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  • 6 years ago
नई दिल्ली. लोकनायक अस्पताल में 11 महीने की बच्ची के दोनों पैरों के फ्रैक्चर का इलाज करने के लिए डॉक्टरों को उसकी डॉल (गुड़िया) को भी भर्ती करना पड़ा। डॉक्टरों ने बच्ची की तरह गुड़िया के पैरों पर भी प्लास्टर चढ़ाया और ठीक उसे भी वैसे रखा है, जैसे बच्ची को रखा गया है। 

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