शब्दयोग सत्संग २२ नवम्बर २०१७ अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग: मन प्रभावों से मुक्त कैसे हो? मन हल्का और अनासक्त कैसे रहे? मन कैसे जीता जा सकता है? मन अंतर्मुखी कैसे रहें? मन शांत क्यों नहीं रहता? मन को स्थिर कैसे करें? मन अशांत क्यों हो जाता है? मन को भटकने से कैसे बचाएं? मन की शुद्धि कैसे की जाए? मन पर विजय कैसे प्राप्त करें?