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  • 5 years ago
Exclusive Interview by Bhavna Pandey: 'मंजिल तक पहुंचने के रास्‍ते में कई रुकावटें आती है इसमें तब हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है' यही सोच है उत्‍तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्‍यक्ष विमला बाथम की। जिन्‍होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए लंबा और कठिन सफर तय किया। महिला सशक्तिकरण का अर्थ विमला बाथम के लिए राजनीति, समाज, शिक्षा और आर्थिक क्षेत्र में महिला को बराबर की हिस्‍सेदारी देना हैं। इसके साथ बाथम का मानना है कि महिलाएं तभी सशक्‍त और सुरक्षित महसूस करेंगी जब वो घर से बाहर निकलेगी और अपने पैरों पर खड़ी होंगी। विमला बाथम ये भी मानती है आज की महिला अबला नहीं सबल हैं। सुरक्षा, सम्‍मान स्‍वालंबन ये तीन चीजें महिला को हमेशा याद रखनी चाहिए। उद्यमी से राजनीति तक का सफर तय करने के बाद 6 अगस्‍त, 2018 से उत्‍तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के अध्‍यक्ष का कार्यभार संभाल रहीं विमला बाथम से महिला दिवस के अवसर पर वन इंडिया हिंदी ने विशेष बातचीत की।

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