सद्गुरु बता रहे हैं कि इंसानों के जीवन में प्यार एक अहम चीज़ बन गया है सिर्फ इसलिए क्योंकि भावनाएँ इंसान होने का एक मजबूत पहलू हैं। प्यार का मतलब है बस यही है कि आपने अपनी भावनाओं में मिठास भर दी है। लेकिन ज़्यादातर लोग अपनी भावनाओं को अधिकतर कड़वा ही रखते हैं। अगर आप अपनी भावनाओं को बहुत सुखद बना लें, तो जीवन भी बहुत सुखद होगा।
एक योगी, युगदृष्टा, मानवतावादी, सद्गुरु एक आधुनिक गुरु हैं, जिनको योग के प्राचीन विज्ञान पर पूर्ण अधिकार है। विश्व शांति और खुशहाली की दिशा में निरंतर काम कर रहे सद्गुरु के रूपांतरणकारी कार्यक्रमों से दुनिया के करोडों लोगों को एक नई दिशा मिली है। दुनिया भर में लाखों लोगों को आनंद के मार्ग में दीक्षित किया गया है।
Be the first to comment