जो आदि शंकराचार्य अजेय थे, उन्हें एक विदुषी ने ‘काम’ पर घेर लिया

  • 2 years ago
आदि शंकराचार्य भारत के महान दार्शनिकों में शुमार हैं। शंकर केरल के कालड़ी में 788 ईसवी में पैदा हुए थे। शंकराचार्य ने ब्रह्म सत्यं, जगत मिथ्या का दर्शन दिया। इस फिलॉसफी को आज तक कोई चुनौती नहीं दे पाया। शंकर के मुताबिक- केवल ब्रह्म ही सत्य है, बाकी सब नश्वर। शंकराचार्य ने केदार, द्वारका, पुरी और रामेश्वर में चार पीठ बनाईं।शंकर केवल 32 साल जिए और इतनी कम उम्र में पूरा भारत घूमे। शंकराचार्य ने अपने दौर के सभी दिग्गज दार्शनिकों को शास्त्रार्थ में हराया। एक बार शंकर का मंडन मिश्र से शास्त्रार्थ हुआ।

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