लोग मारे जाती है
13:02आज तक भी औरूँ
13:04अमेरिका ने सीरिया पर से तमाम प्रतिबंद भी हटा लिये हाला कि इससे एक चीज अच्छी जरूर होगी
13:11और वो ये कि खंधर में तब्दील हो चुके सीरिया के लोगों की जिंदगी शायद कुछ बहतर हो जाए
13:17हाला कि टरम के इस फैसले से कई देश नाराज भी है
13:21और इनमें खास है इसराईल और इरान
13:24दारा की कहानी अब सीरिया के हर शहर की कहानी बन चुकी थी
13:28अब हर शहर में हिंसा शुरू हो जाती
13:31सीरिया के लोग असद की सेना की गोलियों का सामगा दंडों और पत्थरों से कर रहे थी
13:36हर दिन लाशों की तादाद बढ़ती जा रही थी
13:39अब हालात ऐसे हो गए कि असद की सेना में भी बगावत शुरू होने लगे
13:44बहुत से सेनिक सरकार का साथ छोड़कर आम लोगों से जामिले
13:48असद के ऐसे ही सेनिकों को अपने साथ लेकर
13:51सीरिया की जनता ने सेना का मुकाबला करने के लिए
13:55अपनी सेना बनाने का फैसला किया
13:57आखिर कार 29 जुलाई 2011 को
14:00फरी सीरियन आरमी की बुनियात रखी गए
14:03इसमें ऐसे हजारों अलग अलग गुट और चोटे-चोटे संग्ठन
14:07शामिल हो गए जो असत के खलाफ थे
14:09जो असत को सत्ता से उखार फेकना चाहते थे
14:13सीरिया के परोसी सुनी देशों ने भी
14:16Free Syrian Army की मदद करनी शुरू कर दी
14:18यह वही दोर था जब बहती गंगा में
14:21बगदादी ने वीहाद साफ करने की ठानी
14:23बगदादी की ISI भी Free Syrian Army की मदद के लिए
14:27इराक से सीर्या जा बहुँची
14:29और अभी तक जो ISI यानि
14:31Islamic State of Iraq था
14:33वो अब ISIS यानि Islamic State of Iraq
14:36एन सीरिया बन जाता है
14:38आज तक बेरो
14:40तो वारदात में फलाल इतना ही
14:43मगरदेश और दुनिया की बाकी खबरों के लिए
14:45आप देखते रही आज तक

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