इंदौर के कुलकर्णी भट्टा ब्रिज सालों बीतने के बाद भी अधूरा पड़ा है। वैसे तो कई वर्षों से इस ब्रिज का काम कछुआ चाल से जारी है, लेकिन यहां जारी काम को गति देने के लिए तत्कालीन निगम आयुक्त आशीष सिंह द्वारा समय सीमा निर्धारित करने के बाद भी पुल का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। क्षेत्र में रहने वाले अब भी परेशान होने को मजबूर है। दरअसल कुलकर्णी भट्टा पुल के लिए नगर निगम ने वर्षों पहले टेंडर जारी कर दिए थे लेकिन काम शुरू होते होते महीनों बीत गए और तमाम दिक्कतों के चलते बार-बार काम बंद होते रहे। पहले जहां अतिक्रमण के मामले को लेकर काम रुक गया था तो वहीं बाद में ठेकेदार ने बकाया राशि के भुगतान की वजह से काम रोक दिया था। इसके चलते समय सीमा निर्धारित होने के बावजूद काम पूरा नहीं हो सका। बाद में काम शुरू हुआ तो लॉक डाउन होने के कारण काम पूरी तरह बंद हो गया। नगर निगम के अधिकारियों ने विशेष अनुमति लेकर कुलकर्णी भट्टा का काम फिर शुरू करवाया, लेकिन क्षेत्र में कोरोनावायरस मरीज मिलने के बाद एक बार फिर काम बंद हो गया। पुल के अधूरे होने के कारण जहां क्षेत्रीय रहवासियों का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वही छोटे बच्चों को स्कूल जाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब निगम ने दोबारा काम शुरू करवाया है, निगम आयुक्त प्रतिभा पाल के मुताबिक ब्रिज की बची हुई दो स्लैब भी जल्द ही डाली जाएगी, ताकि रहवासियों को समस्या से निजात मिल सके।
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