प्रयागराज। 90 वर्षीय शिवमोहन के 9 बेटे हैं। इनमें से वह 8 बेटों की शादी कर चुके थे, लेकिन 32 साल के सबसे छोटे बेटे पंचराज की शादी नहीं हो पा रही थी। काफी रिश्ते देखे गए, लेकिन बात नहीं बनी। उम्र के इस पड़ाव में शिवमोहन का स्वास्थ्य भी अब उनका साथ छोड़ने लगा, ऐसे में उन्होंने अपने अविवाहित बेटे से अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की। शिवमोहन चाहते थे कि उनके जिंदा रहते हुए वह अपने सबसे छोटे बेटे की दुल्हन भी घर ले आएं। पंचराज पशोपेश में पड़ गया, लेकिन पिता की अंतिम इच्छा को नकार ना सका। उसने वो काम किया जो पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया।
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