सद्गुरु कहते हैं कि जिस तरह हमें सड़क पर गाड़ी चलाते समय चंद्रमा से बचने की कोई ज़रूरत नहीं है, उसी तरह आपको गुस्से से बचने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ऐसा नहीं है कि गुस्सा कहीं पर बैठा है और आकर आप पर सवार हो जाता है। आप गुस्सा हो रहे हैं, आप दुखी हो रहे हैं, आप नाखुश हो रहे हैं। आपके साथ ये चीजें मूल रूप से इसलिए हो रही हैं, क्योंकि आपने अपने मन को काबू में रखने के लिए कुछ नहीं किया है।
एक योगी, युगदृष्टा, मानवतावादी सद्गुरु, एक आधुनिक गुरु हैं, जिनको योग के प्राचीन विज्ञान पर पूर्ण अधिकार है। विश्व शांति और खुशहाली की दिशा में निरंतर काम कर रहे सद्गुरु के रूपांतरणकारी कार्यक्रमों से दुनिया के करोडों लोगों को एक नई दिशा मिली है। दुनिया भर में लाखों लोगों को आनंद मार्ग में दीक्षित किया गया है।
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