Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 9/21/2020
डर तो हमें भी है कि हम भी कहीं शिकार ना हो जाए। बेखौफ मरीजों से इसलिए मिलते हैं कि कहीं हम इंसानियत के गुनाहगार ना हो जाए। यह कहना है यूनिक अस्पताल इंदौर के डॉ प्रमोद नीमा (डायरेक्टर) का। 
दरअसल  विनय नगर जैन कालोनी निवासी बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों को यूनिक अस्पताल द्वारा शव सौंपा गया। परिजनों ने आरोप लगाया था कि शव को चूहे ने कुतर दिया है। इसी बात से इंकार करते हुए डॉक्टर प्रमोद ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि  जान की बाजी लगाकर सेवा करने वाले अस्पताल पर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे है। 
कोरोना महामारी में सारे शहर के अस्पताल के नर्सिंग व मेडिकल स्टाफ व स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान की बाजी लगाकर मरीजों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। यूनिक अस्पताल में आज श्री नवीन चंद्र जैन 86 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु कोरोना के कारण हो गई। अथक प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया न जा सका। प्रोटेक्शन किट में पैक की गई बॉडी मरीज के रिश्तेदारों ने खोल कर उसमें से कुछ शरीर के द्रव्य पदार्थों के रिसाव को चूहों के द्वारा डैमेज होना बताया। यही नहीं नगर निगम की गाड़ी को भी वापस भेज दिया और अस्पताल में अनर्गल आरोप लगाए।


Category

🗞
News

Recommended