महिला किसान ने खेती को बनाया फायदे का सौदा, सहफसली से लाखों की कमाई
  • 3 years ago
जनपद के बभनगांवा की बुजुर्ग महिला किसान उन किसानों के लिए रोल मॉडल है, जो खेती को घाटे का सौदा समझते हैं। 70 वर्ष की उम्र पार कर चुकीं बिक्रमजोत विकास खंड की शांति देवी ने न केवल बेटों को मंजिल तक पहुंचाया, बल्कि ग्रामीणों की भी मदद कर रही हैं। अब गांव वाले प्यार से उन्हें 'उम्मीदों वाली दादी' कहकर बुलाते हैं। बीते 23 दिसम्बर को योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसान सम्मान समारोह में शांति देवी को पुरस्कृत भी किया था। ईनाम के तौर पर उन्हें 75 हजार रुपए नकद, अंगवस्त्र और प्रमाण पत्र मिला था। शांति देवी अभी तक 10 बीघे घेत में ही केले संग मटर की खेती कर रही हैं, जिससे उन्हें सालाना तीन लाख रुपये की अतिरिक्त आय हो रही है। अब वह 30 बीघा जमीन पर प्रगतिशील खेती की योजना बना रही हैं।
#ladyfarmer #Upfarmer #shantidevi

कहते हैं राह विपरीत हो तो धैर्य और शांति को ढाल बनाने वाले न केवल नई राह निकाल लेते हैं, बल्कि सम्मान की मंजिल भी पाते हैं। विक्रमजोत विकास खंड की बभनगांवा की 70 वर्षीय शांति देवी इसी राह पर चलीं और सम्मान पाया। उन्होंने केले के खेत में मटर बोकर एक साथ दो फसल ली। राज्य सरकार ने उन्हें खेती में नई विधि के प्रयोग के लिए विशेष पुरस्कार से नवाजा है। अब वह प्रगतिशील खेती की नजीर हैं और उन्हें देखकर दूसरे किसान भी उनकी विधि को आजमा रहे हैं।

शांति देवी का परिवार खेती-किसानी पर ही निर्भर है। करीब 30 बीघा जोत की खेतिहर शांति देवी और उनके पति बिंद्रा सिंह ने 18 बीघे खेत मियादीन नाम के व्यक्ति को किराये पर दी थी। इससे उन्हें साल भर में महज 36 हजार रुपये मिलते थे। बेटे विजय कुमार सिंह और समय बहादुर सिंह के साथ 12 बीघे में खुद पारंपरिक खेती करते थे, जो खाने भर का ही रहता। पांच वर्ष पूर्व बिंद्रा सिंह की मौत हो गई। पति की मौत के बाद शांति देवी ने खेतीबाड़ी की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली।
#Ummidonwalidadi #Successstory #basti

12 बीघा पूरा नहीं पड़ रहा था। ऐसे में शांति देवी ने बेटों के सहयोग से खुद देखरेख शुरू की। मियादीन से खेत वापस लेकर केले की खेती शुरू कराई। शांति देवी बताती हैं, दो पेड़ों के बीच काफी जगह खाली देखी। मटर का सीजन था, उसकी बुआई करा दी। केले के साथ मटर भी बिकी और अच्छी आय हुई। दो लोगों को काम पर रखा। अब वह केले की उन्नत खेती के बीच मटर सह फसली उगाकर दोगुना आय कमा रही हैं।

केले संग मटर की खेती
शांति देवी अब 10 बीघे में केले संग मटर की खेती कर रही हैं। इससे सालाना तीन लाख रुपये की अतिरिक्त आय हो रही है। इससे घर की स्थिति सुधरी ही, राज्य औद्यानिक मिशन के अफसरों को भी प्रयोग खूब भाया। विशेष पुरस्कार के लिए उनका चयन भी किया गया। बीती 23 दिसम्बर को लखनऊ में हुए किसान सम्मान समारोह में उन्हें सम्मानित किया गया।
Recommended