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  • 6 years ago
सोशल मीडिया पर किसी फोटो और वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे वायरल कर दिया जाता है। वहीं किसी पुरानी फोटो और वीडियो को नया बताकर भी उसे शेयर किया जाता रहता है। कई बार सच्चाई कोसों दूर होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग बिना सच जाने उसे वायरल करते रहते हैं।
कोरोना वायरस महामारी आने के बाद इससे संबंधित कई वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें कई वीडियो को कई पुराने है, जो कोरोना वायरस से संबंधित भी नहीं हैं, लेकिन वो सोशल मीडिया पर इसके बताकर वायरल हो रहे हैं। ऐसी ही एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें एक पुलिसकर्मी बीमार होने का अभिनय करते हुए बिहार की हाजीपुर जेल में देखा जा सकता है, जबकि इस वीडियो को हाजीपुर इलाके में एक संदिग्ध कोविड-19 पेशेंट की जांच के तौर पर ऑनलाइन शेयर किया जा रहा है। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच की तो पता चला कि यह दावा गलत है। इस पोस्ट की पड़ताल की तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई।
यह हो रहा वायरल
फेसबुक पर विक्रम चौधरी फन मिक्स स्माइल नाम के यूजर ने इस वीडियो को शेयर किया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में शामिल एक पुलिसकर्मी को खांसते और जमीन पर गिरते देखा जा सकता है, उसे सांस नहीं आ रही। इसके बाद पुलिसकर्मी डॉक्टरों को आवाज लगाते हैं। पुलिसकर्मी उसे बीमार पुलिसकर्मी को मास्क पहनाते हैं। वहीं तुरंत बाद चिकित्सकों की एक टीम पुलिसकर्मी को स्ट्रेचर पर सुलाती हुई नजर आती है। यह वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है कि "बिहार हाजीपुर जेल में सिपाही को कोरोना वायरस"। इस वायरल वीडियो को अब तक 12 हजार से अधिक लोगों ने देख लिया है। वहीं करीब 120 से अधिक लोगों ने शेयर किया है। ऐसे ही दावे के साथ ट्विटर और व्हाट्सएप पर भी यह वीडियो वायरल हो रहा है। वहीं एक यूजर वकार अहमद बाराबंकी ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है। उनके इस वीडियो को 2800 से ज्यादा बार शेयर किया गया। साथ ही इस वीडियो को 44 हजार से ज्यादा बार देखा गया है।
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