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  • 5 years ago
मैनपुरी। ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना में खेल थम नहीं रहा है। काम जेसीबी से कराकर चहेते मजदूरों के खाते में पारिश्रामिक डालकर निकलवाया जा रहा है। शौचालय के नाम पर भी प्रधान और सचिव बंदरवाट करने में जुटे हैं। सोमवार को ऐसी शिकायत सीडीओ ईशा प्रिया से की गई। विकास खंड कुरावली के ग्राम पंचायत ज्योती देहात से आए ग्रामीणों ने सीडीओ को बताया कि छतारी, वरियारपुर, हवेली और आठपुरा में नाली खुदाई का काम प्रधान सचिव ने जेसीबी मश्रीन से कराया है। काम को मनरेगा योजना से दिखाकर चहेते मजदूरों के खातों में पारिश्रामिक डालकर दोनों ने आपस में बांट लिया है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में कई लोगों को दो-दो- तीन-तीन शौचालय का भुगतान कर दिया गया है, जबकि गांव में अभी भी चालीस फीसद आबादी शौचालय सुविधा से वंचित है। वहीं, मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों को भी अभी तक पारिश्रामिक ही नहीं मिला है। ग्राम समाज की जमीन पर प्रधान का कब्जा- ग्रामीणों ने डीएम से भी ज्योती देहात के प्रधान की शिकायत की। बताया कि गांव का गाटा संख्या 505 पर प्रधान और उसके स्वजनों का अवैघ कब्जा है। एक एकड़ जमीन पर प्रधान और उसके परिजन कब्जा करने में जुटे हैं। इस नंबर में ग्राम पंचायत बरातघर और शौचालय का फर्जी प्रस्ताव भी पास कर चुकी है। ग्रामीणों ने डीएम से ग्राम सभा की जमीन पर किए जा रहे कब्जेे को रुकवाने और खलवाने की मांग की।

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