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  • 5 years ago
लॉकडाउन के कारण देश भर के शहरों में फंसे हजारों मजदूरों को कई गंभीर मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है। राज्य सरकारें दावा कर रही हैं कि मजदूरों को पलायन करने की जरूरत नहीं है और शहर में ही उनके रहने-खाने का इंतजाम किया जा रहा है। जबकि हकीकत इसके विपरीत हैं। अब तक भी अन्य राज्यों से लौटने वाले जिन प्रवासी मजदूरों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जहां वें रह रहे थे। वहां पर खाने-पीने व रहने की कोई व्यवस्था नहीं थी। जिस कारण वें अपने घरों को पैदल तथा अन्य वाहनों से निकल पड़े। अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों का मंगलवार को हरियाणा रोडवेज बस के द्वारा कैराना के शेल्टर होम में आना जारी हो गया। प्रवासी मजदूरों से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि पानीपत से कैराना तक उनसे 30 रुपए प्रति व्यक्ति किराया वसूला गया। हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर राजेश ने बताया कि जो हरियाणा से आने वाले प्रवासी मजदूर हैं। उनसे आज से किराया लिया जा रहा हैं। हरियाणा सरकार के आदेश के बाद ही प्रवासी मजदूरों से किराया लिया जा रहा हैं। प्रवासी मजदूरों से वही किराया लिया जा रहा है जो जायज हैं। वहीं हरियाणा रोडवेज बस के द्वारा प्रवासी मजदूरों को राधा स्वामी सत्संग भवन में बनाए गए शेल्टर होम में थर्मल स्क्रीनिंग के बाद यूपी रोडवेज की बसों के द्वारा उनके गृह जनपद भेजने का कार्य जारी हैं। कैराना तहसीलदार प्रवीण कुमार ने बताया कि यूपी रोडवेज की बसों के द्वारा प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जनपद निःशुल्क भेजा जा रहा हैं।

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