संवाद सत्र १९ अक्टूबर, २०१२ बी.बी.एस.सी.ई.टी, इलाहाबाद
प्रसंग: ‘मैं’ कौन हूँ? क्या मैं शरीर के अलवा भी कुछ हूँ? अपना अस्तित्व कैसे पहचानें? स्वयं के पार जाने की क्या विधि है? कोहम का उत्तर कैसे जाने? नकली चेहरे हटाओ, फिर पूछो मैं कौन हूँ मैं कौन हूँ' कोई छुपी बात नहीं? मैं कौन हूँ और अपनी क्षमता को कैसे जानूँ? डर से मुक्ति कैसे पाएं? डर कहाँ से आती है?