पूजा चाहे छोटी हो या बड़ी सामग्री (Puja Samagri) थोड़ी-बहुत शेष रह जाती है. जिसमें अधिकतर चावल, मौली, कुमकुम शामिल होते हैं. जिन लोगों को समझ में नहीं आता कि उसका क्या करें वे उसे नदी के जल में प्रवाहित कर देते हैं. लेकिन, ऐसा करना बिल्कुल भी सही नहीं होता है.