00:00ये सब हम पर छोड़ दो आज हम आपको अनाम चुसा कर ही रहेंगे
00:30सरिश्टी
00:37अरे ये तो तुम्हारे साब के आबाज है लगता है आ गए है
00:45सरिश्टी
00:48क्यों ना सफर की ठकान दूर कर ली जाए
01:18सरिश्टी
01:44आ गए है आप हाँ स्वीट आर्ट पर तुम इतनी रात गए क्या करती गूंग रही हो आपकी बगर अकेली का दिन नहीं लग रहा था तो सोचा क्यों ना इसका सहरा लिया जाए तो आईये फिर दोनों एक साथ लेते हैं
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