Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 6 years ago
वाराणसी. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में सोमवार को नया विवाद सामने आया है। यहां चिकित्सा विज्ञान संस्थान के कॉलेज ऑफ नर्सिंग के बीएससी के छात्र धरने पर बैठ गए। उनकी मांग है कि पढ़ाई के साथ हॉस्पिटल की कठिन ड्यूटी छात्र बिना खाए-पिये कर रहे हैं, जिससे वे बीमार पड़ रहे हैं। बावजूद इसके न तो हॉस्टल एलॉट किया गया न ही मेस की व्यवस्था की गई है। छात्रों के आंदोलन के समर्थन में तमाम छात्राएं भी धरने पर हैं। 

मालूम हो कि, बीते 10 दिनों से बीएचयू में डॉक्टर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर छात्र धरने पर बैठे थे। धरने पर विराम लग चुका है, लेकिन यह मामला अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुआ है। इसी बीच सोमवार को नर्सिंग महाविद्यालय के पास छात्र-छात्राएं हॉस्टल की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। छात्रों ने अपनी मांगों से संबंधित पोस्टर बैनर के साथ कालेज के गेट को जाम कर दिया है। 



धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि हम बीएससी नर्सिंग के प्रथम और द्वितीय वर्ष के 60 छात्रों को हॉस्टल नहीं मिला है। जिससे छात्रों को कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही है। हॉस्टल की समस्या को लेकर बीएचयू एमएस व कुलपति से हॉस्टल उपलब्ध कराने के संबंध में वार्ता हो चुकी है परंतु हर बार सिर्फ आश्वासन मिला है। वहीं, बीएचयू की ओर से नए विवाद पर कोई बोलने को तैयार नहीं है।



छात्रों ने यह कहा- 


बीएससी फर्स्ट ईयर स्टूडेंट रोहित ने बताया-हॉस्टल एलाट न होने से बाहर खर्च बहुत हो रहा है। साथ ही खाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जम्मू से यहां आकर परेशान और बीमार हो रहा हूं। 
छात्र विनोद कुमार गौतम ने बताया- डेढ़ साल से हॉस्टल के लिए भटक रहे हैं। कई बार प्रशानिक अधिकारियों को लेटर तक लिखा गया। आश्वासन के अलावा कुछ मिला नहीं है। 
2017 बैच के छात्र गौरव मिश्रा ने बताया कि, 2018-19 सत्र में कोई भी सुविधा नए स्टूडेंट को नहीं मिल रही है। जबकि इनकी वेबसाइट पर साफ लिखा था कि हॉस्टल, मेस की सुविधा मिलेगी।


Category

🗞
News

Recommended